राजाजी पार्क में लकड़ी तस्करों ने दो वन रेंज के कर्मियों को दिया चकमा
राजाजी पार्क की गौहरी रेंज में घुसे लकड़ी तस्करों को दबोचने के लिए रविवार को दो-दो वन रेंजों के कर्मियों ने जाल बिछाया मगर लकड़ी तस्कर उनके हाथ न आए।
ऋषिकेश, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए एक ओर जहां पूरे देश में लॉकडाउन घोषित है और तमाम लोग अपने घरों में कैद हैं, वहीं लॉकडाउन का फायदा उठाकर वन तस्कर जंगलों में सेंध लगा रहे हैं। राजाजी पार्क की गौहरी रेंज में घुसे लकड़ी तस्करों को दबोचने के लिए रविवार को दो-दो वन रेंजों के कर्मियों ने जाल बिछाया मगर, लकड़ी तस्कर उनके हाथ न आए। वनकर्मियों ने लकड़ी तस्करों की दो टायर ट्यूब नष्ट की हैं।
राजाजी टाइगर रिजर्व की गौहरी रेंज में तांबाखाणी बीट क्षेत्र से गंगा नदी पार कर लड़की तस्करी का लंबे समय से सिलसिला चल रहा है। इन दिनों लॉकडाउन के बावजूद भी लकड़ी तस्कर टायर ट्यूब की मदद से गंगा पार कर पार्क क्षेत्र में पहुंच रहे हैं और यहां से बड़ी मात्र से लकड़ियां काटकर टायर ट्यूब की मदद से ही गंगा को पार कर ऋषिकेश के चंद्रेश्वर नगर व मायाकुंड क्षेत्र में पहुंचा रहे हैं।
रविवार को ऐसे ही कुछ लकड़ी तस्करों के जंगल में घुसने की सूचना गौहरी वन रेंज कार्यालय को मिली। गौहरी रेंज के वनकर्मी गश्त करते हुए बीहड़ ताबांखांणी क्षेत्र में पहुंचे। अक्सर जब वनकर्मी इस तरह से तस्करों को पकड़ने की कोशिश करते हैं तो तस्कर अपनी टायर ट्यूब की मदद से गंगा पार कर फिर से ऋषिकेश क्षेत्र में आ पहुंचते हैं। मगर, इस बार गौहरी रेंज ने ऋषिकेश वन रेंज से कर्मचारी बुलाकर गंगा के दूसरी ओर तैनात कर दिए, ताकि तस्करों को दोनों ओर से घेर कर पकड़ा जा सके।
मगर, तस्कर वनकर्मियों से दो हाथ आगे निकले, वह अपनी टायर ट्यूब मौके पर ही छोड़कर गंगा के किनारे किनारे ऐसे जंगल के ऐसे बीहड़ में पहुंच गए, जहां संसाधनहीन वनकर्मियों का पहुंचना भी कठिन था। प्रात: करीब दस बजे से शुरू हुआ चूहा-बिल्ली का यह खेल करीब तीन बजे तक चला। मगर, कोई भी लकड़ी तस्कर वनकर्मियों के हत्थे नहीं चढ़ा। पुलिस ने गंगा पार करने के लिए लकड़ी तस्करों द्वारा लाई गई टायर ट्यूब नष्ट कर दी। वन क्षेत्रधिकारी गौहरी रेंज धीर सिंह ने बताया कि लकड़ी तस्करों की तलाश की जा रही है। आगे भी लकड़ी तस्करों के धरपकड़ के लिए प्रयास जारी रहेंगे।
कार्रवाई देखने के लिए उमड़ी भीड़, फिजिकल डिस्टेंस का मखौल
कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए लोगों को फिजिकल डिस्टेंसिंग बनाने की सलाह दी जा रही है। वहीं लॉकडाउन में लोगों को घरों में रहने के लिए कहा जा रहा है। मगर, रविवार को मायाकुंड क्षेत्र में लकड़ी तस्करों के खिलाफ वनविभाग की कार्रवाई को देखने के लिए न सिर्फ लॉकडाउन तोड़कर बड़ी संख्या में लोग घाट पर जमा हो गए, बल्कि फिजिकल डिस्टेंसिंग का भी खूब मखौल उड़ाया गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने लोगों को फटकार घरों को भेजा। लोग दोबारा घाट की ओर नहीं आ जाएं। इसके लिए पुलिस नजर रखती रही।
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लकड़ी तस्करों का पीछा करते दो वनकर्मी घायल
गौहरी रेंज क्षेत्र में गंगा पार लकड़ी तस्करों का पीछा कर रहे दो वन कर्मी गिरकर घायल हो गए। जिन्हें एम्स में भर्ती कराया गया है। रेंज अधिकारी धीर सिंह ने बताया कि कार्रवाई के दौरान करीब दो क्विंटल लकड़ी बरामद की गई है। जंगल में दिखे इन तस्करों का जब वन कर्मियों ने पीछा किया तो वह पहाड़ी क्षेत्र में चले गए जहां पैर फिसलने से बीट सहायक शेखर बिष्ट और वन आरक्षी जगदीश घायल हो गए। जिन्हें एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया है। वहीं ऋषिकेश रेंज के वन क्षेत्रधिकारी आरपीएस नेगी ने नाव घाट क्षेत्र में मौके से करीब चार क्विंटल लकड़ी बरामद की। रेंज अधिकारी ने बताया कि जांच में यह बात सामने आई कि यह लोग अवैध रूप से लाई गई लकड़ी आसपास श्मशान घाट में बेच देते हैं। जिसके बाद श्मशान घाट के संबंधित लोगों से खरीदी गई लकड़ी के प्रपत्र मांगे गए हैं।
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