Move to Jagran APP

सैप में अब 48 योजनाओं पर किए जाएंगे कार्य

अमृत योजना के तहत स्टेट एनुअल एक्शन प्लान (सैप) में 48 योजनाओं को शामिल किया गया है। इसके लिए 324.6 करोड़ रुपये भी जारी हो चुके हैं।

By Sunil NegiEdited By: Published: Sat, 31 Mar 2018 04:28 PM (IST)Updated: Sat, 31 Mar 2018 11:08 PM (IST)
सैप में अब 48 योजनाओं पर किए जाएंगे कार्य
सैप में अब 48 योजनाओं पर किए जाएंगे कार्य

देहरादून, [जेएनएन]: अमृत योजना के तहत स्टेट एनुअल एक्शन प्लान (सैप) में 48 योजनाओं को शामिल किया गया है। इसके लिए 324.6 करोड़ रुपये भी जारी हो चुके हैं। योजनाओं में पेयजल आपूर्ति, सीवर और ड्रेनेज संबंधी कार्य होंगे। इससे सात शहरों की करीब दस लाख से ज्यादा आबादी को लाभ पहुंचेगा।

loksabha election banner

दरअसल, सैप अमृत योजना के अंतर्गत चलाया जाने वाला पांच वर्षीय कार्यक्रम है। इसके तहत सीवर, पेयजल आपूर्ति, ड्रेनेज, पार्कों का सौंदर्यीकरण संबंधी कार्य किए जाते हैं। सैप कार्यक्रम के तहत पहली योजना का शासनादेश दिसंबर 2016 में जारी हुआ था। शुरू में इसमें कुछ ही योजनाएं थी। लेकिन, अब केंद्र सरकार की ओर से पांच वर्ष के कार्यक्रम के तहत कुल 48 योजनाएं स्वीकृत की गई हैं। योजनाओं के निर्माण की जिम्मेदारी उत्तराखंड पेयजल निगम को दी गई है। जिसका लाभ देहरादून, हरिद्वार, रुड़की, काशीपुर, रुद्रपुर और हल्द्वानी को मिलेगा। योजना की लागत करीब 567 करोड़ रुपये है, जिसके लिए 324.66 करोड़ रुपये जारी कर दिए गए हैं।

यह हैं नगर 

नगर----------योजनाओं की संख्या--------------आवंटित राशि (करोड़ में)

देहरादून----------20---------------------------------------181.4

हरिद्वार---------11----------------------------------------29.84

रुड़की-------------02----------------------------------------4.84    

काशीपुर----------08----------------------------------------61.77

रुद्रपुर-------------03----------------------------------------29

नैनीताल-------------------------------------------------------

हल्द्वानी----------04----------------------------------------17.07

कुल----------------48----------------------------------------324.5

प्रबंध निदेशक (उत्तराखंड पेयजल निगम देहरादून) भजनलाल का कहना है कि अमृत योजना के सैप कार्यक्रम के तहत छह नगरों में 48 पेयजल एवं सीवर योजनाएं स्वीकृत हुई हैं। इनमें पूर्व में स्वीकृत योजनाओं का निर्माण कार्य शुरू भी हो गया है। जबकि, नई योजनाओं का निर्माण भी जल्द शुरू हो जाएगा।

यह भी पढ़ें: उत्‍तराखंड के सरकारी स्कूलों में अब मिशन कोशिश

यह भी पढ़ें: इस बार भी बदहाल मार्ग से यात्रा करने को मजबूर होंगे श्रद्धालु


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.