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गेहरी व खारसी के ग्रामीणों के हलक सूखे

संवाद सूत्र चकराता ग्राम सभा गेहरी व खारसी के खेड़ों में रह रहे 44 परिवार पेयजल संकट

By JagranEdited By: Published: Tue, 26 Nov 2019 03:00 AM (IST)Updated: Tue, 26 Nov 2019 03:00 AM (IST)
गेहरी व खारसी के ग्रामीणों के हलक सूखे
गेहरी व खारसी के ग्रामीणों के हलक सूखे

संवाद सूत्र, चकराता: ग्राम सभा गेहरी व खारसी के खेड़ों में रह रहे 44 परिवार पेयजल संकट झेल रहे हैं। खेड़ों के लिए अभी तक पेयजल लाइन ही नहीं है। जिसके चलते करीब तीन सौ की आबादी को आधा किमी दूर प्राकृतिक स्त्रोत व हैंडपंप से पेयजल ढोना पड़ रहा है। हालत यह है कि बरसात के मौसम में ग्रामीणों को दूषित पानी पीना पड़ता है। परेशान ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री से क्षेत्र के लिए पेयजल लाइन निर्माण की मांग की है।

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ग्राम सभा गहरी व खारसी की हरिजन बस्ती थाथा खेड़े में आजादी के बाद से आज तक पेयजल लाइन ही नहीं बन पायी। ग्रामीण जयपाल पंवार, जवाहर सिंह, नारायण सिंह, डेडिया दास, टेमिया दास, गोपाल, रवि दास, अमर कुंदन आदि का कहना है कि आज तक न तो सरकार और न ही किसी ग्राम प्रधान ने इस ओर ध्यान दिया है। आज भी ग्रामीणों को गांव से आधा किलोमीटर दूर स्थित प्राकृतिक स्त्रोत या फिर हैंडपंप से पेयजल की व्यवस्था करते हैं। उनका कहना है कि पाइप लाइन न होने के कारण महिलाओं को रोजाना सिर पर पानी ढोना पड़ रहा है। पूर्व में भी सरकार को कई बार इस बारे में पत्र भेजा गया लेकिन आज तक इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई है। गेहरी गांव में 36 परिवार व थाथा खेडे़ में आठ परिवार मिलाकर कुल 300 से अधिक की आबादी पेयजल संकट झेल रही है। ग्रामीणों ने कहा कि बरसात में उन्हें दूषित पानी से प्यास बुझानी पड़ती है। ग्रामीणों ने सीएम को भेजे ज्ञापन में पेयजल लाइन बनवाने की मांग की।


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