उत्तराखंड में बारिश का दौर जारी, केदारनाथ मार्ग पर पत्थर गिरने से यात्रा प्रभावित
उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों के कई क्षेत्रों में लगातार बारिश का दौर जारी है। केदारनाथ पैदल मार्ग पर पत्थर गिरने से यात्रा भी प्रभावित रही।
देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों के कई क्षेत्रों में लगातार बारिश का दौर जारी है। रुद्रप्रयाग में गौरीकुंड से केदारनाथ पैदल मार्ग पर लिनचौली के समीप स्लाइडिंग जोन में मंगलवार को पत्थर गिरने से एसडीआरएफ व पुलिस ने कुछ देर के लिए पैदल श्रद्धालुओं को रोके रखा। पत्थर गिरने बंद होने के बाद सुरक्षा कर्मियों ने यात्रियों को इस खतरनाक जोन पार करवाया। इस दौरान कंडी और घोड़ों की आवाजाही रोकी गई। बारिश से राज्य के 43 संपर्क मार्ग बाधित हैं। उत्तरकाशी के बड़ेथी में सुबह दो घंटे गंगोत्री राजमार्ग बंद रहा, जबकि डाबरकोट में यमुनोत्री मार्ग करीब एक घंटे बंद रहा। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि बुधवार को प्रदेश के अधिकतर जिलों में बारिश का दौर जारी रहेगा।
गुरुवार की सुबह से ही उत्तराखंड में रुक-रुककर बारिश का दौर जारी है। उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री हाईवे चुंगी बडेथी के पास रुकरुक कर पत्थर गिर रहे हैं । इससे बाईपास मार्ग से यातायात संचालन हो रहा है।
वहीं, ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाईवे पर दो जगह भूस्खलन होने से यातायात बाधित है। बारिश के कारण थाना मुनिकीरेती के तपोवन से करीब एक किलोमीटर आगे बदरीनाथ हाईवे पर भूस्खलन के कारण मलवा गया। यहां जेसीबी लगाकर पुलिस और एनएच की टीम मलवा हटा रही है।
इससे आगे गूलर और शिवपुरी के बीच हाईवे पर भारी मलवा आया है। मुनिकीरेती थाने के प्रभारी निरीक्षक आरके सकलानी ने बताया कि मंगलवार की सुबह करीब 7:30 बजे गूलर से आगे मलवा गया। मलवा बहुत अधिक है। एनएच श्री नगर की टीम ने जेसीबी और पोकलैंड मशीन मंगा कर मलवा हटाने का काम शुरू कर दिया है। इससे वाहनों को तपोवन पुलिस चौकी पर रोका गया है। उधर भद्रकाली चौक से ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है।
वहीं हरिद्वार में रात भर बारिश के दौरान बिजली गुल होने से लोग काफी परेशान रहे। गढ़वाल में कोटद्वार, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, चमोली, देहरादून में बारिश का दौर जारी है। केदारनाथ हाईवे में यातायात सुचारू है।
कुमाऊं की कई सड़कें बंद
पिथौरागढ़ में मुनस्यारी बंगापानी क्षेत्र में भारी बारिश का दौर जारी है। जौलजीबी मदकोट मुनस्यारी मार्ग में सालीधार के पास सड़क पर पेड़ गिरने से यातायात अवरुद्ध हो गया। वहीं, चंपावत में भारी बारिश के दौरान टनकपुर पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग में बनलेख के पास मलबा आने से अवरुद्ध हो गया। कार्यदायी कंपनी मलबा हटाने में जुटी हुई है। बागेश्वर में रिमझिम बारिश के साथ ही सरयू और गोमती का जलस्तर बढ़ रहा है।
रानीखेत में अतिसंवेदनशील पाडली की पहाड़ी दरकने से अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर मलबा आ गया। इससे यातायात ठप हो गया। एनएच कर्मियों ने जेसीबी मशीन की मदद से मलबा हटाने का कई बार प्रयास किया, बार-बार पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण मुश्किलें बरकरार रही।
पहाड़ी से गिर रहे पत्थर
इधर रानाखेत खैरना स्टेट हाईवे पर भुजान के समीप कनवाड़ी की पहाडी़ से गिरे पत्थर की चपेट में आने से रानीखेत से हल्द्वानी की ओर जा रहा मैक्स वाहन बाल-बाल बचा। वाहन में मय चालक करीब सात लोग सवार थे। वहीं रातीघाट, रामगाढ़, दो पांखी, भोर्या बैंड,लोहाली, जौरासी में भी पहाड़ी से पत्थर गिरने का सिलसिला जारी रहा।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि प्रदेश के पांच जिलों देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी नैनीताल एवं उधम सिंह नगर में भारी से भारी बारिश होने की संभावना है। विभाग ने संबंधित जिला अधिकारियों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में मौसम के तेवर तल्ख, केदारनाथ पैदल मार्ग पर बारिश के दौरान यात्रा नहीं
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड के नौ जिलों में भारी बारिश की चेतावनी, पौड़ी और चमोली में मकान क्षतिग्रस्त
यह भी पढ़ें: केदारनाथ पैदल मार्ग पर आवाजाही शुरू, बदरीनाथ हाइवे अवरुद्ध; 1200 यात्रियों को रोका