चार लोगों की मौत की वजह बने पुश्ते को तोड़ने का काम शुरू, 12 मीटर तोड़ा
चुक्खूवाला में चार लोगों की मौत की वजह बने पुश्ते को ध्वस्त करना शुरू कर दिया है। पहले दिन प्रशासन की टीम ने पुश्ते के 12 मीटर भाग को ढहा दिया है।
देहरादून, जेएनएन। देहरादून के चुक्खूवाला में चार लोगों की मौत की वजह बने पुश्ते को ध्वस्त करना शुरू कर दिया है। पहले दिन प्रशासन की टीम ने पुश्ते के 12 मीटर भाग को ढहा दिया है। पुश्ते के इस हिस्से ऊपर सर्वाधिक भार था और यह कभी भी ढह सकता था।
पुश्ते के ढहने से हुए हादसे के बाद जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने इसकी तकनीकी जांच अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) बीर सिंह बुदियाल को सौंपी थी। उन्होंने लोक निर्माण विभाग और सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ पुश्ते का निरीक्षण किया। तब पाया गया था कि पुश्ता कई जगह से खतरनाक स्थिति में है। इसकी नींव जहां कमजोर पाई गई, वहीं इसके ऊपर के हिस्से पर अत्यधिक वजन पाया गया। तय किया गया कि पुश्तों के कमजोर हिस्सों को ध्वस्त कर दिया जाए।
रविवार को तहसीलदार सदर दयाराम के नेतृत्व में पहुंची टीम ने पुश्ते के कमजोर हिस्सों को चिहनित किया और 12 मीटर भाग को ध्वस्त कर दिया। करीब 13 मीटर का सबसे कमजोर भाग हादसे वाले दिन ही ढह गया था। तहसीलदार दयाराम ने बताया कि अभी 12 से 13 मीटर भाग और ध्वस्त किया जाना है। लिहाजा, सोमवार को भी ध्वस्तीकरण का कार्य जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि यह नॉन जेडए की भूमि है और पिछले छह-सात महीने तक इस पर प्लॉट बेचने का क्रम जारी था।
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बारिश के दौरान हुआ था बड़ा हादसा
शहर में 14-15 मध्य रात्रि बारिश के दौरान इंद्रा कालोनी स्थित चुक्खूवाला मोहल्ले में मकान पर नवनिर्मित पुश्ता ढहने से गर्भवती महिला और एक आठ वर्षीय बच्ची समेत चार की मौत हो गई थी। करीब आठ घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर राष्ट्रीय और राज्य आपदा नियंत्रण बलों ने मलबे में दबे शवों को बाहर निकाला। दो अन्य को मलबे से जीवित बचाकर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आइजी (गढ़वाल) अभिनव कुमार ने बुधवार सुबह रेस्क्यू ऑपरेशन की प्रगति रिपोर्ट ली, जबकि डीएम डा. आशीष कुमार श्रीवास्तव और डीआइजी अरुण मोहन जोशी पूरी रात घटनास्थल पर डटे रहे।