चिकित्सा शिक्षा में खुलेगी नौकरियों की राह
चिकित्सा शिक्षा विभाग अब अब जल्द ही नौकरियों की राह खुलेगी।
राज्य ब्यूरो, देहरादून: चिकित्सा शिक्षा विभाग अब अब जल्द ही नौकरियों की राह खुलेगी। इसके लिए कैबिनेट ने राजकीय मेडिकल कॉलेजों के लिए नर्सिग संवर्ग (अराजपत्रित) सेवा नियमावली और फीजियोथेरेपी, ऑक्युपेशनल थेरेपी सेवा नियमावली को मंजूरी प्रदान कर दी है।
उत्तराखंड के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में नर्सिग का कोर्स कराया जाता है। इसके अलावा निकट भविष्य में नए नर्सिग कॉलेज भी खोले जाने प्रस्तावित है। अभी तक राजकीय मेडिकल कॉलेजों में स्टाफ नर्स के पदों पर संविदा पर कार्मिकों की तैनाती की गई है। इनमें शीघ्र ही नियमित नियुक्ति की जानी प्रस्तावित है। इसके लिए कोई सेवा नियमावली न होने के कारण यह नियुक्तियां नहीं हो पा रही थी। अब शासन ने इनकी सेवा नियमावली को मंजूरी प्रदान कर दी है। इसमें यह स्पष्ट किया गया है कि नर्सिग संवर्ग के पद समूह ग के पद हैं। इन पदों पर उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के माध्यम से भर्ती की जाएगी। अभी नर्सिग संवर्ग में सिस्टर नर्सिग के 160 तथा स्टाफ नर्स के 1091 पद स्वीकृत है। स्टाफ नर्स के पदों पर नियमावली में यह भी साफ किया गया है कि नर्सिग संवर्ग की सेवाएं समस्त राजकीय मेडिकल कॉलेजों के लिए स्थानांतरणीय होंगी। सीधी भर्ती के पदों में 80 फीसद महिलाओं और 20 फीसद पुरुष संवर्ग के होंगे। जनरल नर्सिग व मिडवाइफरी डिप्लोमा के लिए 70 फीसद, डिग्रीधारकों के लिए 30 फीसद पद होंगे।
इसी तरह कैबिनेट ने फीजियोथेरेपी, ऑक्युपेशनल थेरेपी संवर्ग सेवा नियमावली को भी मंजूरी दी है। अभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों में इन पदों पर संविदा कार्मिक कार्य कर रहे हैं। नियमावली बनने से अब इन पदों पर नियमित नियुक्ति की जाएगी। वर्तमान में फीजियोथेरेपी और ऑक्युपेशनल थेरेपी के 16 पद सृजित हैं। यह सेवाओं भी सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों के लिए स्थानांतरणीय होंगी।