अब गनर लेने से बच रही है सियासी हलके में भूचाल लाने युवती
सियासी हलके में भूचाल लाने वाली युवती बयान देने से कतराने के बाद अब सुरक्षा लेने को भी राजी नहीं है।
देहरादून, जेएनएन। भाजपा के वरिष्ठ नेता पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाकर सियासी हलके में भूचाल लाने वाली युवती बयान देने से कतराने के बाद अब सुरक्षा लेने को भी राजी नहीं है। बकौल एसएसपी पुलिस लाइन से एक गनर हर रोज उसके घर पर भेजा जा रहा है, लेकिन युवती सामने ही नहीं आ रही है। लिहाजा गनर वापस पुलिस लाइन में आमद करा ले रहा है।
बता दें, दून की एक युवती ने भाजपा के पूर्व महामंत्री संगठन संजय कुमार पर फोन पर अश्लील बात करने और शारीरिक व मानसिक उत्पीड़न करने का आरोप लगाकर सनसनी फैला दी थी। तकरीबन एक माह पूर्व युवती की ओर से इस मामले में एसएसपी निवेदिता कुकरेती को ई-मेल के जरिये तहरीर भेजी गई थी। जिसे संज्ञान में लेकर एसएसपी ने एसपी ग्रामीण सरिता डोबाल को जांच सौंपी थी।
इस मामले में एसपी ग्रामीण तभी से उससे संपर्क कर बयान के लिए बुलाने का प्रयास कर रही हैं। उन्होंने बताया कि उसे चार बार ई-मेल कर बयान के लिए आने का संदेश भेजा जा चुका है। वह फोन पर बात करती है तो जल्द आने की बात कह कर फोन काट देती है। वह बार-बार खुद के दिल्ली में होने की बात कहती है, लेकिन जब उससे दिल्ली का पता पूछा जाता है तो कोई जवाब नहीं देती।
वहीं, पिछले दिनों पीड़िता की ओर से ई-मेल भेज कर जान को खतरा बताया गया था, जिसके बाद एसएसपी ने एक गनर उसके नाम आवंटित कर दिया। लेकिन यह गनर युवती के घर पर रोज सुबह जा रहा है, मगर युवती वहां नहीं मिल रही है। सूत्रों की मानें तो यह सिलसिला एक सप्ताह से चल रहा है। एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने भी इस बात को स्वीकार किया कि युवती को गनर दिया गया है, लेकिन वह दून के पते पर मिल ही नहीं रही है।
सियासी स्टंट तो नहीं था मीटू प्रकरण
भाजपा नेता पर आरोप लगाने वाली युवती के सामने नहीं आने से अब कई तरह के सवाल उठने लगे हैं। चर्चा है कि युवती को भाजपा नेता के खिलाफ सियासी स्टंट के तौर पर इस्तेमाल किया गया है। हालांकि हकीकत क्या है, इसका पता तो युवती के बयान के लिए सामने आने के बाद ही चलेगा। जिसका पुलिस से लेकर इस मामले से परोक्ष-अपरोक्ष रूप से जुड़े लोगों को इंतजार है।
यह भी पढ़ें: शादी का झांसा देकर युवती से दुष्कर्म, प्रेमिका से ठगे दो लाख रुपये
यह भी पढ़ें: नाबालिग से जबरन शादी और दुष्कर्म, दोषी को दस साल कठोर कारावास की सजा
यह भी पढ़ें: आइआइटी प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़न का आरोप, शोधार्थी ने जान को बताया खतरा