दंपती के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा
जागरण संवाददाता विकासनगर सेलाकुई के एक दंपती ने 70 से अधिक महिलाओं के नाम से लोन ले
जागरण संवाददाता, विकासनगर: सेलाकुई के एक दंपती ने 70 से अधिक महिलाओं के नाम से लोन ले लिया। पता तब चला जब बैंक के कर्मचारी महिलाओं के घर पर पहुंचे और लोन चुकाने के लिए कहा। दंपती ने महिलाओें से कागजात ई-श्रम कार्ड बनाने के नाम पर लिए थे। दंपती के खिलाफ थाना सेलाकुई में धोखाधड़ी के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
थाना सेलाकुई में नेहा पत्नी विरेंदर हाल निवासी शिव मंदिर पीठवाली गली मूल निवासी ग्राम शमसाबाद,आगरा उप्र समेत कई महिलाओं ने दी तहरीर दी। जिसमें कहा कि वह फार्मासिटी सेलाकुई में काम करतीं हैं। उनके साथ में मेशरजहां पत्नी आकाश निवासी पीठवाली गली सेलाकुई भी काम करती थीं। आकाश की सेलाकुई बाजार में एक दुकान थी। वह मनी ट्रांसफर, आधार कार्ड व पेन कार्ड में करेक्शन और आइडी बनाता था। नौ दिसंबर 2021 में मेशरजहां ने कहा कि आजकल मोदी योजना के अंतर्गत सभी के ई-श्रम कार्ड बनाए जा रहे हैं। जिसका ई-श्रम कार्ड बना होगा, उसके छह हजार रुपये महीना बैंक खाते में आएंगे। उसका पति आकाश कार्ड बना रहा है। ऐसा कहने पर लगभग 70-75 महिलाओं ने अपनी अपनी आइडी, जिसमें आधार कार्ड, पेन कार्ड, बैंक पास बुक की छायाप्रति मेशरजहां को दे दिए। हमारे फोटो भी लिए गए थे। तब मेशरजहां व उसके पति आकाश ने बताया था कि आपके फोन पर ओटीपी आएगा, उसे हमें बता देना। उसके बाद हम सभी महिलाओं ने फोन पर आए ओटीपी को दे दिया था। उसके बाद हमारे बैक खातों में कोई पैसा नहीं आया और न ही हमारे कोई ई श्रम कार्ड बनाए गए। जब उन्होंने मेशरजहां व उसके पति अकाश शर्मा से श्रम कार्ड के बारे में पूछा तो उन्होंने भरोसा दिया कि सभी के कार्ड बन जाएंगे। कुछ समय बाद देहरादून से धनी लोन एंड सर्विसेस लिमिटेड बैंक के कुछ कर्मचारी हमारे घर पर आए। उन्होंने बताया कि आपने हमारे बैंक से15 से 25 हजार तक लोन लिया है, उसको चुकाने का समय हो गया है। आप अपनी किस्तें मय ब्याज के बैंक में जमा कर दें। जब उन्होंने बैंक वालों से कहा कि हमने कोई लोन आपके बैंक से नहीं लिया गया है तो बताया गया कि सभी लोन खातों में आपके कागजात लगे हैं, जो आकाश शर्मा व मेशरजहां ने बैंक में जमा कराए हैं। हम सभी को तब जाकर मालूम हुआ कि मेशरजहां व उसके पति आकाश शर्मा ने धोखाधड़ी कर आधार कार्ड, पेन कार्ड, पासपोर्ट फोटो व बैंक पासबुक की फोटोकापी बैंक में लगा कर हमारे नाम से लोन लिया है। थानाध्यक्ष मनमोहन सिंह नेगी के अनुसार धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।