Move to Jagran APP

उत्तराखंड में 140 सड़कें बंद, उफान पर नदियां

देहरादून में विकासनगर क्षेत्र के रसूलपुर गांव बारिश के दौरान नाले के पानी ने आफत मचाई। वहीं यमुनोत्री के खरसाली गांव में नाले के उफान पर आने से लोगों ने रात भर जागकर रात काटी।

By BhanuEdited By: Published: Thu, 26 Jul 2018 08:33 AM (IST)Updated: Fri, 27 Jul 2018 02:30 PM (IST)
उत्तराखंड में 140 सड़कें बंद, उफान पर नदियां
उत्तराखंड में 140 सड़कें बंद, उफान पर नदियां

देहरादून, [जेएनएन]: उत्तराखंड में मौसम मुसीबत का सबब साबित हो रहा है। बारिश और भूस्खलन से पहाड़ों की लाइफ लाइन सड़कें बंद हैं। प्रदेश में 140 ज्यादा सड़कों पर मलबा आने से आवागमन प्रभावित है। विशेषकर पिथौरागढ़ और चमोली में स्थिति ज्यादा विकट है।

loksabha election banner

ऋषिकेश और हरिद्वार में गंगा चेतावनी निशान के करीब है तो कुमाऊं काली नदी खतरे के निशान के पास पहुंच चुकी है। प्रदेश में सभी प्रमुख नदियां उफान पर हैं। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को भी मौसम के तेवरों में कोई बदलाव नहीं आने वाला है। कई स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका बनी हुई है।

कैम्टीफॉल में उफान, दुकानें छोड़कर भागे दुकानदार

गुरुवार को दोपहर बाद देहरादून जिले में जबरदस्त बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। शहर में जलभराव से तो लोग त्रस्त रहे ही, मसूरी में भी मसूलधार बारिश परीक्षा लेती रही। विशेषकर कैम्टी फॉल में हड़कंप की स्थिति रही। एकाएक कैम्पटी फॉल में उफान आ गया। झरने का भयावह रूप देख लोग दहशत में आ गए और आसपास बसे दुकानकादार अपनी दुकानें छोड़कर सुरक्षित ठिकानों की ओर भागे। करीब एक घंटे तक यही स्थिति रही। पानी का बहाव कम होने के बाद भी लोग अपनी दुकानों में वापस आए।

कैलास-मानसरोवर यात्रा भी प्रभावित

खराब मौसम से कैलास-मानसरोवर यात्रा भी प्रभावित है। आलम यह है कि पिथौरागढ़ में आठ दिन से फंसे आठवें दल के 57 सदस्य किसी तरह मंगलवार को गुंजी तो पहुंच गए, लेकिन अब यह दल गुंजी से आगे नहीं बढ़ पा रहा है। इसी तरह नौवां दल पिथौरागढ़ और दसवां अल्मोड़ा में रुका है। 

चार धाम मार्गों पर भी मलबा गिरने का सिलसिला जारी

बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे पर मलबा गिरने का सिलसिला जारी है। मंगलवार सुबह गंगोत्री हाईवे साढ़े तीन घंटे बंद रहा, वहीं बदरीनाथ हाईवे पर लामबगड़ के पास भूस्खलन जोन यात्रियों की परीक्षा ले रहा है। 21 जुलाई से बंद यमुनोत्री हाईवे पर डाबरकोट में भूस्खलन का दौर जारी है। भूस्खलन के कारण प्रदेश में सबसे ज्यादा गंभीर स्थिति पिथौरागढ़, चमोली, पौड़ी और देहरादून में है। 

यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में अगले 48 घंटे भारी बारिश की चेतावनी

यह भी पढ़ें: चमोली के नीति घाटी में बादल फटा, चार की मौत; भारी बारिश की चेतावनी 

यह भी पढ़ें: भारी गुजरेंगे अगले 24 घंटे, मौसम विभाग ने जारी की भारी बारिश की चेतावनी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.