उत्तराखंड में बदला मौसम का मिजाज, पिथौरागढ़ में फटा बादल, आंधी-तूफान के साथ हुई बारिश
सूबे में सुबह और शाम के मौसम में बदलाव देखने को मिला। शाम को आंधी चलने के साथ ही हल्की बारिश भी हुई। पिथौरागढ़ में बादल फटने से काफी नुकसान हुआ।
देहरादून, जेएनएन। सूबे में गुरुवार को सुबह और शाम के मौसम में बदलाव देखने को मिला। शाम को आंधी चलने के साथ ही हल्की बारिश भी हुई, जबकि बुधवार के मुकाबले गुरुवार को शहर के अधिकतम तापमान में एक डिग्री की बढ़ोत्तरी देखने को मिली। वहीं, पिथौरागढ़ में धारचूला के ताकुल में बादल फटने के कारण पुल और 15 मवेशी बह गए हैं। उधर, गढ़वाल मंडल के जिलों में बारिश हुई, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
दून में दिन में चढ़ा पारा, शाम पर घिरे बादल
दून में गुरुवार का दिन खासा गर्म रहा। लोग गर्मी के तेज थपेड़ों से जूझते रहे, हालांकि शाम के समय बादल घिर आने से मौसम थोड़ा खुशगवार हो गया। लोग उम्मीद कर रहे थे कि बारिश की फुहारें पड़ें तो गर्मी से कुछ और राहत मिले। वहीं, चकराता व मसूरी में बारिश की तेज बौछारें पडऩे से तापमान में चार से पांच डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई। इसके अलावा हरिद्वार, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी, टिहरी सहित कुमाऊं मंडल के अधिकांश इलाकों में दोपहर बाद अंधड़ चलने के साथ ही हल्की बारिश भी हुई। इससे कई जगह तेज हवाओं के कारण पेड़ और होर्डिंग गिर गए।
दून में दिनभर लोगों ने गर्मी झेली, जिसके चलते कई सड़कों पर भीड़भाड़ में कमी आई, मगर शाम को बादल घिर आने से तमाम इलाकों में खासी चहल-पहल देखी गई। संभावना व्यक्त की जा रही है कि देर रात शहर में एक या दो दौर की बारिश भी हो सकती है। वहीं, मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि शुक्रवार को उत्तराखंड में मौसम साफ रहने का अनुमान है। अगले पांच दिन में मैदानों में तापमान एक से दो डिग्री बढऩे की संभावना है। 30 अप्रैल से फिर मौसम करवट बदलेगा, जिससे बारिश हो सकती है।
गुरुवार को सुबह मौसम साफ रहा और तेज धूप खिल गई। जिस कारण दोपहर तक लोगों को चिलचिलाती धूप और गर्मी का सामना करना पड़ा। मौसम के तेवर तीखे होने की वजह से तापमान में भी उछाल देखा गया। बुधवार को जहां रुड़की में अधिकतम तापमान 37.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, वहीं गुरुवार को यह बढ़कर 38.5 डिग्री सेल्सियस रेकॉर्ड हुआ। जबकि न्यूनतम तापमान 24.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। उधर, दोपहर सवा तीन बजे के बाद मौसम ने अचानक से करवट बदलनी शुरू कर दी। कुछ देर बाद ही आसमान में बादल आ गए और धूल भरी हवा चलने लगी। धीरे-धीरे हवा आंधी-तूफान में तब्दील हो गई, साथ ही बारिश भी होने लगी। आंधी आने की वजह से कई जगह पेड़ भी गिर गए। ऐसे में सड़कों पर चलने वाले लोग खुद को बचाते हुए दिखाई दिए। मौसम का मिजाज बदलने से शाम को लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिली।
रुड़की में आंधी से हाईवे में गिरा पेड़
रुड़की में शाम के समय आई तेज आंधी की वजह से शहर की बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। दिल्ली देहरादून राजमार्ग पर सेना चौराहे के समीप एक पेड़ हाईवे पर गिर जाने की वजह से यातायात बाधित हो गया है, वहीं कैनाल रोड पर जगह-जगह पेड़ गिरने से बिजली की लाइन टूट गई है। इसकी वजह से शहर के एक बड़े हिस्से में बिजली गुल हो गई है। उधर राजकीय इंटर कॉलेज रुड़की में मूल्यांकन कर रहे शिक्षक कक्ष के ऊपर पेड़ गिर गया है, जिसकी वजह से अफरा-तफरी मच गई।
पिथौरागढ़ के ताकुला में बादल फटा, दो पुल व 15 मवेशी बहे
धारचूला के ताकुल में प्रकृति ने कहर बरपाया है। बादल फटने के कारण पुल और 15 मवेशी बह गए हैं। खेल मैदान मलबे से भर गया है। तांकुल से लेकर घटियाबागड़ तक भारी भूस्खलन हुआ है। इसके कारण करीब 60 परिवार प्रभावित हुए हैं। कई मकान भी खतरे की जद में आ गए हैं। सूचना मिलने के बाद तहसील मुख्यालय धारचूला से राजस्व टीम गांव पहुंच चुकी है। ग्रामीणों को टेंट में रखने का प्रबंध किया जा रहा है। प्रभावित क्षेत्र के संचार सुविधा न होने के कारण पूरी जानकारी पिफलहाल नहीं मिल पा रही है। वहीं प्रशासन के अनुसार कोई जनहानि नहीं हुई है। यह क्षेत्र कैलासमान सरोवर यात्रा मार्ग में पड़ता है।
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