इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डाटाबेस साफ्टवेयर से जुड़ने को तैयार परिवहन व लोक निर्माण विभाग, दुर्घटनाओं के कारणों की मिलेगी जानकारी
Dehradun News परिवहन व लोक निर्माण विभाग इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डाटाबेस (आई-आरएडी) साफ्टवेयर से खुद को जोडऩे की कवायद में जुट गए हैं। इसमें मुख्य रूप से चार विभाग पुलिस परिवहन लोक निर्माण विभाग और स्वास्थ्य विभाग शामिल हैं।
राज्य ब्यूरो, देहरादून : राज्य में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं के कारणों की अब विस्तृत जानकारी मिल सकेगी। इसके लिए परिवहन व लोक निर्माण विभाग इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डाटाबेस (आई-आरएडी) साफ्टवेयर से खुद को जोडऩे की कवायद में जुट गए हैं। इसके लिए सभी तैयारियां पूर्ण हो चुकी हैं। इसी सप्ताह परिवहन मंत्री इसका लोकार्पण कर देंगे।
देश भर में लगातार बढ़ रही सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए केंद्रीय सड़क एवं राजमार्ग मंत्रालय ने आई-आरएडी योजना शुरू की। विश्व बैंक सहायतित इस योजना का मुख्य उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाना है। इसमें मुख्य रूप से चार विभाग पुलिस, परिवहन, लोक निर्माण विभाग और स्वास्थ्य विभाग शामिल हैं।
केंद्र सरकार के निर्देशों पर उत्तराखंड पुलिस ने एक जनवरी 2022 से इस साफ्टवेयर का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। इस साफ्टवेयर में पुलिस अभी तक 199 दुर्घटनाओं के संबंध में आंकड़े अंकित कर चुकी है। अब इस साफ्टवेयर में परिवहन, लोक निर्माण विभाग और स्वास्थ्य विभाग को अपने आंकड़े अंकित करने हैं।
परिवहन विभाग इस साफ्टवेयर में दुर्घटनाग्रस्त वाहनों के तकनीकी निरीक्षण व खामियों के बारे में जानकारी दर्ज करेगा। लोक निर्माण विभाग दुर्घटना स्थल पर सड़क की स्थिति, तीव्र मोड़, क्रैश बैरियर की उपलब्धता आदि विषयों की जानकारी अंकित करेगा। स्वास्थ्य विभाग का कार्य दुर्घटना में घायल व मृतकों के चोट व कारणों के संबंध में जानकारी अंकित करना होगा।
पुलिस के बाद परिवहन विभाग और लोक निर्माण विभाग साफ्टवेयर पर अपने स्तर से कार्य को पूरा कर चुके हैं। इसके लिए कार्मिकों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है और जल्द ही इसमें आंकड़ों को अंकित करने का काम शुरू कर दिया जाएगा। इसी सप्ताह राज्य स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक के दौरान परिवहन मंत्री चंदन राम दास इसका लोकार्पण करेंगे।