Citizenship Amendment Act: दिल्ली-यूपी में हुए बवाल के बाद उत्तराखंड ने रोका बसों का संचालन
सीएए को लेकर दिल्ली और उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन हिंसा का रूप ले रहा है। इसके चलते उत्तराखंड रोडवेज ने अपना संचालन रोक दिया है
देहरादून, जेएनएन। सीएए यानी नागरिकता संशोधन कानून को लेकर चल रहे उपद्रव को देख उत्तराखंड रोडवेज ने दिल्ली, उत्तर प्रदेश व राजस्थान के लिए बसों का संचालन रोक दिया है। दिल्ली के कश्मीरी गेट आइएसबीटी पर फंसी रोडवेज की करीब 30 वाल्वो व एसी बसों को वहीं खड़े रहने के आदेश दिए गए हैं। दिल्ली के लिए भेजी गई सभी बसें शुक्रवार की शाम मोहननगर से ही वापस बुला ली गईं। साथ ही मेरठ, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, लखनऊ समेत गुडग़ांव व फरीदाबाद के लिए किसी बस का संचालन नहीं किया गया।
दिल्ली में उपद्रवियों द्वारा सीलमपुर में बसों में तोडफ़ोड़ की घटनाओं के मद्देनजर रोडवेज के प्रबंध निदेशक रणवीर चौहान ने शुक्रवार दोपहर दिल्ली रूट की सभी बसों का संचालन अग्रिम आदेशों तक रोकने का आदेश दिया। शुक्रवार सुबह दिल्ली रूट पर गई सभी बसों के चालक व परिचालकों को फोन कर बसें सुरक्षित स्थानों तक संचालित कर वापस लाने के आदेश दिए। सहारनपुर में भी विवाद बढ़ने की सूचना पर वहां जाने वाली सभी बसें रोक दी गईं। सहारनपुर की तरफ से उत्तर प्रदेश की बसें भी नहीं आईं।
इसके अलावा शाम को वाया दिल्ली होकर जयपुर, फरीदाबाद और गुरुग्राम जाने वाली बसों को भी रोक दिया गया। प्रदेश के सभी डिपो से सहारनपुर होकर अंबाला, चंडीगढ़, करनाल आदि जाने वाली बसों को देहरादून से पांवटा साहिब के रास्ते भेजा जा रहा है। प्रभावित शहरों के लिए शुक्रवार की सुबह से ही कम बसें संचालित हो रही थीं, मगर दोपहर बाद संचालन पूरी तरह रोकना पड़ा।
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देहरादून से दिल्ली रूट पर 50 बसें रोकनी पड़ीं, जबकि हरिद्वार, कोटद्वार, रुद्रपुर समेत हल्द्वानी, काठगोदाम, पिथौरागढ़, काशीपुर, टनकपुर से भी आधी बसें दिल्ली भेजी गईं। कुमाऊं रूट की बसें आनंद विहार तक गईं, मगर गढ़वाल से जाने वाली सभी बसों को मोहननगर से वापस बुलाना पड़ा। उपद्रव को देखते हुए यात्रियों की संख्या भी काफी कम बताई जा रही।
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करीब 40 लाख की चपत
संचालन प्रभावित होने से रोडवेज को करीब 40 लाख की चपत लगी है। माना जा रहा कि अगर शनिवार को इसी तरह से संचालन बंद रहा तो यह चपत एक करोड़ से ऊपर पहुंच जाएगी।
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