बारिश से मालदेवता में बनी झील का जलस्तर बढ़ा
लगातार बारिश और भूस्खलन से माल देवता के पास स्थानीय बरसाती नदी में बनी झील का जलस्तर बढ़ने लगा है।
जागरण संवाददाता, देहरादून: लगातार बारिश और भूस्खलन से माल देवता के पास बरसाती नदी में बनी झील का जलस्तर फिर बढ़ने लगा है, जिससे खतरा भी बढ़ गया है। उधर, राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार आने वाले 48 घंटों में देहरादून समेत मसूरी में भारी से बहुत भारी बारिश के आसार हैं। वहीं सुरक्षा के मद्देनजर चेतावनी जारी कर प्रशासन को अलर्ट रहने को कहा गया है।
देहरादून से करीब 20 किलोमीटर दूर स्थित मालदेवता के समीप करीब 15 दिन पहले यह झील अस्तित्व में आई थी। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार झील से पानी का रिसाव हो रहा है और झील पर नजर रखने के लिए सिंचाई विभाग की टीम मौके पर मौजूद है। शनिवार सुबह करीब पांच बजे पहले हल्की बूंदाबांदी शुरू हुई, उसके बाद साढ़े पांच बजे से अधिकतर इलाकों में मूसलाधार बारिश शुरू हो गई, जो करीब पौने 10 बजे तक जारी रही। बारिश के कारण शहर के मुख्य चौराहे एवं सड़कें लबालब हो गई। शनिवार को दून का अधिकतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 31.2 और न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 24.5 डिग्री सेल्सियस रहा। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार रविवार को दून का अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान क्रमश: 30 और 24 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
उफनते नदी-नाले बन रहे जानलेवा
हरिद्वार के लालढांग क्षेत्र में रवासन नदी में डूबने से एक महिला की मौत हो गई। महिला सुबह नदी पार कर बाजार जा रही थी। पखवाड़ेभर में इस नदी में डूबने से यह दूसरी मौत है। बीते चार दिन में मौसम के कहर से मरने वालों की संख्या 11 हो गई है। बारिश के चलते भूस्खलन से सड़कों पर मलबा आने का क्रम जारी है। चमोली जिले में जोशीमठ के पास चट्टान टूटने से चीन-सीमा को जोड़ने वाला मलारी राष्ट्रीय राजमार्ग भी बंद हो गया है। सीमा सड़क संगठन के जवान मलबा हटाने का प्रयास कर रहे हैं। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे पर यातायात लगातार बाधित हो रहा है। लामबगड़ के पास बंद बदरीनाथ हाईवे तीसरे दिन भी नहीं खोला जा सका। प्रदेश में भूस्खलन के कारण 100 से ज्यादा संपर्क मार्ग बंद हैं। वहीं नदियां भी उफान पर हैं। शारदा, सरयू, गोरी और काली के साथ ही मंदाकिनी, पिंडर और अलकनंदा का जलस्तर बढ़ा हुआ है। हरिद्वार में गंगा के जलस्तर में हालांकि कमी आई है, लेकिन अब भी यह चेतावनी रेखा पर है। गंगा तटों पर बने तटबंध कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। देर शाम मूसलाधार बारिश से चमोली जिले के सुभाई गाव में अफरा-तफरी फैल गई। गांव के बीच से बहने वाले बरसाती नाले में आई बाढ़ से दो मकान और एक गोशाला में मलबा घुस गया। प्रशासन की टीम गांव के लिए रवाना हो गई है।
आठ जिलों में आज भारी बारिश
मौसम विभाग के अनुसार रविवार और सोमवार को भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि देहरादून, हरिद्वार, रुद्रप्रयाग, चमोली, पौड़ी, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर और चंपावत में लोगों को विशेष तौर पर सतर्क रहने को कहा गया है। शनिवार को मौसम की चेतावनी के मद्देनजर देहरादून, हरिद्वार, रुद्रप्रयाग और टिहरी में स्कूल बंद रहे।