सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय का किया जाए पालन
जागरण संवाददाता, देहरादून: राज्य अनुसूचित जाति-जनजाति शिक्षक एसोसिएशन की ओर से नगर निगम सभागा
जागरण संवाददाता, देहरादून: राज्य अनुसूचित जाति-जनजाति शिक्षक एसोसिएशन की ओर से नगर निगम सभागार में 'उत्तराखंड में एससी-एसटी की स्थिति' विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला को बतौर मुख्य अतिथि भारत रत्न डॉ. बीआर आंबेडकर के पौत्र भीमराव यशवंत आंबेडकर ने संबोधित किया।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि आरक्षण को लेकर जो स्थिति देश के भीतर है, लगभग वही स्थिति उत्तराखंड में भी है। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों से मांग करते हुए कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के आरक्षण को लेकर दिए गए निर्णय का पालन किया जाए ताकि आरक्षण का उचित लाभ लाभार्थियों को मिल सके। अन्य वक्ताओं ने कहा कि पांच सितंबर 2012 को पदोन्नति में आरक्षण को लेकर गठित न्यायमूर्ति मोहम्मद इरशाद हुसैन आयोग की रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए। कहा कि मोहम्मद इरशाद आयोग की रिपोर्ट को कैबिनेट में लाकर विधानसभा में चर्चा होनी चाहिए। साथ ही पदोन्नति में आरक्षण अधिनियम पारित करने की भी मांग की गई। एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष संजय भाटिया ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। प्रांतीय महामंत्री जितेंद्र सिंह बुटोइया ने बताया कि एसोसिएशन नेदेश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल को पहले ही ज्ञापन प्रेषित कर दिया है। सम्मेलन में भारतीय बौद्ध महासभा के राष्ट्रीय सचिव एसएस वानखेड़े, बामसेफ के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट मोहन राव, पूर्व आइएएस चंद्र सिंह, पूर्व न्यायधीश कांता प्रसाद, चंद्र सिंह ग्वाल, संयुक्त निदेशक एससीईआरटी उत्तराखंड रघुनाथ लाल आर्य, जयपाल सिंह, शंभु प्रसाद ने विचार व्यक्त किए। इस मौके पर मंडलीय मंत्री गढ़वाल रामलाल आर्य, प्रताप सिंह, वीरेंद्र सिंह, दीपक कनोजिया, राकेश कुमार, प्रदीप मालवा, जयपाल सिंह आदि मौजूद रहे।