Rajat Jayanti Uttarakhand: तीन व चार नवंबर को विस का विशेष सत्र, संसदीय कार्यमंत्री ने लिया तैयारियों का जायजा
उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती पर तीन व चार नवंबर को विधानसभा का विशेष सत्र होगा। संसदीय कार्यमंत्री सुबोध उनियाल ने मुख्य सचिव और गृह सचिव के साथ तैयारियों की समीक्षा की। यह सत्र आत्ममंथन और राज्य के भविष्य की दिशा तय करने का अवसर होगा। राज्य स्थापना के 25 वर्षों की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं।

संसदीय कार्यमंत्री सुबोध उनियाल ने तीन व चार नवंबर को होने वाले विधानसभा के विशेष सत्र को लेकर मुख्य सचिव व गृह सचिव के साथ बैठक में की तैयारियों की समीक्षा। आर्काइव
राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून। उत्तराखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती के उपलक्ष्य में तीन व चार नवंबर को होने वाले विधानसभा के विशेष सत्र की तैयारियाें को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसी कड़ी में शनिवार को विधायी एवं संसदीय कार्यमंत्री सुबोध उनियाल से मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन और गृह सचिव शैलेश बगौली ने भेंट की। बैठक में कैबिनेट मंत्री उनियाल ने तैयारियों की समीक्षा की। साथ ही कहा कि यह विशेष सत्र आत्ममंथन और राज्य के भविष्य की दिशा तय करने का अवसर होगा।
विधानसभा के विशेष सत्र के दृष्टिगत बैठक में सत्र की रूपरेखा, कार्यक्रम की व्यवस्था और राज्य स्थापना के 25 वर्षों की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए किए जा रहे प्रयासों पर विस्तृत विचार-विमर्श हुआ। इस दौरान उत्तराखंड के भविष्य के रोड-मैप को लेकर भी चर्चा की गई। विशेष सत्र के लिए कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल को विधायी एवं संसदीय कार्य का दायित्व भी सौंपा गया है। बैठक में उन्होंने विशेष सत्र में राष्ट्रपति के संबोधन को ध्यान में रखते हुए सदन एवं सदन के बाहर सभी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
कैबिनेट मंत्री उनियाल ने कहा कि उत्तराखंड राज्य की 25 वर्ष की विकास यात्रा समर्पण, संघर्ष और सेवा की कहानी है। यह विशेष सत्र हमारे लिए आत्ममंथन और भविष्य की दिशा तय करने का अवसर होगा। राज्य सरकार द्वारा इस आयोजन को ऐतिहासिक और जन-भागीदारी से परिपूर्ण बनाने के लिए सभी स्तरों पर तैयारी की जा रही है।

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