महिलाएं हर चुनौती को पार कर छू सकती हैं बुलंदियां: राज्यपाल
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य का कहना है कि महिलाएं न केवल बाइक की सवारी कर सकती हैं। वे किसी भी बाधा और चुनौतियों का सामना कर बुलंदियों को छू सकती हैं।
By Edited By: Published: Fri, 08 Mar 2019 08:50 PM (IST)Updated: Sat, 09 Mar 2019 02:43 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर त्रिकोण सोसायटी और ढाल फाउंडेशन की ओर से वुमेंस बाइक रैली का आयोजन किया। जिसमें 250 से अधिक महिलाओं ने भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने नारी की शक्ति और साहस को प्रदर्शित किया।
बाइक रैली को राजभवन से राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। राज्यपाल ने कहा कि महिलाएं न केवल बाइक की सवारी कर सकती हैं, वे किसी भी बाधा और चुनौतियों का सामना कर बुलंदियों को छू सकती हैं। रैली राज भवन से शुरू होकर हरिद्वार रोड रोड स्थित होटल में संपन्न हुई।
उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और चंडीगढ़ राज्य से भी महिला बाइकर्स ने इस 55 किलोमीटर की बाइक रैली में प्रतिभाग किया। त्रिकोण सोसायटी की निदेशक नेहा शर्मा ने कहा कि हमारी रैली का उद्देश्य महिलाओं में आत्मविश्वास की भावना के साथ ही यातायात के प्रति जागरूकता पैदा करना है। बाइक रैली में ऋतु पहले, अनुशिखा दूसरे और गीता शुक्ला तीसरे स्थान पर रहे।
इस मौके पर सबसे बुज़ुर्ग राइडर गीता शुक्ला और अंतरराष्ट्रीय राइडर मिकोया नोएल को भी सम्मानित किया गया। जिन्हें राज्य मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने पुरस्कृत किया। इस दौरान त्रिकोण सोसाइटी की संस्थापक डॉ. निर्मला शर्मा, हेमवती नंदन बहुगुणा केंद्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर की पूर्व प्रोफेसर जेपी पचौरी, उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी हल्द्वानी की डॉ. नीरजा सिंह, ढाल सोसायटी की संस्थापक मेघा भट्टं आदि मौजूद रहे।
संसद और विधान सभा में 33 प्रतिशत आरक्षण की मांग
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की ओर से वर्तमान राजनीति एवं महिलाएं विषय पर सेमीनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर समिति ने संसद व विधान सभा में 33 प्रतिशत महिला आरक्षण दिए जाने के साथ ही महिलाओं से संबंधित 11 मांगों पर कार्रवाई की मांग की गई। मुख्य वक्ता समिति की अध्यक्ष इंदु नौडियाल ने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार की नीतियों के कारण महिलाओं की स्थित बदतर हो चुकी है।
टिंचरी माई के इस उत्तराखंड में आज जहरीली शराब कई लोगों की जिंदगी लील चुकी है। महिलाओं के प्रति अपराधों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। इस दौरान उन्होंने महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण लागू करने, महिलाओं से संबंधित कानूनों के लिए पर्याप्त बजट आवंटित करने, निर्भया प्रकोष्ठ को सशक्त बनाने सहित ग्यारह सूत्री मांगों पर कार्रवाई की मांग की। इस दौरान चंदा ममगाई, सीमा, सविता, बीना, बिंद्रा, बंदना, भारती, सुरेशी आदि मौजूद रहे।
महिला कर्मियों को दिया प्रोत्साहन
दून रेलवे स्टेशन में महिला दिवस महिलाकर्मियों को समर्पित किया गया। शुक्रवार को आयोजित कार्यक्रम में महिला कर्मियों को विशेष स्थान दिया। महिला सशक्तीकरण, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, भ्रूण हत्या, घटते लिंगानुपात पर नुक्कड़ नाटक का आयोजन हुआ, इसमें लोगों को जागरूक किया। स्टेशन अधीक्षक एसडी डोभाल ने कहा कि हमें अपने परिवारों में महिला का सम्मान करना चाहिए। तभी महिला सशक्तीकरण का सपना साकार हो सकता है। इस अवसर पर सीनियर वाणिज्य निरीक्षक एसके अग्रवाल, स्टेशन डायरेक्टर हर स्वरूप, सीएचआइ प्रीतम सिंह तोमर आदि उपस्थित रहे।
अपनी भागीदारी खुद सुनिश्चित कर रही हैं महिलाएं
ऑल इंडिया वूमेंस कांफ्रेंस की ओर से महिला दिवस पर सुभाष रोड स्थित होटल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर संस्था की अध्यक्ष अरुणा चावल ने कहा कि आज की महिलाएं जागरूक और सशक्त हैं। वे अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर आगे बढ़ रही हैं। डायटीशियन अनामिका जिंदल ने स्वस्थ खानपान के लिए जागरूक किया। इस दौरान अर्चना सिंघल, अनामिका जिंदल, नैंसी धामी, पुष्पा भल्ला, पूनम लोना, अनिता गुप्ता, निशा गुप्ता आदि मौजूद रहीं।
हर क्षेत्र में महिला-पुरुष की भागीदारी का संतुलन जरूरी
उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान केंद्र की ओर से यूसर्क संस्थान में भी महिला दिवस पर बैलेंस फॉर बैटर विषय पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें यूसर्क के निदेशक प्रो. दुर्गेश पंत ने कहा कि समाज की बेहतरी के लिए हर क्षेत्र में महिला व पुरुषों की भागीदारी का संतुलन जरूरी है। इस दौरान वैज्ञानिक डॉ. अर्चना बहुगुणा, शिक्षाविद् कमला पंत, डॉ. मंजू सुंदरियाल, इंद्रभूषण कोचगबे, डॉ. ओपी नौटियाल, डॉ. एमएन जोशी आदि मौजूद रहे।
समाज के विकास का मूल नारी सशक्तीकरण
बार एसोसिएशन के विधि भवन के सभागार में भी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिला जज आलोक कुमार वर्मा बतौर मुख्य अतिथि संबोधित किया। सीजेएम विवेक श्रीवास्तव बतौर विशिष्ट अतिथि पहुंचे। गोष्ठी की अध्यक्षता मनमोहन कंडवाल ने किया, जबकि सचिव अनिल शर्मा ने संचालन किया।
नारी सृजन की शक्ति
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर पुलिस लाइन के सभागार में भी गोष्ठी का आयोजन किया। यहां आई मातृ शक्ति को संबोधित करते हुए एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने कहा कि नारी सृजन की शक्ति है। उसके बिना जीवन की कल्पना भी संभव नहीं है।
परिवार में बेटी-महिला का सम्मान जरूरी
बदरी-केदार समिति की ओर से महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि हमारे शास्त्रों में महिलाओं को देवी का दर्जा दिया गया है। जिस घर में महिलाओं का सम्मान होता है, वहां सुख-समृद्धि आती है। कहा कि महिला सुरक्षा एवं सम्मान प्रदेश सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। प्रदेश में भ्रूण हत्या व लिंग परीक्षण जैसी कुरीतियों को जड़ से खत्म करने के लिए सरकार सख्ती से कार्य कर रही है। इसको लेकर समाज में भी जागरूकता लाने की जरूरत है।
बालावाला में आयोजित कार्यक्रम में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि महिलाओं का सम्मान सिर्फ एक दिन नहीं, बल्कि वर्षभर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेटियों को समाज में समान स्थान दिलाने की दिशा में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान चला रहे हैं। इस दौरान कीर्तन मंडलियों के लिए प्रतियोगिता आयोजित हुई, जिसमें शिव शक्ति कीर्तन मंडली (कलिंगा कालोनी) प्रथम, नवदुर्गा कीर्तन मंडली (अजबपुर) द्वितीय व हर्रांवाला कीर्तन मंडली तृतीय स्थान पर रहे। इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री नरेश बंसल, बद्री-केदार समिति के अध्यक्ष राजपाल रावत, संजय सिंह चौहान आदि मौजूद रहे।
ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता लाने की जरूरत
पंचायती राज विभाग की ओर से महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में पंचायती राज मंत्री अरविंद पांडे ने ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को जागरूक करने व उनके अधिकारों की रक्षा करने पर जोर दिया। सर्वे चौक स्थित आइआरडीटी सभागार में हुए कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पंचायती राज मंत्री पांडे ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के अभाव के कारण सामाजिक कुरीतियां पनपती हैं। लेकिन, वर्तमान में सरकार ने इस असंतुलन के खत्म करने की दिशा में अनेकों प्रयास किए हैं।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के विकास पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, पंचायती राज निदेशक एचसी सेमवाल आदि मौजूद रहे। ओएनजीसी में मनाया महिला दिवस ओएनजीसी एएमएन घोष सभागार में में महिला दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक निवेदिता कुकरेती ने संबोधित किया। इस दौरान कार्यकारी निदेशक प्रधान निगमित प्रशासन, ओएनजीसी प्रीता पंत व्यास, कार्यकारी निदेशक प्रमुख मानव संसाधन विकास वीके वर्मा, आरती जंडियाल, प्रतिमा वर्मा, रीता मल्होत्रा आदि मौजूद रहे।
संसद में बढ़े महिलाओं का प्रतिनिधित्व
प्रेस क्लब की ओर से महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास राज्यमंत्री रेखा आर्य ने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए राजनीति में महिलाओं की समान भागीदारी आवश्यक है। इसके लिए संसद में महिलाओं के लिए आरक्षण बिल पास होना चाहिए। इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वाली महिलाओं को सम्मानित भी किया।
शुक्रवार को प्रेस क्लब में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राज्यमंत्री रेखा आर्य ने कहा कि आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में कमतर नहीं है। हर क्षेत्र में महिलाओं ने खुद को साबित किया है। विशिष्ट अतिथि उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी ने कहा कि समाज में आज भी कई लोगों की महिलाओं के प्रति संकुचित सोच है। इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक निवेदिता कुकरेती, धाद संस्था के संस्थापक लोकेश नवानी, प्रेस क्लब के अध्यक्ष विकास धूलिया, महामंत्री संजय घिल्डियाल, पूर्व अध्यक्ष भूपेंद्र कंडारी समेत कई अन्य उपस्थित रहे।
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