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Uttarakhand Weather : भारी वर्षा के कारण पर्वतीय क्षेत्रों में दुश्वारियां, 15 अगस्त को तेज बौछारों के आसार

Uttarakhand Weather मौसम विज्ञान केंद्र ने आज भी मौसम का मिजाज इसी प्रकार से बने रहने की उम्मीद जताई है। जबकि रविवार और सोमवार कहीं-कहीं तेज बौछारें पड़ सकती हैं। पर्वतीय क्षेत्रों में चारधाम यात्रा मार्ग खुले हुए हैं।

By Nirmala BohraEdited By: Published: Sat, 13 Aug 2022 07:42 AM (IST)Updated: Sat, 13 Aug 2022 07:42 AM (IST)
Uttarakhand Weather : भारी वर्षा के कारण पर्वतीय क्षेत्रों में दुश्वारियां, 15 अगस्त को तेज बौछारों के आसार
Uttarakhand Weather : 15 अगस्त को तेज बौछारों के आसार

जागरण संवाददाता, देहरादून : Uttarakhand Weather : उत्तराखंड में भारी वर्षा से फौरी राहत मिली है। प्रदेश में आंशिक बादलों के बीच कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हो रही है।

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मौसम विज्ञान केंद्र ने आज भी मौसम का मिजाज इसी प्रकार से बने रहने की उम्मीद जताई है। जबकि, रविवार और सोमवार कहीं-कहीं तेज बौछारें पड़ सकती हैं।

पर्वतीय क्षेत्रों में दुश्वारियां

प्रदेश में भारी वर्षा (Heavy Rain in Uttarakhand) के कारण पर्वतीय क्षेत्रों में दुश्वारियां बनी हुई हैं। हालांकि, शुक्रवार को मौसम ने कुछ राहत दी। भारी वर्षा का क्रम कुछ धीमा पड़ा है। दून समेत ज्यादातर क्षेत्रों में दिनभर धूप और बादलों की आंख-मिचौनी चलती रही। इस दौरान कहीं भारी वर्षा की सूचना नहीं है।

पर्वतीय क्षेत्रों में चारधाम यात्रा मार्ग खुले हुए हैं। कुछ ग्रामीण संपर्क मार्गों पर जरूर आवाजाही ठप है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, आज प्रदेश में कहीं-कहीं हल्की वर्षा हो सकती है।

जबकि, रविवार को प्रदेश के कई क्षेत्रों में तीव्र बौछारें पड़ सकती हैं। सोमवार 15 अगस्त को भी पर्वतीय क्षेत्रों में गरज के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं।

पांच स्टेट हाईवे समेत 31 मार्ग बंद होने से जनजीवन प्रभावित

जौनसार बावर में भूस्खलन से बंद 40 मार्गों में से मात्र नौ मार्ग ही खुल पाए हैं। पांच स्टेट हाईवे समेत 31 मार्ग अभी भी बंद होने से करीब डेढ़ सौ गांवों, खेड़ों व मजरों में जनजीवन प्रभावित रहा है। किसानों की नकदी फसलें मंडी नहीं जा पा रही है। नौकरीपेशा समय पर आफिस नहीं जा पा रहे हैं।

रक्षाबंधन के दिन घरों पर आयी बहनें व भाई भी बंद मार्गों की वजह से गांवों में ही रुकने को मजबूर हैं। वर्तमान में लोनिवि साहिया के 15, लोनिवि चकराता के 12, निर्माण खंड के दो, पीएमजीएसवाई कालसी के दो कुल 31 मोटर मार्ग बंद पड़े हैं।

शुक्रवार को मौसम साफ रहा, चटख धूप खिली, जिससे मार्गों पर कई नए स्थानों पर भी मलबा गिरा। लोनिवि निर्माण खंड के तहत मलबे से बंद यमुना पुल हाथी पांव व लांघा बिन्हार मोटर मार्ग पर दूसरे दिन शुक्रवार को भी नहीं खुल पाए।

लोनिवि चकराता के तहत मिंडाल, राज्य मार्ग चकराता लाखामंडल, राज्य मार्ग त्यूणी पुरोला नौगांव, माख्टी पोखरी ककनोई, बहमू, बिरमौ, बोराड़, जाडी सजीला, राज्य मार्ग गौराघाटी मानथात, रोटा अटाल, रोटा खड्ढ अटाल मोटर मार्ग, रोटा-अटाल मार्ग पर यातायात बाधित होने से लोग परेशान रहे।

लोनिवि साहिया के अंतर्गत शहीद सुरेश तोमर, निछिया बैंड पिहानी, बिजऊ क्वेथा खतार, बाडो जंदेऊ गांगरौ, राज्य मार्ग हरिपुर क्वानू मीनस, समरजेंस, लखस्यार लुधेरा, रखटाड़ मैसासा, हमरऊ ललऊ दातनू बड़नू, लुहान बैंड बबडीधार, काहा नेहरा पुनाहा, डयूडीलानी ठलीन सकरोल, राज्यमार्ग मीनस अटाल, राज्य मार्ग हरिपुर इच्छाड़ी क्वानू मीनस, शंभू चौकी पंजिया मोटर मार्गों पर जगह-जगह मलबे के कारण यातायात अवरुद्ध रहा।

पीएमजीएसवाई कालसी के तहत बानपुर व मेघाटू मोटर मार्ग पर भूस्खलन से आवागमन बाधित है। किसानों का सड़क संपर्क मंडियों व शहरों से कटा होने के कारण टमाटर, गोभी, हरा धनिया, हरी मिर्च, बीन्स, मूली, नींबू, बैगन आदि उपज बंद मार्गों में फंसे वाहनों में ही पड़ी रही और मंडी तक नहीं पहुंच पायी।

उधर, लोनिवि साहिया के अधिशासी अभियंता प्रत्युष कुमार, लोनिवि चकराता के अधिशासी अभियंता एमएस बेलवाल व पीएमजीएसवाई कालसी के अधिशासी अभियंता आरके टम्टा के अनुसार जेसीबी लगाकर मलबा हटवाया जा रहा है।


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