स्थानीय किसानों की पर्चियों पर शुरू हुई बाहर के गन्ने की खरीद
जागरण संवाददाता, रुड़की : पुलिस-प्रशासन की सख्ती से बाहरी गन्ने की आवक कम हो गई। इसके साथ ही गन्ना मा
जागरण संवाददाता, रुड़की : पुलिस-प्रशासन की सख्ती से बाहरी गन्ने की आवक कम हो गई। इसके साथ ही गन्ना माफिया ने कुछ स्थानीय किसानों से सांठगांठ कर उनकी पर्चियों पर गन्ने की खरीद शुरू कर दी है। इन पर्चियों पर चीनी मिलों को गन्ना भेजा जा रहा है।
इस बार पेराई सत्र की शुरुआत से ही चीनी मिलों ने नकद गन्ने की खरीद शुरू कर दी थी। इससे स्थानीय किसानों की परेशानी बढ़ गई। चीनी मिलें स्थानीय किसानों को कम गन्ना पर्चियां जारी कर रही हैं, जबकि हरियाणा और पश्चिमी उप्र का गन्ना नकद खरीदा जा रहा है। मामला मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंचा तो गन्ना विभाग की ओर से दो टीमों का गठन किया गया। टीमों ने पुलिस के साथ मिलकर छापा मार कार्रवाई की। पुलिस-प्रशासन की सख्ती की वजह से बाहर का गन्ना तो आना बंद हो गया, लेकिन अब गन्ना माफिया ने स्थानीय किसानों से गन्ने की पर्चियां लेकर उस पर बाहर का गन्ना खरीदना शुरू कर दिया है। करीब 50 से 60 ट्रैक्टर-ट्राली हर रोज देवबन्द और पुरकाजी से होते हुए चीनी मिलों में पहुंच रही हैं। गन्ना विभाग की टीम उनको रोकने की कोशिश करती है, तो वह गन्ना पर्चियों को दिखा देते हैं। इस संबंध में सहायक गन्ना आयुक्त आशीष कुमार नेगी ने बताया कि वैध पर्ची होने पर बाहर के गन्ने को रोक पाना मुश्किल है। अब उन किसानों का पता किया जा रहा है, जिनकी पर्चियों पर यह गन्ना आ रहा है।