Uttarakhand Weather : देर रात बारिश से मिली कुछ राहत, आज 80 किमी की रफ्तार से हवा चलने और ओलावृष्टि की चेतावनी
Uttarakhand Weather शनिवार से एक बार फिर मौसम का मिजाज बदलने की संभावना है। प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में तेज हवाएं ओलावृष्टि और बारिश होने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने कहा कि 21 से 23 मई तक राज्य में मौसम बदला हुआ रहेगा।
जागरण संवाददाता, देहरादून : Uttarakhand Weather : दो दिन की चटख धूप के बाद शनिवार से एक बार फिर मौसम का मिजाज बदलने की संभावना है। प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में तेज हवाएं, ओलावृष्टि और बारिश होने की संभावना है। इससे गर्मी से फौरी राहत मिलने की उम्मीद है।
मौसम विज्ञान केंद्र ने जारी किया यलो अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्वानुमान के अनुसार, प्रदेश के कई क्षेत्रों में शनिवार को 70 से 80 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। साथ ही कहीं-कहीं ओलावृष्टि की संभावना भी है। मौसम विज्ञान केंद्र ने इसको देखते हुए यलो अलर्ट जारी किया है।
देर रात अंधड़ और गर्जना के साथ हुई तेज बारिश
इस दौरान पर्वतीय जनपद उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर व पिथौरागढ के कुछ इलाकों व कुछ मैदानी क्षेत्रों में भी गर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। वहीं शुक्रवार को प्रदेशभर में चटख धूप ने बेहाल किया। इस दौरान अधिकतम तापमान सामान्य से चार से पांच डिग्री अधिक रिकार्ड किया गया। हालांकि देहरादून में देर रात अंधड़ और गर्जना के साथ हुई तेज बारिश से गर्मी से कुछ राहत दी।
अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री अधिक
दून, ऋषिकेश, हरिद्वार, रुड़की, ऊधमसिंह नगर, हल्द्वानी, कोटद्वार आदि मैदानी क्षेत्रों में भीषण गर्मी से बेहाल किया। दून का अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री अधिक 39.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। इसी तरह मुक्तेश्वर में भी अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री अधिक 29.1 डिग्री सेल्सियस रहा।
21 से 23 मई तक राज्य में बदला हुआ रहेगा मौसम
शहर में दोपहर एक बजे बाद भीषण गर्मी के चलते दोपहिया वाहन और पैदल चलने वालों की संख्या बेहद कम रही। उधर, चारधाम में भी मौसम साफ रहा। इस दौरान चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, टिहरी एवं पौड़ी में भी दिन के समय तेज गर्मी ने परेशान किया।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने कहा कि 21 से 23 मई तक राज्य में मौसम बदला हुआ रहेगा। इस दौरान कहीं-कहीं तेज रफ्तार हवाएं चलने की चेतावनी जारी की गई है।
दो दिन में ही पौने तीन मिलियन यूनिट बढ़ी बिजली की कमी
बिजली की मांग और आपूर्ति के बीच का अंतर फिर तेजी से बढ़ा है। महज दो दिन में ही यह अंतर 2.71 मिलियन यूनिट (एमयू) बढ़ गया है। अंतरराष्ट्रीय संकट के चलते गैस और कोयले के दामों में हुई बढ़ोतरी का असर समूचे देश की बिजली व्यवस्था पर पड़ रहा है। उत्तराखंड भी इससे अछूता नहीं है। दो दिन पूर्व बुधवार को मांग के सापेक्ष बिजली आपूर्ति 6.16 मिलियन यूनिट (एमयू) कम रही।
वहीं, शुक्रवार को यह अंतर बढ़कर 8.67 एमयू हो गया। इसके चलते ऊर्जा निगम को विभिन्न क्षेत्रों में रोस्ट्रिंग भी करनी पड़ रही है। ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक अनिल यादव के मुताबिक, प्रदेश में बिजली की मांग में हल्की कमी दर्ज की गई। यह शुक्रवार को 47.08 एमयू रही। इसके सापेक्ष राज्य व केंद्रीय पूल से 38.37 एमयू बिजली मिल पाई। इसके बाद भी अधिकांश क्षेत्रों में बिजली की निर्बाध आपूर्ति की जा रही है।
प्रदेश के 80 प्रतिशत क्षेत्रों को रोस्ट्रिंग से मुक्त रखा गया। प्रयास किए जा रहे हैं कि अपरिहार्य स्थिति के अलावा बिजली की कटौती न की जाए। इसमें उद्योगों का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। क्योंकि माल की कमी के चलते न सिर्फ महंगाई के रूप में उसका प्रतिकूल असर पड़ सकता है, बल्कि जीएसटी आदि के रूप में राजस्व पर प्रभाव पड़ सकता है।
पानी को लेकर जल संस्थान पर फूटा गुस्सा
पेयजल समस्या को लेकर क्लेमेनटाउन के क्षेत्रवासियों ने नेहरू कालोनी स्थित जल संस्थान के कार्यालय में प्रदर्शन किया। पार्षद राजेश परमार की अगुआई में जल संस्थान के कार्यालय पहुंचे क्षेत्रवासियों ने सचिव (प्रशासन) सतेंद्र कुमार गुप्ता से भी मुलाकात की और उन्हें अपनी समस्या से अवगत कराया।