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Uttarakhand News: सर्दियां में विद्युत उत्पादन में गिरावट, दिसंबर-जनवरी में निर्बाध बिजली आपूर्ति बनी चुनौती

Uttarakhand News सर्दियां आते ही विद्युत उत्पादन में भारी गिरावट आई है। ऊर्जा निगम के लिए दिसंबर-जनवरी माह में निर्बाध विद्युत आपूर्ति चुनौती बनी हुई है। शार्ट टर्म खरीद व बैंकिंग के जरिये मांग पूरी करने की कोशिश की जा रही है।

By Jagran NewsEdited By: Sunil NegiPublished: Sat, 26 Nov 2022 12:16 AM (IST)Updated: Sat, 26 Nov 2022 12:16 AM (IST)
Uttarakhand News: सर्दियां में विद्युत उत्पादन में गिरावट, दिसंबर-जनवरी में निर्बाध बिजली आपूर्ति बनी चुनौती
प्रदेश में सर्दियां बढ़ने के साथ ही विद्युत उत्पादन में भारी गिरावट आने लगी है।

जागरण संवाददाता, देहरादून: प्रदेश में सर्दियां बढ़ने के साथ ही विद्युत उत्पादन में भारी गिरावट आने लगी है। जबकि, बिजली खपत अधिक है। मांग को पूरा करने के लिए ऊर्जा निगम पड़ोसी राज्यों से बैंकिंग और शार्ट टर्म खरीद पर निर्भर है। हालांकि, दिसंबर और जनवरी में ऊर्जा निगम की चुनौती और बढ़ सकती है। क्योंकि मांग बढ़ने के साथ ही इस दौरान उत्पादन और गिर सकता है। गैस और कोयले की कमी के कारण भी विद्युत उत्पादन प्रभावित है। ऐसे में राष्ट्रीय बाजार में बिजली के दाम भी आए दिन आसमान छू रहे हैं। ऊर्जा निगम की ओर से शार्ट टर्म में महंगी बिजली खरीद को लेकर भी प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।

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उत्तराखंड में दिसंबर और जनवरी में बिजली की खपत खासी अधिक रहती है। जबकि, प्रदेश में स्थापित जल विद्युत परियोजनाओं से उत्पादन न्यूनतम स्तर पर होता है। इसके अलावा वर्तमान में चल रही गैस की किल्लत के कारण गैस प्लांट से भी न के बराबर विद्युत उत्पादन हो पा रहा है। ऐसे में ऊर्जा निगम को प्रदेश में विद्युत मांग पूरा करने के लिए बाजार पर निर्भर होना पड़ता है। जहां डिमांड बढ़ने पर बिजली के दाम 12 से 18 रुपये प्रति यूनिट तक पहुंच जाते हैं। प्रदेशवासियों को निर्बाध आपूर्ति के लिए ऊर्जा निगम महंगी बिजली खरीद करता है और घाटा वहन करता है।

दिसंबर-जनवरी में प्रदेश में यह रहती है स्थिति

  • कुल मांग: 38-40 मिलियन यूनिट
  • कुल उपलब्धता: 28-30 एमयू
  • केंद्र से आवंटित अंश: 12-14 एमयू
  • जल विद्युत परियाजनाओं से उत्पादन: 08-10 एमयू
  • बाह्य स्रोत से खरीद: 10-12 एमयू
  • पीक आवर में खरीद की दर: 10-15 रुपये

दिल्ली से बैंकिंग शुरू, हरियाणा से इंतजार

ऊर्जा निगम ने दिल्ली से 100 मेगावाट बिजली प्रतिदिन बैंकिंग के तहत लेनी शुरू कर दी है। जबकि, कुछ दिनों में ही हरियाणा से भी 100 मेगावाट बिजली बैंकिंग के तहत मिलनी शुरू हो जाएगी। इसके अलावा ऊर्जा निगम शार्ट टर्म में लगभग 200 मेगावाट बिजली का अनुबंध भी निजी कंपनियों के साथ कर चुका है। हालांकि, आने वाले दिनों में यह बिजली नाकाफी साबित हो सकती है। ऐसे हालात में ऊर्जा निगम को और कसरत करनी पड़ सकती है।

बिजली निर्बाध आपूर्ति के लिए समुचित प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए दिल्ली और हरियाणा के साथ ही बैंकिंग के तहत बिजली लेने का अनुंबंध किया गया है। साथ ही शार्ट टर्म में भी बिजली खरीदी जा रही है। उम्मीद है दिसंबर और जनवरी में बिजली की उपलब्धता सामान्य रहेगी। जरूरत पड़ने पर 10-11 रुपये की दर से भी बिजली खरीद की जा रही है।

सुधीर कुमार, एक्सीएन, कमर्सियल


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