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Yamunotri Yatra 2020: यमुनोत्री धाम की यात्रा पर लगाई गई रोक, पैदल मार्ग पर भूस्खलन से बढ़ा खतरा

यमुनोत्री धाम से साढ़े तीन किलोमीटर पहले यमुनोत्री पैदल मार्ग पर भंगेली गदेरे (ऋषि गंगा) के पास फिर से भूस्खलन शुरू हो गया है। भूस्खलन ज्यादा होने के कारण प्रशासन ने यमुनोत्री की यात्रा को फिलहाल रोक दिया है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Tue, 06 Oct 2020 01:58 PM (IST)Updated: Tue, 06 Oct 2020 09:56 PM (IST)
Yamunotri Yatra 2020: यमुनोत्री धाम की यात्रा पर लगाई गई रोक, पैदल मार्ग पर भूस्खलन से बढ़ा खतरा
यमुनोत्री धाम की यात्रा पर लगाई गई रोक।

उत्तरकाशी, जेएनएन। जानकीचट्टी से डेढ़ किलोमीटर आगे और यमुनोत्री धाम से साढ़े तीन किलोमीटर पहले यमुनोत्री पैदल मार्ग पर भंगेली गदेरे (ऋषि गंगा) के पास फिर से भूस्खलन शुरू हो गया है। बीते सोमवार की शाम को भूस्खलन के दौरान यात्रियों और तीर्थ पुरोहितों ने भागकर किसी तरह जान बचाई। लगातार होते भूस्खलन के खतरे को देखते हुए प्रशासन ने यमुनोत्री की यात्रा को फिलहाल रोक दिया है। इस संबंध में बडकोट के उपजिलाधिकारी चतर सिंह चौहान ने यात्रा को रोकने के आदेश जारी किए हैं। वहीं, यमुनोत्री दर्शन को पहुंचे 34 यात्रियों को पुलिस और राज्य आपदा प्रतिवादन बल ने सकुशल निकाल दिया है। 

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यमुनोत्री पैदल मार्ग पर भूस्खलन 10 सितंबर को सक्रिय हुआ था। जिससे यमुनोत्री धाम को जोड़ने वाला पैदल रास्ता पूरी तरह से मलबे व पत्थर पटा। रास्ते पर करीब 100 मीटर हिस्से में मलबा अधिक होने के कारण प्रशासन और लोनिवि बडकोट के पास वैकल्पिक मार्ग बनाने के अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं था। प्रशासन को सितंबर माह में एक सप्ताह के लिए यमुनोत्री की यात्रा भी रोकनी पड़ी। फिर लोनिवि ने 350 मीटर लंबा वैकल्पिक मार्ग तैयार किया। लेकिन भूस्खल उसके बाद भी नहीं थमा। वैकल्पिक मार्ग तक भूस्खलन जोन के पत्थर पहुंच रहे हैं। कई बार यमुनोत्री जा रही और यमुनोत्री से लौट रहे यात्रियों की जान बाल-बाल बची है। 

बीते सोमवार की शाम को भी भारी भूस्खलन के बीच यमुनोत्री से वापस लौट रहे यात्रियों और तीर्थ पुरोहितों ने किसी तरह से भाग कर जान बचाई। मंगलवार की सुबह फिर से भूस्खलन सक्रिय हुआ। जिसके बाद उपजिलाधिकारी चतर सिंह चौहान ने यमुनोत्री धाम की यात्रा को फिलहाल रोकने के आदेश जारी किए। बडकोट थाना पुलिस को आदेश दिए गए कि स्याना चट्टी और जानकी चट्टी में यमुनोत्री जाने वाले यात्रियों को रोका जाए, जिससे किसी तरह का जान-माल का नुकसान न हो।

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इसके साथ ही साथ ही उप जिलाधिकारी के आदेश में राज्य आपदा प्रतिवादन बल और पुलिस के जवानों ने यमुनोत्री की ओर फंसे 34 यात्रियों को सकुशल जानकीचट्टी तक पहुंचाया। बडकोट के उपजिलाधिकारी चतर सिंह चौहान ने कहा कि यमुनोत्री पैदल मार्ग पर फिर से भूस्खलन सक्रिय हो गया है। बीते सोमवार की शाम को भारी भूस्खलन हुआ है और मंगलवार की सुबह भी भूस्खलन सक्रिय रहा है। यात्रियों की सुरक्षा के लिहाज से फिलहाल यात्रा को रोका गया है। जो यात्री यमुनोत्री की ओर फंसे थे उन्हें सुरक्षित निकाला गया है।

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