गुलदार की खाल और कंकाल मिलने की सीबीआइ जांच शुरू
जागरण संवाददाता, हरिद्वार : मार्च में गुलदार के तीन कंकाल और एक खाल मिलने के मामले की कें
जागरण संवाददाता, हरिद्वार : मार्च में गुलदार के तीन कंकाल और एक खाल मिलने के मामले की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) ने प्रारम्भिक जांच शुरू कर दी है। सीबीआइ की टीम ने अपर सचिव वन मनोज चंद्रन से अब तक हुई जांच से संबंधित दस्तावेज कब्जे में लिए।
मार्च में राजाजी टाइगर रिजर्व की मोतीचूर व हरिद्वार रेंज के बार्डर पर संपेरा बस्ती के पास तीन अलग-अलग गड्ढ़ों से गुलदार की खाल और हड्डियां मिली थी। मामले में गुलदार के शिकार की आशंका जताई गई थी। आरोप है कि इस मामले में बरामद सामान को मौके पर सीलबंद किया गया थी, लेकिन बाद में सील तोड़कर दोबार सील लगाई गई। घटना की जांच अपर सचिव वन मनोज चंद्रन को सौंपी गई। मनोज चंद्रन ने बताया कि जांच काफी हद तक पूरी हो गई थी। वह घटना के खुलासे के काफी करीब हैं। इस बीच हाईकोर्ट ने सीबीआइ से जांच के आदेश दिए। मनोज चंद्रन ने बताया कि सीबीआइ ने मामले की प्रारंभिक जांच शुरु कर दी है। उन्होंने बताया कि सीबीआइ को मांगी गई जानकारी दे दी गई है।
गौरतलब है कि इस मामले में रायवाला निवासी सोनू को गिरफ्तार किया गया था, पूछताछ में उसने पंछी, सहजान, योगेश और अजीवा का नाम बताया। पंछी और सहजान ने बाद में नाटकीय ढंग से महिला के वेश में कोर्ट में सरेंडर कर दिया था।
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साजिश की आशंका
इस मामले में पार्क अधिकारी मान रहे हैं कि गुलदार का शिकार कहीं और किया गया और साजिश के तहत खाल व हड्डियां यहां दबा दी गईं। मामले में एक एनजीओ की भूमिका पर सवाल उठाए जा रहे हैं।