यूयूएसडीए का दून की 246 किमी सड़कों को पक्का करने का दावा, शेष काम दिसंबर तक हो जाएगा पूरा
उत्तराखंड ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण (यूयूएसडीए) ने दावा किया है कि देहरादून जिले में 246 किलोमीटर सड़कों को पक्का कर दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि शेष कार्य दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। यूयूएसडीए गुणवत्ता पर ध्यान दे रहा है और उनका कहना है कि इन सड़कों से ग्रामीण क्षेत्रों को लाभ होगा।

तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण
राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून। उत्तराखंड शहरी क्षेत्र विकास एजेंसी (यूयूएसडीए) ने दावा किया है कि देहरादून शहर में चल रही पेयजल एवं सीवेज परियोजना के लिए खोदी गई लगभग 300 किलोमीटर सड़कों में से 246 किलोमीटर सड़कों को पक्का किया जा चुका है। बताया गया कि शेष सड़कों को दिसंबर तक पक्का कर दिया जाएगा।
परियोजना के तहत वर्ष 2022 में शहर के बंजारावाला, मोथरोवाला, टीएचडीसी-देहराखास, जोगीवाला-रिंग रोड, मोहकमपुर-नत्थनपुर, नकरौंदा समेत अन्य क्षेत्रों में सीवर लाइन डालने के लिए सड़कों की खोदाई की गई थी।
वर्षाकाल और प्राकृतिक सेटलमेंट के कारण हुए भू-धंसाव को देखते हुए सड़कों पर जीएसबी डालकर अस्थायी रूप से सुधार किया गया। यूयूएसडीए की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार वर्षाकाल समाप्त होते ही सड़कों के स्थायी पक्कीकरण का कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है।
अधिकतर गलियों को सीसी, जबकि मुख्य मार्गों और ब्रांच रूटों को बीटी (ब्लैक टाप) से पक्का किया जा रहा है। कई स्थानों पर इंटरलाक टाइल से भी सड़कें बनाई जा रही हैं।
बसों के संचालन से पहले चेकिंग के आदेश जारी
दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास धमाके के बाद उत्तराखंड परिवहन निगम (रोडवेज) मुख्यालय ने गढव़ाल एवं कुमाऊं मंडल डिपो अधिकारियों को अलर्ट जारी किया है। अधिकारियों को बसों की चेकिंग के बाद ही विभिन्न रूटों पर संचालन के निर्देश जारी किए हैं।
इसके साथ ही मुख्यालय को रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा गया है। महाप्रबंधक (संचालन) क्रांति ने बताया दिल्ली में धमाके के बाद गढव़ाल एवं कुमाऊं मंडल के मंडलीय प्रबंधक (संचालन एवं तकनीकी) को बसों की चेकिंग को लेकर सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। विभिन्न रूटों पर बसों के संचालन से पूर्व चेकिंग करने को कहा गया है।
चालक एवं परिचालक को यात्रियों का सामान को बस में रखने से पहले भलीभांति चेक करने को कहा गया है। किसी तरह का संदेह होने पर तत्काल पुलिस को सूचना देनी होगी। बस अड्डा, कार्यालय परिसर, यात्री शेड, पानी के टैंक, शौचालय के आसपास लावारिस वस्तुओं को हटाने से पहले चेक करना होगा। जो यात्री बस में सफर कर रहा हो उन्हीं को बस में सामान रखने की अनुमति दी जाए। जिससे किसी तरह का संदेह होने पर व्यक्ति की पहचान हो सके।
बताया कि बस स्टेशन पर लावारिस सामान मिलने पर सतर्कता बरती होगी। बस स्टेशन पर बसों के चेकिंग के दौरान जो भी गतिविधि पाए जाती है। उसकी रिपोर्ट मुख्यालय को उपलब्ध करानी होगी।
लापरवाही बरतने पर जिम्मेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इधर ग्रामीण डिपो सहायक महाप्रबंधक प्रतीक जैन ने बताया मुख्यालय के आदेश मिलते ही बसों को चेकिंग के बाद रूटों पर भेजा गया। चेकिंग अभियान आगे भी जारी रहेगा।

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