अधिकारी में कोरोना की पुष्टि होने के बाद आइआरडीई की वर्क्स विंग सील, आठ कर्मी क्वारंटाइन
डीआरडीओ के देहरादून स्थित यंत्र अनुसंधान एवं विकास संस्थान (आइआरडीई) के तकनीकी अधिकारी में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद यहां की वर्क्स विंग को सील कर दिया गया है।
देहरादून, जेएनएन। डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (डीआरडीओ) के देहरादून स्थित यंत्र अनुसंधान एवं विकास संस्थान (आइआरडीई) के तकनीकी अधिकारी में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद यहां की वर्क्स विंग को सील कर दिया गया है। संक्रमित अधिकारी इसी विंग में काम करते थे। उनके साथ ही विंग के करीब आठ कार्मिकों को भी संस्थान के निदेशक बेंजामिन लॉयनल ने होम क्वारंटाइन पर भेज दिया है।
आइआरडीई के तकनीकी अधिकारी का इलाज हरिद्वार स्थित एक निजी अस्पताल में अन्य बीमारी का चल रहा था। इसको लेकर उनकी कोरोना जांच कराई गई थी। सोमवार सैंपल देने के बाद अधिकारी मंगलवार को आइआरडीई काम पर भी गए थे। बताया जा रहा है कि पॉजिटिव आने से कुछ दिन पहले जब निदेशक सिविल कार्यों का निरीक्षण कर रहे थे, तब तकनीकी अधिकारी भी उनके साथ थे। यह बात सैंपल लेने से पहले की बताई जा रही है। विंग के कई अन्य कार्मिकों के भी वह संपर्क में आते रहे।
कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने पर गुरुवार को जब स्वास्थ्य विभाग व पुलिस टीम उन्हें देहराखास आवास से अस्पताल में भर्ती कराने के लिए पहुंची तो संस्थान में हड़कंप मच गया। निदेशक के निर्देश पर विंग को सील कराने के साथ ही पूरे विंग व संस्थान परिसर में सेनिटाइजेशन भी कराया गया।
पुलिस जुटी कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग में
तकनीकी अधिकारी के देहराखास में आवास को देखते हुए जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव के निर्देश पर पटेलनगर पुलिस उनके संपर्क में आए लोगों की पहचान करने के लिए कॉन्टेक्ट में जुट गई है। वहीं, आइआरडीई रायपुर थाना क्षेत्र में आता है। लिहाजा, यहां की पुलिस संस्थान के निदेशक व अन्य कार्मिकों के संपर्क में आने की पड़ताल कर रही है। साथ ही कनिष्क अस्पताल के चिकित्सकों व अन्य कार्मिकों की भी ट्रेसिंग की जा रही है। गंभीर बात यह है कि तकनीकी अधिकारी की कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। इस दौरान बस वह बाईपास रोड स्थिति निजी अस्पताल में तीन-चार बार उपचार कराने गए और एक बार निरंजनपुर मंडी से सब्जी खरीदी और एक दफा मोहल्ले में ही ठेली वाले से प्याज व आलू खरीदा था।
दो बच्चों की सैंपलिंग की मांग
दैनिक जागरण के साथ अपनी चिंता साझा करते हुए संक्रमित तकनीकी अधिकारी ने कहा कि जनवरी में उनकी पत्नी की मृत्यु हो गई थी। परिवार में उनके साथ 21 से 23 साल के बीच के बेटा व बेटी रहते हैं। उन्होंने जिलाधिकारी से मांग की है कि वह उनकी सैंपलिंग कराए और जरूरत की सामग्री उपलब्ध कराने की भी व्यवस्था करे। उन्होंने यह भी बताया कि जब मंगलवार देर रात उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो तत्काल निदेशक को कॉल कर जरूरी एहतियाती कदम उठाने का आग्रह किया गया।
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