सुनिये वित्तमंत्री जी, उत्तराखंड के युवाओं को है उम्मीद; खुलेगा रोजगार का पिटारा
कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के कारण वर्ष 2020 रोजगार छिनने के लिए याद किया जाएगा। अब 2021 में युवाओं को उम्मीद है कि केंद्र और राज्य स्तर पर रोजगार का पिटारा खुलेगा। आगामी केंद्रीय बजट में सरकार रोजगार के अवसर बढ़ाने का हरसंभव प्रयास करेगी।
जागरण संवाददाता, देहरादून। कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के कारण वर्ष 2020 रोजगार छिनने के लिए याद किया जाएगा। अब 2021 में युवाओं को उम्मीद है कि केंद्र और राज्य स्तर पर रोजगार का पिटारा खुलेगा। आगामी केंद्रीय बजट में सरकार रोजगार के अवसर बढ़ाने का हरसंभव प्रयास करेगी, ताकि अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार मिल सके। देश में कोरोना वैक्सीन आने से काम का एक सकारात्मक वातावरण बना है, जिससे आशा की जा रही है कि इससे उद्योग गति पकड़ेंगे और सरकारी उपक्रमों में भी नौकरी के अवसर बढ़ेंगे।
दून विश्वविद्यालय के प्रबंधन विभागाध्यक्ष प्रो.एचसी पुरोहित कहते हैं कि वर्ष 2020 में वैश्विक कोरोना महामारी के कारण नए रोजगार के अवसर तो बंद हुए ही, निजी क्षेत्र में हजारों युवाओं को नौकरी से हाथ धोना पड़ा। देश की अर्थव्यवस्था में भी भारी गिरावट आई, लेकिन वर्ष 2021 नई उम्मीद लेकर आया है। साल के पहले महीने में ही वैक्सीन लगनी शुरू हो रही है।
इससे देश में सकारात्मक माहौल बना है। उम्मीद की जा रही है कि मार्च-अप्रैल तक प्रदेश की आर्थिक गतिविधियां रफ्तार पकड़ लेगी, जिसके बाद रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। भाजयुमो के पूर्व महानगर महामंत्री राजेश रावत कहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तत्परता के साथ कोरोना वैक्सीनेशन का रोडमैप तैयार किया है, उससे सब कुछ बेहतर होने की उम्मीद है।
डीएवी पीजी कॉलेज के पूर्व अध्यक्ष शुभम सिमल्टी ने बताया कि आगामी बजट से ही देश के युवाओं में रोजगार मिलने की उम्मीद जग जाएगी। केंद्र सरकार सदैव युवाओं के साथ खड़ी रही है। उत्तराखंड में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना से हजारों युवाओं को अपने घरों पर स्वरोजगार शुरू करने का मौका मिला है।
वहीं, पार्षद और डीबीएस के पूर्व अध्यक्ष योगेश घाघट का कहना है कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कोरोना काल के बीच में ही देश के औद्योगिक जगत को आर्थिक पैकेज देकर बंद होने से बचाया। अब इस बार के बजट से देश की अर्थव्यवस्था को संबल मिलेगा। साथ ही रोजगार के नए अवसर पर पैदा होंगे। वहीं, डीएवी पीजी कॉलेज के छात्र संघ अध्यक्ष निखिल शर्मा का कहना है कि युवाओं को बजट से उम्मीदें है। कोरोना संक्रमण काल से उबरने के बाद प्रदेश में सरकारी व निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर मिलेंगे। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने ही आगामी छह महीने में होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं की तिथि घोषित कर दी है, जिससे सात हजार युवाओं को सरकारी नौकरी का मौका मिलेगा।
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