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Uttarakhand Weather : दशहरा के बाद भारी बारिश की संभावना, आज प्रदेश में ऐसा रहेगा मौसम

Uttarakhand Weather अब सुबह और रात को हल्‍की ठंड भी महसूस होने लगी है। पांच अक्‍टूबर के बाद उत्‍तराखंड के कई इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है। वहीं प्रदेश से मानसून के 10 अक्‍टूबर तक विदा होने की संभावना है।

By Nirmala BohraEdited By: Published: Sun, 02 Oct 2022 07:57 AM (IST)Updated: Sun, 02 Oct 2022 07:57 AM (IST)
Uttarakhand Weather : दशहरा के बाद भारी बारिश की संभावना, आज प्रदेश में ऐसा रहेगा मौसम
Uttarakhand Weather : दशहरा के बाद भारी बारिश की संभावना। जागरण

टीम जागरण, देहरादून : Uttarakhand Weather : उत्‍तराखंड में मानसून की विदाई बेला चल रही है। प्रदेश से मानसून के 10 अक्‍टूबर तक विदा होने की संभावना है। लेकिन उससे पहले बादल एक बार दोबार कहर बरपा सकते हैं।

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पांच अक्‍टूबर के बाद उत्‍तराखंड के कई इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है। वहीं अभी प्रदेश में मौसम साफ बना हुआ है। अब सुबह और रात को हल्‍की ठंड भी महसूस होने लगी है। गंगोत्री और यमुनोत्री राजमार्ग बार बार बाधित हो रहा है।

अमलावा नदी में बह गई लघु सिंचाई की दस हाइड्रम योजनाएं

चकराता के साहिया में पिछले दिनों अमलावा नदी की बाढ़ खेत मकान तो बहा ही ले गई, दस हाइड्रम योजना भी बाढ़ के साथ ही बहने से किसानों की परेशानियां बढ़ गई है। लघु सिंचाई विभाग ने किसानों की कृषि भूमि को सिंचित करने के उददेश्य से हाइड्रम योजनाओं का निर्माण कराया था। योजना के साथ ही एक दर्जन से अधिक नहरें भी तबाह हुई हैं।

सिंचाई के लिए बची हुई जमीन के लिए लघु सिंचाई विभाग ने योजनाएं बनाई थी, ताकि किसानों को दिक्कत का सामना न करना पड़े। लघु सिंचाई विभाग डाकपत्थर की ओर से अमलावा नदी में 10 पंपिग हाइड्रम योजनाएं बनाई गई थी, लेकिन इस बार अमलावा नदी की बाढ़ सभी योजनाओं को बहा ले गयी। लघु सिंचाई विभाग ने सभी जगह का निरीक्षण किया। 1986 में योजनाओं के तहत नहरों का निर्माण कराया गया था। जिससे किसान अपनी कृषि की जमीन सिंचित करते थे।

नाड़ा खडड, चेइथा खेडा, सैमानी खेड़ा, बुआर खेड़ा, जडवाला, चापनू, जोखल, बोसान, कालसी आदि जगह पंपिंग योजना तबाह होने से आने वाले समय में किसानों के सामने अपनी कृषि भूमि की सिंचाई का संकट गहरा जाएगा। किसान कुंवर सिंह, हगाडू दास, श्याम सिंह, अतर सिंह, कुंवर राय, वेशाखु, जेटू, राजेश आदि का कहना है कि इस बार अमलावा नदी की बाढ़ ने ग्रामीणों को कहीं का नहीं छोड़ा है।

बाढ़ फसल सहित खेत बहा ले गई, ऊपर से सिंचाई के साधन भी नहीं रहे। अधिशासी अभियंता लघु सिंचाई विभाग डाकपत्थर वीके सिंह का कहना है कि क्षतिग्रस्त योजनाओं के बारे में रिपोर्ट शासन में भेजी जाएगी। जो योजनाएं ठीक कराने लायक होगी, उसे ठीक कराया जाएगा।

जौनसार बावर के गांवों के जल्द खोले जाए संपर्क संपर्क मार्ग

आपदा प्रभावित क्षेत्र जौनसार बावर में गांवों के संपर्क मार्गो को खुलवाने के लिए भाजयुमो जिला महामंत्री संजय तोमर ने प्रमुख अभियंता लोनिवि देहरादून को ज्ञापन सौंपा।भाजयुमो नेता तोमर ने ज्ञापन के माध्यम से कहा कि विधानसभा चकराता के संपूर्ण ग्रामीण क्षेत्र में 25 सितंबर में आई प्राकृतिक आपदा में भारी बारिश के कारण अनेक मुख्य व संपर्क मार्ग क्षतिग्रस्त हो गए हैं।

जिसमें विभागीय स्तर पर प्राथमिकता के आधार पर मुख्य मार्ग ही छोटे वाहनों के लिए दुरुस्त किए जा रहे हैं, जबकि क्षेत्र में रोजमर्रा की आवश्यकता के लिए कई निकटतम मार्ग मूल रूप से बंद हैं। जिससे नगदी फसलों को मंडी तक पहुंचाने व मरीजों को अस्पताल तक ले जाने के लिए सरकारी एंबुलेंस सेवा व शादी जैसे मांगलिक कार्य व नव निर्माण कार्य के लिए बड़े वाहनों का आवागमन पूर्ण रूप से बंद है।

भाजयुमो नेता संजय तोमर ने प्रमुख अभियंता से आग्रह किया कि लोनिवि उपखंड कालसी व चकराता के अधिशासी अभियंता को निर्देशित कर मुख्य मार्गों के साथ साथ गांवों से जुड़ने वाले संपर्क मार्गों को जल्द से जल्द खोला जाए। लोनिवि के प्रमुख अभियंता देहरादून अयाज अहमद ने जल्द ही गांवों से जुड़ने वाले संपर्क मार्गो को खोलने के लिए आश्वासन दिया।


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