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पारदर्शिता के साथ होगा उत्तराखंड की क्रिकेट टीमों का चयन

क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड ने अपनी पहली अधिकारिक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस की। जिसमें उन्होंने बीसीसीआइ को मान्यता देने के लिए धन्यवाद दिया।

By Sunil NegiEdited By: Published: Fri, 16 Aug 2019 08:57 AM (IST)Updated: Fri, 16 Aug 2019 08:57 AM (IST)
पारदर्शिता के साथ होगा उत्तराखंड की क्रिकेट टीमों का चयन
पारदर्शिता के साथ होगा उत्तराखंड की क्रिकेट टीमों का चयन

देहरादून, जेएनएन। बीसीसीआइ से मान्यता मिलने के बाद क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड ने अपनी पहली अधिकारिक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस की। जिसमें उन्होंने बीसीसीआइ को मान्यता देने के लिए धन्यवाद दिया। इस दौरान सीएयू के सचिव पीसी वर्मा ने कहा कि यह मान्यता एसोसिएशन की न होकर पूरे उत्तराखंड की है। हम केवल एक संचालक के रूप में प्रदेश में क्रिकेट के विकास और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने का कार्य करेंगे। हमारी प्राथमिकताएं क्रिकेट को खासकर पहाड़ों जहां अभी सुविधाओं की कमी है वहां बढ़ावा देने पर रहेंगी।

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क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड की ओर से बुधवार को राजपुर रोड स्थित होटल अकेता में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। जिसमें सीएयू के सचिव पीसी वर्मा ने कहा कि अब पुराने किस्सों और मतभेदों से आगे बढ़कर बोर्ड की ओर से सौंपी गई जिम्मेदारी को निष्पक्षता के साथ निभानी हमारी प्राथमिकता रहेगी। अगले पांच साल में उत्तराखंड को देश की शीर्ष राज्य टीमों के समकक्ष खड़ा करना लक्ष्य होगा। पीसी वर्मा ने कहा कि प्रदेश में महिला क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए सेंटर बनाए जाएंगे। देहरादून में इसके लिए एमकेपी इंटर कॉलेज व नारीशिल्प मंदिर इंटर कॉलेज में प्रबंधन से वार्ता कर वहां प्रैक्टिस के लिए नेट्स की व्यवस्था करेंगे।

प्रेस वार्ता में सीएयू के संयुक्त सचिव महिम वर्मा, कोषाध्यक्ष एएस मेंगवाल, जोत सिंह गुनसोला, नीनू सहगल, विधायक मनोज रावत, मनमोहन मल्ल, आरपी रतूड़ी, कुमार थापा, नरेंद्र शाह, अनिल डोभाल, विजय प्रताप मल्ल, धीरज खरे, देवेंद्र सती, संदीप गुप्ता, डीके मिश्र, भूपेंद्र बरी, सुनील चौहान, जावेद बट्ट समेत अन्य मौजूद रहे।

गरीब तबके के प्रतिभावानों को मिलेगा निशुल्क ट्रेनिंग

युनाइटेड क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव संजय गुसाईं ने कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए कार्ययोजना पहले से तैयार है। गढ़वाल व कुमाऊं में क्षेत्रीय आधार पर क्रिकेट ऐकेडमी स्थापित की जाएगी। इनमें गरीब तबके के प्रतिभावान खिलाड़ियों को निश्शुल्क प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी। सीएयू का प्रयास होगा कि पहाड़ों के खिलाड़ियों को आगे आने के लिए बार-बार देहरादून या हल्द्वानी की दौड़ न लगानी पड़े। बता दें कि यूनाइटेड क्रिकेट एसोसिएशन का पूर्व में ही सीएयू में विलय हो गया था, तबसे दोनों एसोसिएशन एक ही हो गई हैं।

सीएयू ने किया सीएम का अभिवादन

बीसीसीआइ से मान्यता मिलने के बाद बुधवार को क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के सचिव पीसी वर्मा समेत अन्य पदाधिकारी मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का आभार व्यक्त करने के लिए मुख्यमंत्री आवास पहुंचे। जहां उन्होंने सीएम को मिठाई खिलाकर उनका अभिवादन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी के संयुक्त प्रयास से राज्य को बीसीसीआइ से मान्यता मिली है, अब क्रिकेट जगत में उत्तराखंड को नई पहचान मिलेगी। इस दौरान सीएयू अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट, संयुक्त सचिव महिम वर्मा, संजय गुसाईं, अवनीष वर्मा, धीरज खरे समेत अन्य मौजूद रहे।

उत्तराखंड को बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी का मौका

अगस्त का माह उत्तराखंड क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक है। 13 अगस्त को उत्तराखंड को बीसीसीआइ से मान्यता मिली, इसी क्रम में 14 अगस्त को उत्तराखंड को एक और बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी का मौका मिला है। बीसीसीआइ के घरेलू सत्र के प्रतिष्ठित अंडर-23 पुरुष वन-डे क्रिकेट टूर्नामेंट की मेजबानी का जिम्मा भी सौंपा गया है। बीसीसीआइ के घरेलू सत्र 2019-20 में उत्तराखंड मैचों की मेजबानी में शतक लगाने जा रहा है। पूर्व में ही उत्तराखंड को विजय हजारे ट्रॉफी, रणजी ट्रॉफी, सीके नायडू समेत अन्य टूर्नामेंटों के करीब 70 मैचों की मेजबानी करने का मौका मिला था। इसी क्रम में अब उत्तराखंड को अंडर-23 पुरुष वन-डे टूर्नामेंट की मेजबानी भी सौंप दी गई है। बीसीसीआइ के अधिकारी से मिली जानकारी के मुताबिक अंडर-23 पुरुष वन-डे टूर्नामेंट के 31 मैचों की मेजबानी सौंपी गई है। इनमें ग्रुप सी के लीग मैच शामिल है। इसके अलावा क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल व फाइनल को भी उत्तराखंड में ही कराने पर विचार चल रहा है। उनका तर्क था कि उत्तराखंड में मैच कराने की पर्याप्त व्यवस्था है।

‘सीएयू’ के नाम से जानी जाएंगी उत्तराखंड की सभी टीमें

बीसीसीआइ के घरेलू सत्र 2019-20 में उत्तराखंड की सभी टीमें ‘क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड’ (सीएयू) के नाम से जानी जाएंगी। जबकि पिछले सत्र में सभी टीम उत्तराखंड के नाम से जानी जाती थीं। सुप्रीम कोर्ट द्वारा चयनित प्रशासकों की समिति ने सीएयू को बीसीसीआइ से पूर्ण मान्यता दे दी है। जिसके बाद बुधवार को बीसीसीआइ के जनरल मैनेजर क्रिकेट ऑपरेशंस सबा करीम ने क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड को मेल भेजकर बीसीसीआइ की सदस्यता मिलने के लिए शुभकामनाएं दी हैं। सबा करीम ने मेल के माध्यम से कहा है कि यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि सीएयू को घरेलू सत्र 2019 से बीसीसीआइ कैलेंडर में शामिल कर लिया है। बीसीसीआइ की क्रिकेट ऑपरेशन टीम सीएयू के निरंतर संपर्क में रहेगी। इसके अलावा उन्होंने बीसीसीआइ से सीधा संपर्क साधने के लिए एसोसिएशन को अधिकारिक वेबसाइट बनाने का सुझाव दिया है। सीएयू के संयुक्त सचिव महिम वर्मा ने बताया कि एसोसिएशन की वेबसाइट बना ली गई है, जल्द ही इसे सार्वजनिक किया जाएगा।

ढांचा संवारने को बनेगी डेवलपमेंट कमेटी

पीसी वर्मा ने कहा कि पूरे प्रदेश में क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए डेवलपमेंट कमेटी का गठन किया जाएगा। प्रदेश की टीम में हर क्षेत्र की भागीदारी को प्राथमिकता दी जाएगी। कहा कि खिलाड़ियों का चयन पारदर्शिता से सुनिश्चित किया जाएगा और इसका सीधा आधार टैलेंट होगा। सीएयू के पास अनुभवी प्रशिक्षक हैं, उनका भरपूर उपयोग खिलाड़ियों को निखारने में किया जाएगा। जरूरत पड़ने पर बीसीसीआइ से अनुभवी प्रशिक्षकों की मदद ली जाएगी।

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