उत्तराखंड सचिवालय के अनुभागों में लगभग ठप रहा काम, क्वारंटाइन रहने की अपील का दिखा असर
तीन दिन तक क्वारंटाइन करने की अपील का असर सचिवालय में नजर आया। सोमवार सुबह सचिवालय में केवल 25 फीसद कार्मिक ही पहुंचे।
By Edited By: Published: Mon, 01 Jun 2020 08:51 PM (IST)Updated: Tue, 02 Jun 2020 02:41 PM (IST)
देहरादून, राज्य ब्यूरो। सचिवालय संघ द्वारा कार्मिकों से स्वयं को तीन दिन तक क्वारंटाइन करने की अपील का असर सचिवालय में नजर आया। सोमवार सुबह सचिवालय में केवल 25 फीसद कार्मिक ही पहुंचे। वरिष्ठ आइएएस अधिकारियों के न आने की स्थिति में ये कार्मिक भी दोपहर होते-होते अपने घरों को चले गए। वहीं, सचिवालय प्रशासन ने मुख्यमंत्री सचिवालय के चतुर्थ तल को एहतियातन बंद करा दिया। दोपहर बाद सचिवालय प्रशासन द्वारा इमारतों को सैनिटाइज कराया गया। वहीं, विधानसभा में भी मंत्रियों के कार्यालय बंद रहे। यहां भी सीमित संख्या में कर्मचारी उपस्थित रहें।
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद से ही सचिवालय में हड़कंप मचा हुआ है। कारण यह कि उन्होंने इससे दो दिन पहले ही शुक्रवार को सचिवालय में कैबिनेट बैठक में शिरकत की थी। शनिवार को उनकी पत्नी के संक्रमण होने की पुष्टि हुई थी और रविवार को कैबिनेट मंत्री भी संक्रमित पाए गए। इसे देखते हुए सचिवालय संघ ने सरकार ने सचिवालय को तीन दिन तक बंद रखने के साथ ही संपूर्ण अनुभागों का सैनिटाइजेशन कराने और कार्मिकों का सैंपल परीक्षण कराने की मांग की थी।
रविवार देर शाम जब सचिवालय प्रशासन द्वारा इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया तो सचिवालय संघ ने सभी सदस्यों से स्वयं की सुरक्षा को देखते हुए तीन दिन तक सचिवालय न आने की अपील की। इस अपील का असर सोमवार को देखने को भी मिला। सुबह सचिवालय में काफी कम संख्या में कार्मिक पहुंचे। जो पहुंचे भी थे वे भी खाली पड़े अनुभागों को देखते हुए कुछ समय बाद वापस चले गए।
वहीं, सचिवालय में पहुंचने वाले अधिकारियों की संख्या भी काफी कम रही। अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश, प्रमुख सचिव आनंद वर्द्धन, सचिव सौजन्या आदि अधिकारी ही सचिवालय में नजर आए। इस दौरान सचिवालय संघ के पदाधिकारियों ने अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश व प्रभारी सचिव सचिवालय प्रशासन बीएस मनराल से वार्ता कर उनसे तीन दिनों तक सचिवालय बंद करने की मांग की, जिस पर उन्होंने उच्च स्तर पर बात कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।
कर्मचारियों के स्वास्थ्य से नहीं होने देंगे खिलवाड़ संघ के अध्यक्ष दीपक जोशी और महासचिव राकेश जोशी ने तीन दिन तक सचिवालय कार्मिकों से सचिवालय न आने की अपील दोहराई है। दोनों ने कहा कि कैबिनेट बैठक में प्रस्तुत होने वाली पत्रावलियां पहले अनुमोदन के लिए विभागीय मंत्री को भेजी जाती हैं और फिर अनुभागों से दोबारा गोपन विभाग को कैबिनेट में प्रस्तुत करने के लिए भेजी जाती है। ये फाइलें कई हाथों से होकर गुजरती हैं। ऐसे में अनुभागों के साथ ही फाइलों का सेनिटाइजेशन भी किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सचिवालय कार्मिकों के स्वास्थ्य से किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। बैठक में भी पहुंचे संघ के पदाधिकारी सचिवालय में सोमवार सुबह विश्वकर्मा भवन में वित्त आयोग से संबंधित बैठक भी चल रही थी। संघ के पदाधिकारियों ने बैठक में पहुंचकर सभी से इसे स्थगित करने की अपील की और सबसे अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने को कहा।
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें