Uttarakhand News: विद्यालय स्तर पर गतिविधियों की होगी आनलाइन मानीटरिंग
Uttarakhand News उत्तराखंड में आने वाले समय में विद्यालय स्तर पर गतिविधियों की आनलाइन मानीटरिंग होगी। इस में कमांड एंड कंट्रोल सेंटर अहम भूमिका निभाएगा। एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग के माध्यम से छात्र-छात्राओं व शिक्षकों की गतिविधियों पर नजर रहेगी।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। प्रदेश में आने वाले समय में शिक्षा की गुणवत्ता के निर्धारण में कमांड एंड कंट्रोल सेंटर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। सेंटर के माध्यम से विद्यालय स्तर पर शिक्षा की तमाम गतिविधियों की आनलाइन मानीटरिंग की जाएगी।
प्रदेश में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए हर स्तर पर मानीटरिंग की आवश्यकता महसूस की जा रही है। अब प्रौद्योगिकी का उपयोग कर इस व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा। विशेष रूप से विद्यालयी शिक्षा के अंतर्गत सीखने और सिखाने की प्रक्रिया की अब नियमित निगरानी होगी।
इसके लिए राज्य स्तर पर कमांड एंड कंट्रोल सेंटर बनाने की प्रक्रिया चल रही है। इस प्रक्रिया का महत्वपूर्ण भाग विद्यालय स्तर पर तमाम गतिविधियों को नियोजित करना है। साथ में उनसे होने वाले लाभ का डाटा भी एकत्र करना है, ताकि इसका विश्लेषण कर शैक्षिक प्रबंधन को चाक-चौबंद किया जा सके।
सरकार ने तय किया है कि विद्यालय स्तर पर सभी छात्र-छात्राओं, कर्मचारियों, शिक्षकों, अधिकारियों के प्रतिदिन के कार्यक्रमों की आनलाइन मानीटरिंग की जाएगी। इसके लिए एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग (ईआरपी) को क्रियान्वित किया जाएगा। इसकी कार्यवाही शुरू की जा चुकी है। शिक्षा मंत्री डा धन सिंह रावत ने बताया कि विद्यालय स्तर पर मानीटरिंग व्यवस्था जितनी बेहतर होगी, शिक्षा के स्तर में सुधार करने में उतनी ही सहायता मिलेगी। विद्यालयों की मानीटरिंग की जाती है, लेकिन इस बारे में राज्य स्तर पर डाटा उपलब्ध नहीं होता। अब विद्यालय स्तर पर भौतिक व मानव संसाधनों की उपलब्धता और उसके माध्यम से प्राप्तियों से संबंधित डाटा भी रखा जाएगा।
शिक्षा मंत्री डा धन सिंह रावत ने कहा कि सभी विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को फर्नीचर प्राथमिकता से उपलब्ध कराया जा रहा है। चरणबद्ध तरीके से यह कार्यवाही गतिमान है। सभी विद्यालयों में शौचालयों विशेष रूप से बालिका शौचालयों का निर्माण कराया जा रहा है। यह काम भी चरणबद्ध तरीके से जारी है। इससे सरकारी विद्यालयों की दशा सुधरेगी, साथ में अभिभावकों और छात्र-छात्राओं की संख्या में कमी को भी दूर किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि अब इसकी आनलाइन मानीटरिंग की जाएगी। कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से प्रभावी अनुश्रवण सुनिश्चित किया जाएगा।