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घरेलू सत्र को तैयार हुईं उत्‍तराखंड की क्रिकेट ऐकेडमियां

बीसीसीआइ के आगामी घरेलू सत्र के लिए प्रदेश की क्रिकेट ऐकेडमियां तैयार हो रही हैं। इस वर्ष सितंबर तक अधिकांश ऐकेडमी बड़े मैचों की मेजबानी के लिए तैयार हो जाएंगी।

By Sunil NegiEdited By: Published: Wed, 15 Jul 2020 12:45 PM (IST)Updated: Wed, 15 Jul 2020 12:45 PM (IST)
घरेलू सत्र को तैयार हुईं उत्‍तराखंड की क्रिकेट ऐकेडमियां
घरेलू सत्र को तैयार हुईं उत्‍तराखंड की क्रिकेट ऐकेडमियां

देहरादून, निशांत चौधरी। बीसीसीआइ के आगामी घरेलू सत्र के लिए प्रदेश की क्रिकेट ऐकेडमियां तैयार हो रही हैं। इस वर्ष सितंबर तक अधिकांश ऐकेडमी बड़े मैचों की मेजबानी के लिए तैयार हो जाएंगी। सीएयू को बीसीसीआइ से मान्यता मिलने के बाद से ही प्रदेश में क्रिकेट इंफ्रास्ट्रक्चर लगातार बढ़ रहा है। पिछले साल प्रदेश में कई नई ऐकेडमी स्थापित हुई हैं। अब लॉकडाउन में समय का सद्पयोग कर ऐकेडमी संचालकों ने ऐकेडमियों का कायाकल्प करने का काम शुरू कर दिया है। जल्द ही प्रदेश में कई ऐसी ऐकेडमियां शामिल होंगी, जिनमें इंडोर क्रिकेट सुविधा शामिल होगी। इसके अलावा खिलाड़ियों के लिए ड्रेसिंग रूम समेत अन्य सुविधाएं होंगी। प्रदेश में क्रिकेट सुविधाओं के बढ़ने पर क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड, बीसीसीआइ से घरेलू सत्र में ज्यादा टूर्नामेंटों की मेजबानी को मजबूती से ताल ठोक सकेगी। बाहरी राज्यों से आने वाली क्रिकेट टीमों को जब बेहतर सुविधा उपलब्ध होगी तो राज्य में क्रिकेट का प्रोत्साहन मिलेगा। 

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बदलाव के साथ होगा गोल्ड कप 

इस बार ऑल इंडिया गोल्ड कप क्रिकेट टूर्नामेंट कई बदलावों के साथ आयोजित किया जाएगा। क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड यह बदलाव कोरोना महामारी के मद्देनजर करने जा रही है। टूर्नामेंट में इस बार आठ टीमें खेलती नजर आएंगी। जबकि अभी तक टूर्नामेंट में 16 टीमें हिस्सा लेती थी। वर्ष 1981 से शुरू हुए गोल्ड कप के इतिहास में यह पहली बार है कि गोल्ड कप में सिर्फ आठ टीमें खलेंगी। साथ ही टूर्नामेंट नॉकआउट आधार पर खेला जाएगा। इस बार टूर्नामेंट का आंखो देखा हाल दर्शक मैदान पर बैठ कर नहीं देख पाएंगे क्योंकि दर्शकों के लिए नौ एंट्री रहेगी। साथ ही गेंदबाज को गेंद को चमकाने के लिए लार या थूक लगाने पर प्रतिबंध रहेगा। वहीं खिलाडिय़ों को गले मिलकर खुशी मानने पर ही रोक रहेगी। इन प्रतिबंधों के साथ गोल्ड कप का आयोजन किया जाएगा। देखना यह है कि बिना दर्शकों के यह आयोजन कितना सफल रहता है। 

दून के नहीं काटने पड़ेंगे चक्कर

क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड से संबद्ध कुमाऊं मंडल के जिला क्रिकेट संघों को अब छोटे-मोटे कार्य के लिए देहरादून के चक्कर नहीं काटने होंगे। इसके लिए क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड नैनीताल में सीएयू का एक कार्यालय खोलने की योजना बना रही है। इसे स्वीकृति मिलने के बाद नैनीताल में सीएयू का ब्रांच कार्यालय खोला जाएगा। जहां से कुमाऊं मंडल के सभी कामकाज संचालित होंगे। इस पर आगामी विशेष आम सभा में निर्णय लिया जाना है। कार्यालय खुलने से कुमाऊं मंडल के जिला संघों के लिए आसानी हो जाएगी। इससे वहां पर क्रिकेट इंफ्रास्ट्रक्चर को भी मजबूती मिलेगी। खेल संघों के साथ क्रिकेटरों को भी इससे राहत मिलेगी। उन्हें एसोसिएशन से जुडे कामों के लिए बार-बार दून नहीं आना पड़ेगा। साथ ही कुमाऊं मंडल के संघों के कामकाज की निगरानी भी आसान होगी। इससे खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर एसोसिएशन ज्यादा ध्यान दे पाएंगी इसका असर खिलाडिय़ों के खेल पर नजर आएगा। 

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प्रशासनिक कार्यों के लिए नियुक्ति

अब प्रशासनिक कार्यों और क्रिकेट गतिविधियों को बेहतर तरीके से संचालित करने के लिए क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड लगातार कदम उठा रहा है। इसी के तहत अब सीएयू चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर मैनेजर सहित कुछ नौ पदों पर नियुक्ति करने जा रहा है। इससे सीएयू के तमाम गतिविधियों में तेजी आएगी साथ ही कार्य व्यवस्थित तरीके से समय पर पूरे होंगे। क्योंकि पिछले सत्र में वेंडरों के बिलों सहित अन्य कामों पर विलंब हुआ था। वहीं वेंडरों ने भुगतान न होने की शिकायत भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) में भी कर दी थी। जिस पर बीसीसीआइ बोर्ड बैठक में भी यह मामला उठा था। उसके बाद सीएयू को इस संबंध में सख्त निर्देश दिए थे। इन्हीं अनुभवों से सीख लेते हुए सीएयू प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ करना चाहता है ताकि भविष्य में इन कार्यों के लिए एसोसिएशन की छवि खराब न हो। जिससे बीसीसीआइ का सीएयू के प्रति भरोसा और मजबूत हो सके।  

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