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जानिए उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने क्यों और किसे कहा, छोटे भाई को डांटने का मन कर रहा है

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने अब उच्च शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. धन सिंह रावत को निशाने पर लिया है। अशासकीय महाविद्यालयों को अनुदान नहीं देने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि इस छोटे भाई को डांटने का मन कर रहा है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Sat, 12 Dec 2020 04:48 PM (IST)Updated: Sat, 12 Dec 2020 04:48 PM (IST)
जानिए उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने क्यों और किसे कहा, छोटे भाई को डांटने का मन कर रहा है
पूर्व सीएम हरीश रावत ने क्यों और किसे कहा, छोटे भाई को डांटने का मन कर रहा है।

राज्य ब्यूरो, देहरादून। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस महासचिव हरीश रावत ने अब उच्च शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. धन सिंह रावत को निशाने पर लिया है। अशासकीय महाविद्यालयों को अनुदान नहीं देने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि इस छोटे भाई को डांटने का मन कर रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने इंटरनेट मीडिया पर अपनी पोस्ट में डॉ. धन सिंह रावत का ध्यान सहायताप्राप्त अशासकीय महाविद्यालयों की समस्या की ओर खींचा। 

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उन्होंने कहा कि अशासकीय विद्यालयों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। शिक्षा में हम निजी पूंजी नहीं लाएंगे तो उत्तराखंड के ग्रामीण अंचलों में ये पूंजी कहां से आएगी। शिक्षा ही ऐसा क्षेत्र है, जहां ये पूंजी लाई जा सकती है। उन्होंने सीएनजी पाइपलाइन और बिजली की केबल डालने के लिए सड़क पर हो रही खुदाई से लोगों की परेशानी को भी उठाया। उन्होंने कहा कि भूमिगत केबल डालने के मानक बनाए जाने चाहिए। इससे परेशानी नहीं होनी चाहिए। हरिद्वार में शिकायत आ रही है कि भूमिगत केबल से घरों में बिजली का करंट आ रहा है।

पूर्व विधायक मगन लाल शाह के नाम पर डिग्री कॉलेज

चमोली जिले के नारायणबगड़ में राजकीय महाविद्यालय का नाम पूर्व विधायक स्वर्गीय मगन लाल शाह के नाम पर रखा जाएगा। वहीं सरकार ने प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के विधानसभा क्षेत्र चकराता के प्रति फिर दरियादिली दिखाई है। राजकीय महाविद्यालय चकराता में एप्रोच रोड के लिए धन दिया गया है। उच्च शिक्षा प्रमुख सचिव आनंद बद्र्धन ने इस संबंध में आदेश जारी किए। विभाग ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की घोषणा को मूर्त रूप दे दिया है। मुख्यमंत्री ने बीती 27 अक्टूबर को थराली विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत उक्त महाविद्यालय के संबंध में यह घोषणा की थी। शासनादेश के मुताबिक महाविद्यालय को अब मगन लाल शाह राजकीय महाविद्यालय, नारायणबगड़ के नाम से जाना जाएगा। 

शासन ने राजकीय महाविद्यालय चकराता के प्रांगण में एप्रोच रोड के निर्माण कार्यों और 50 बिस्तर के हॉस्टल में फर्नीचर आपूर्ति के लिए 77.87 लाख रुपये की धनराशि उच्च शिक्षा निदेशक को जारी की है। महाविद्यालय परिसर में एप्रोच रोड के निर्माण और हॉस्टल में फर्नीचर के लिए 1.69 करोड़ की धनराशि सरकार ने स्वीकृत की है। इसमें से पहली किस्त के रूप में उक्त राशि दी गई है। शासन ने स्वीकृत धनराशि का इस्तेमाल किसी अन्य कार्य में नहीं करने की हिदायत दी है। इसका उपयोग 31 मार्च, 2021 तक करना होगा। इसका उपयोगिता प्रमाणपत्र शासन को उपलब्ध कराने के बाद ही शेष धनराशि जारी की जाएगी। 


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