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Uttarakhand Roadways : होगी भारी फजीहत, उत्‍तराखंड के इन रूट पर नहीं चलेंगी बसें, जानिए क्‍या है वजह

प्रबंधन ने छुट्टी के बावजूद गुरुवार को रोडवेज मुख्यालय में दोबारा वार्ता बुलाई थी। वार्ता में प्रबंध निदेशक रोहित मीणा को मौजूद रहना था लेकिन वह नहीं पहुंचे। इससे कर्मचारियों का आक्रोश और बढ़ गया। कर्मचारी प्रबंधन से सीधे टकराव के मूड में हैं।

By Jagran NewsEdited By: Mohammed AmmarPublished: Thu, 26 Jan 2023 06:01 PM (IST)Updated: Thu, 26 Jan 2023 06:01 PM (IST)
Uttarakhand Roadways : होगी भारी फजीहत, उत्‍तराखंड के इन रूट पर नहीं चलेंगी बसें, जानिए क्‍या है वजह
Uttarakhand Roadways : होगी भारी फजीहत, उत्‍तराखंड के इन रूट पर नहीं चलेंगी बसें, रोडवेज कर्मचारियों ने किया ऐलान

जागरण संवाददाता, देहरादून : रोडवेज कर्मचारियों के आंदोलन के चलते देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश व रुड़की समेत समूचे गढ़वाल मंडल में शुक्रवार को रोडवेज बसों का संचालन ठप रहेगा। दिल्ली मार्ग समेत जयपुर, चंडीगढ़, फरीदाबाद, गुरुग्राम, आगरा, लखनऊ, मुरादाबाद, बरेली, धर्मशाला, पानीपत, लुधियाना, सहारनपुर आदि समेत स्थानीय मार्गों पर भी बस संचालन पूरी तरह बंद रहेगा। इससे यात्रियों को परेशानी हो सकती है। वहीं, कर्मचारियों ने गुरुवार रात जाने वाली लंबी दूरी की बसों का संचालन करने से भी इनकार कर दिया।

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31 जनवरी को पूरे प्रदेश में कर सकते हैं सेवा ठप

गुरुवार को रोडवेज प्रबंधन ने कर्मचारियों को सुलह वार्ता के लिए बुलाया था, लेकिन रोडवेज के प्रबंध निदेशक रोहित मीणा खुद वार्ता में नहीं पहुंचे। इससे कर्मचारियों का आक्रोश बढ़ गया और उन्होंने अपना आंदोलन स्थिगत करने से मना कर दिया।

कर्मचारियों ने कहा कि 31 जनवरी से पूरे प्रदेश में बेमियादी हड़ताल शुरू कर बसों का चक्का-जाम कर दिया जाएगा। करीब 3000 संविदा व विशेष श्रेणी कर्मचारियों के नियमितीकरण व तत्काल 500 बसों की खरीद की मांग को लेकर रोडवेज के पांच कर्मचारी संगठनों के संयुक्त मोर्चा ने सोमवार से आंदोलन शुरू किया हुआ है। सोमवार को टनकपुर मंडल और मंगलवार को नैनीताल मंडल में एक दिन की हड़ताल रही और बस संचालक शत प्रतिशत ठप रखा गया।

शुक्रवार को देहरादून मंडल में एक दिन की हड़ताल का कार्यक्रम पूर्व निर्धारित है और 31 जनवरी की मध्य रात्रि 12 बजे से पूरे प्रदेश में बेमियादी हड़ताल की चेतावनी दी हुई है। इससे घबराए प्रबंधन ने सुलह वार्ता के प्रयास करते हुए कर्मचारियों से बुधवार शाम वार्ता की थी, जो विफल रही थी।

प्रबंध निदेशक खुद नहीं पहुंचे बैठक में 

प्रबंधन ने छुट्टी के बावजूद गुरुवार को रोडवेज मुख्यालय में दोबारा वार्ता बुलाई थी। वार्ता में प्रबंध निदेशक रोहित मीणा को मौजूद रहना था, लेकिन वह नहीं पहुंचे। इससे कर्मचारियों का आक्रोश और बढ़ गया। कर्मचारी प्रबंधन से सीधे टकराव के मूड में हैं।

उन्होंने साफ कहा कि जब तक दो प्रमुख मांग नहीं मानी जाती, वह आंदोलन से पीछे नहीं हटेेंगे और 31 जनवरी की मध्य रात्रि 12 बजे से प्रदेश में हड़ताल के साथ बसों का चक्का-जाम कर दिया जाएगा। कर्मचारियों की मांगों को लेकर बने पांच कर्मचारी संगठनों के संयुक्त मोर्चा ने एस्मा लागू होने के बावजूद सरकार व प्रबंधन के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। कर्मचारियों ने सोमवार को टकनपुर मंडल व मंगलवार को नैनीताल मंडल में बस संचालन ठप रखकर साफ संकेत दे दिया कि वह पीछे नहीं हटने वाले हैं।


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