क्षतिग्रस्त रडू-मुंधोल मार्ग का होगा सुधारीकरण
सीमांत त्यूणी तहसील क्षेत्र के दौरे पर आए उत्तराखंड जनजाति आयोग के अध्यक्ष मूरतराम शर्मा ने बुधवार को पीएमजीएसवाई के तहत बने रडू-मुंधोल मार्ग का निरीक्षण किया।
संवाद सूत्र, चकराता : सीमांत त्यूणी तहसील क्षेत्र के दौरे पर आए उत्तराखंड जनजाति आयोग के अध्यक्ष मूरतराम शर्मा ने बुधवार को पीएमजीएसवाई के तहत बने रडू-मुंधोल मार्ग का निरीक्षण किया। इस दौरान आयोग अध्यक्ष ने सड़क की बदहाली देख कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने पीएमजीएसवाई अधिकारियों को सड़क की हालत सुधारने के साथ ग्रामीणों की लंबित समस्या जल्द सुलझाने के निर्देश दिए। वहीं विभाग ने आपदा से क्षतिग्रस्त सड़क के सुधारीकरण को सरकार से तीस लाख बजट की मांग की है। जिसका प्रस्ताव विभाग ने कुछ समय पहले शासन को प्रेषित करने की बात कही। मामले में आयोग ने विभाग को हर संभव सहयोग करने का भरोसा दिलाया।
करीब डेढ़ दशक पहले प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बने रडू-मुंधोल मोटर मार्ग की वर्तमान हालत काफी खराब है। देखरेख की कमी से मार्ग की हालत बद से बदतर हो गई। बुधवार को सड़क का निरीक्षण करने रडू पहुंचे उत्तराखंड जनजाति आयोग के अध्यक्ष मूरतराम शर्मा ने ग्रामीण जनता की समस्या जानी। इस दौरान स्थानीय ग्रामीणों ने कहा कि लंबे समय से बदहाल पड़े इस मार्ग के सुधारीकरण को कई बार विभागीय अधिकारियों को अवगत कराया पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। देवघार खत के कई गांवों को जेपीआरआर हाईवे से जोड़ने वाले 17 किमी लंबे इस मार्ग पर पिछले कई बरसात में 22 जगह सड़क की दीवारें क्षतिग्रस्त हो गई। जिससे मार्ग काफी संकरा हो गया। ऐसे में यहां हादसे का खतरा हमेशा बना रहता है। सड़क निर्माण के समय बरसाती पानी की निकासी को नाली निर्माण कार्य नहीं होने से मलबा जमा हो जाता है। इसके अलावा कई जगह सड़क के बैंड की चौड़ाई कम होने से लोडर वाहनों की आवाजाही में बड़ी परेशानी होती है। ग्रामीणों की समस्या देख आयोग के अध्यक्ष मूरतराम शर्मा ने पीएमजीएसवाई अधिकारियों को जल्द से जल्द कार्रवाई के निर्देश दिए। विभागीय अधिकारियों ने अध्यक्ष को बताया कि उक्त मार्ग के सुधारीकरण को सरकार से दैवीय आपदा मद के तहत तीस लाख के बजट की मांग की है। इसका प्रस्ताव बनाकर स्वीकृति के लिए शासन स्तर को भेजा गया है। इस मौके पर एसडीओ नरेश रावत, कनिष्ठ अभियंता उमेश शर्मा, जेई अजय ठाकुर, उमेश चौहान आदि मौजूद रहे।