Uttarakhand Weather Update: अक्टूबर के पहले सप्ताह में सामान्य से गर्म रहा उत्तराखंड, जानिए कैसे रहेगा मौसम
उत्तराखंड से अगले दो दिन में मानसून पूरी तरह विदा हो जाएगा। अब सूबे में बारिश का दौर थम गया है। दिनभर धूप खिलने से तापमान में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। उत्तराखंड के ज्यादातर इलाकों में अक्टूबर के पहले सप्ताह में तापमान सामान्य से अधिक बना है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Uttarakhand Weather Update: उत्तराखंड से मानसून की विदाई शुरू हो गई है। अगले दो से तीन दिन में दक्षिण-पश्चिम मानसून यहां से पूरी तरह विदा हो सकता है। इस बीच प्रदेश में बारिश का दौर भी थम गया है। चटख धूप खिलने के कारण दिन में गर्मी महसूस की जा रही है। इस दौरान अक्टूबर के पहले सप्ताह में उत्तराखंड के ज्यादातर इलाकों का तापमान सामान्य से अधिक बना हुआ है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले कुछ दिन मौसम शुष्क बना रह सकता है, लेकिन तापमान में तेजी से गिरावट आने की संभावना है।
उत्तराखंड में इस बार मानसून सीजन में बारिश सामान्य रही। हालांकि, यह सीजन काफी लंबा रहा। बीते 13 जून को उत्तराखंड में दस्तक देने के बाद मानसून अक्टूबर के पहले सप्ताह तक बरकरार है। हालांकि, विदाई से पहले ही अक्टूबर की शुरुआत में बारिश का क्रम धीमा पड़ गया था। जिसके चलते प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में चटख धूप के बीच पारा में उछाल बना रहा। अक्टूबर के पहले सप्ताह में देहरादून-नैनीताल समेत प्रमुख शहरों का तापमान सामान्य से दो से तीन डिग्री अधिक रहा। देहरादून में सामान्यत: पहले सप्ताह में अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता है, जो फिलहाल 32 डिग्री सेल्सियस से अधिक चल रहा है।
वहीं, न्यूनतम तापमान भी सामान्यत: 18 डिग्री सेल्सियस रहता है, जो 20 डिग्री सेल्सियस से अधिक बना हुआ है। अन्य प्रमुख शहरों का भी यही आलम है। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्वानुमान के अनुसार अगले दो दिन राज्यभर में आमतौर पर मौसम शुष्क रहने की संभावना है। कुमाऊं में कहीं-कहीं हल्की बौछार पड़ सकती हैं।
एक सप्ताह से नीती गांव में बिजली गुल
भारत तिब्बत चीन सीमा से लगे देश के अंतिम गांव नीती में एक सप्ताह से बिजली गुल है। नीती गांव में 50 परिवार निवास करते हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि सीमा सड़क संगठन की निर्माण एजेंसी ओइसिस के सड़क चौड़ीकरण के दौरान किए जा रहे विस्फोट से विद्युत लाइन क्षतिग्रस्त होने से यह समस्या सामने आई है। शिकायत के बाद भी न ही निर्माण एजेंसी और न ऊर्जा निगम समस्या निस्तारण कर रहा है। ग्रामीणों ने इस संबंध में प्रशासन को एक बार फिर से ज्ञापन भेजकर समस्या निस्तारण की मांग की है। मांग पर जल्द कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। ज्ञापन भेजने वालों में प्रेम सिंह फोनिया, धर्मेंद्र पाल, खीम सिंह खाती, विनीता देवी, ग्राम प्रधान हेमलता देवी आदि शामिल रहे।
यह भी पढ़ें:-Uttarakhand Weather Update: उत्तराखंड में आज से शुरू हो सकता है मानसून की विदाई का दौर