Uttarakhand Weather : गुरुवार को तबाही मचाने के बाद आज मौसम साफ, अगले तीन दिन फौरी राहत के आसार
Uttarakhand Weather मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिन प्रदेश में भारी वर्षा (Heavy Rain) से फौरी राहत के आसार हैं। कहीं-कहीं गरज के साथ तीव्र बौछारें भी पड़ सकती हैं। वहीं प्रदेश में भूस्खलन के कारण 100 से अधिक मार्ग बंद हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून : Uttarakhand Weather : गुरुवार को पहाड़ी इलाकों में तबाही मचाने के बाद आज शुक्रवार को मौसम साफ बना रहा। वहीं मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिन प्रदेश में भारी वर्षा (Heavy Rain) से फौरी राहत के आसार हैं। हालांकि इस दौरान कहीं-कहीं गरज के साथ तीव्र बौछारें पड़ सकती हैं।
कहीं-कहीं हल्की से मध्यम वर्षा के आसार
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार प्रदेश में अगले तीन दिन आंशिक से लेकर आमतौर पर बादल छाये रह सकते हैं। कहीं-कहीं हल्की से मध्यम वर्षा (Rain) के आसार हैं। कुछ पर्वतीय जिलों में गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
वहीं प्रदेश में भूस्खलन के कारण 100 से अधिक मार्ग बंद हैं। बदरीनाथ (Badrinath Highway) और केदारनाथ मार्ग (Kedarnath Highway) पर भी बार-बार भूस्खलन के कारण यात्रा प्रभावित हो रही है।
गुरुवार को उत्तरकाशी के पुरोला में अतिवृष्टि से एक एटीएम समेत आठ दुकानें बह गईं। एटीएम में 24 लाख रुपये कैश था, जिसे गुरुवार को बरामद कर लिया गया था।
अमलावा नदी में उफान से व्यासनहरी में बना पुल टूटा
भारी वर्षा (Heavy Rain) के कारण कालसी में अमलावा नदी के तेज बहाव से व्यासनहरी में बना पुल टूट गया। कालसी बाजार से लगे व्यासनहरी, रुहाड़ा व जोकला गांव जाने के लिए पहले कोई साधन नहीं था, जिस कारण ग्रामीण बरसात में जान जोखिम में डालकर अमलावा नदी पार रकते थे।
पुल इंदिरा कालोनी, चतरशिला, व्यासनहरी, रुहाड़ा व जोकला को अमलावा नदी पार करने का एक मात्र साधन था। उसके बह जाने से ग्रामीण परेशान हैं। पुल के बहने से अब दिक्कतें बढ़ गई हैं।
क्षेत्र पंचायत सदस्य व्यासनहरी एवं कनिष्ठ उपप्रमुख रितेश असवाल और ग्राम प्रधान मनीषा वर्मा का कहना है कि नदी के उफान पर होने के कारण कई घरों को खतरा पैदा हो गया है। इससे पूर्व भी नदी के उफान पर आने से 10-12 परिवारों के मकान ढह गए थे।
पुल टूटने की जानकारी एसडीएम के संज्ञान में ला दी गई है और ग्रामीणों की समस्या को देखते हुए कुछ वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग की गई है। ग्रामीणों का कहना है कि मामला एसडीएम के संज्ञान में आने पर भी तहसील प्रशासन की टीम मौके पर नहीं गई।
बारिश से सड़कों पर बोल्डर आने से यातायात प्रभावित
मसूरी में बुधवार देर रात शुरू भारी वर्षा लगभग आठ घंटे तक हुई। जिससे बरसाती नाले उफान पर रहे। शहर के अधिकांश कल्वर्ट बंद होने से पानी सड़कों पर बहा और मलबा जमा हो गया। मसूरी- देहरादून मार्ग (Mussoorie Highway) एवं शहर में कई स्थानों पर सड़कों पर बोल्डर आने से यातायात बाधित रहा।
वैवरली-हाथीपांव रोड पर धुम्मनगंज के पास बोल्डर सड़क पर आ गए। जिससे यातायात दोपहर तक बाधित रहा। जेपी बैंड-टिहरी बाईपास मार्ग पर लक्ष्मणपुरी के समीप पहाड़ी दरकने के कारण कर सड़क पर मलबा आने से दो घंटे से अधिक समय तक यातायात बंद रहा।
लंढौर-सिविल अस्पताल मार्ग पर पहाड़ी दरक कर सड़क पर आने से लगभग एक घंटे यातायात बंद रहा। जेसीबी से मलबा हटाकर यातायात चालू करवाया गया।
भारी वर्षा से यमुना नदी उफान पर
बुधवार की रात को उत्तरकाशी जिला मुख्यालय सहित सभी तहसील क्षेत्रों में भारी वर्षा हुई। जिसके कारण नदियां उफान पर आ गईं। यमुना नदी (Yamuna River) अपने खतरे के निशान को पार कर गई।
यमुना नदी का जल स्तर पिछले 11 वर्षों में सबसे अधिक दर्ज किया गया। जबकि भागीरथी नदी चेतावनी निशान से एक मीटर नीचे, टौंस नदी चेतावनी निशान से आधा मीटर नीचे बही। बुधवार की रात को वर्षा भी सबसे अधिक यमुना घाटी में दर्ज की गई।