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उत्‍तराखंड में बढ़ गई मतदाताओं की संख्या, जानें मतदाता सूची में कहां सबसे ज्‍यादा और कहां सबसे कम हुई बढ़ोतरी

Uttarakhand Voter Count उत्तराखंड में मतदाताओं की संख्या में 128277 की बढ़ोतरी हुई है। देहरादून में सबसे ज्यादा 51694 मतदाता बढ़े हैं जबकि रुद्रप्रयाग में सबसे कम 4445 मतदाता पंजीकृत हुए हैं। 28 नवंबर तक मतदाता नामावली संबंधी दावे एवं आपत्ति दर्ज कराई जा सकती है। एक जनवरी 2025 की अर्हता के आधार पर 10 अक्टूबर तक पुनरीक्षण के तहत मतदाताओं की संख्या तय हो गई है।

By Vikas gusain Edited By: Nirmala Bohra Updated: Wed, 30 Oct 2024 03:52 PM (IST)
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Uttarakhand Voter Count: छह जनवरी 2025 को किया जाएगा निर्वाचक नामावली का अंतिम प्रकाश। प्रतीकात्‍मक
राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून। Uttarakhand Voter Count: प्रदेश में मतदाताओं की संख्या बढ़कर 83,71,700 हो गई है। इस तरह प्रदेश में कुल 1,28,277 मतदाताओं की बढ़ोतरी हुई है। इसमें सबसे अधिक 51,694 मतदाता देहरादून में बढ़े हैं। अब निर्वाचक नामावली का अंतिम प्रकाश छह जनवरी 2025 को किया जाएगा।

10 अक्टूबर तक पुनरीक्षण के तहत मतदाताओं की संख्या तय

अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डा विजय कुमार जोगदंडे ने सचिवालय स्थित मीडिया सेंटर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान निर्वाचक नामावली के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के संंबंध में जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के एक जनवरी 2025 की अर्हता के आधार पर 10 अक्टूबर तक पुनरीक्षण के तहत मतदाताओं की संख्या तय हो गई है।

प्रदेश में 2,42,365 नए मतदाता पंजीकृत

उन्होंने कहा कि प्रदेश में 2,42,365 नए मतदाता पंजीकृत हुए हैं, जबकि 1,14,088 मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से कम हुए हैं। इस प्रकार कुल 1,28,277 मतदाताओं की मतदाता सूची में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में निर्वाचक नामावली का प्रकाशन कर दिया गया है। 28 नवंबर तक मतदाता नामावली संबंधी दावे एवं आपत्ति दर्ज कराई जा सकती है। इनका निस्तारण 24 दिसंबर तक किया जाएगा।

रुद्रप्रयाग में पंजीकृत हुए सबसे कम मतदाता

उन्होंने बताया कि देहरादून के बाद सबसे अधिक ऊधम सिंह नगर में 46,648, हरिद्वार में 38,435 मतदाता पंजीकृत हुए हैं, जबकि सबसे कम मतदाता 4445 रुद्रप्रयाग में पंजीकृत हुए हैं। चंपावत में 5306 और बागेश्वर में 5342 नए पंजीकरण हुए हैं।

पांच नए मतदेय स्थल भी बनाए गए

उन्होंने बताया कि वर्तमान में पांच मतदेय स्थलों पर मतदाताओं की संख्या 1500 से अधिक होने पर पांच नए मतदेय स्थल भी बनाए गए हैं।  इस दौरान उप मुख्य निर्वाचन अधिकारी किशन सिंह नेगी व सहायक मुख्य निर्वाचन अधिकारी मस्तू दास भी उपस्थित थे।

राजनीतिक दलों के साथ की बैठक

मुख्य निर्वाचन अधिकारी डा बीवीआरसी पुरुषोत्तम की अध्यक्षता में सचिवालय में मंगलवार को मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों की बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को विधानसभा निर्वाचक नामावली का अर्हता तिथि एक जनवरी 2025 के आधार पर विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण के संबंध में जानकारी दी गई।

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