Uttarakhand Monsoon News: उत्तराखंड में 14 वर्ष में सात बार विलंब से पहुंचा मानसून, इसके साथ झमाझम वर्षा का दौर शुरू
Uttarakhand Monsoon News उत्तराखंड में मानसून 14 वर्ष में सात बार विलंब से पहुंचा है। इसके साथ ही प्रदेश में झमाझम बारिश का दौर भी शुरू हो गया है। मौसम विभाग के अनुसार इस बार मौसम सामान्य रहेगा।
जागरण संवाददाता, देहरादून: इस बार उत्तराखंड में मानसून नौ दिन की देरी से पहुंचा है। 14 वर्ष में यह सातवां मौका है, जब मानसून अपने अनुमानित समय पर नहीं पहुंचा। हालांकि, मानसून की आमद के साथ ही प्रदेश में झमाझम वर्षा का दौर शुरू हो गया है। मौसम विभाग ने इस बार मानसून के सामान्य रहने की संभावना जताई है।
मौसम विभाग के अनुसार, आमतौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून केरल में एक जून के आसपास दस्तक देता है। यहां से सफर आगे बढ़ाते हुए 20 जून तक उत्तराखंड और आसपास के राज्यों में पहुंचता है। हालांकि, मानसून के इस इस दिनांक से चार दिन आगे या पीछे होने का विचलन भी सामान्य माना जाता है।
इस बार केरल में मानसून ने 29 मई को दस्तक दे दी थी, लेकिन यहां से उत्तराखंड पहुंचने में इसको पूरा एक महीना लग गया। सामान्यत: मानसून को यह सफर तय करने में 20 से 22 दिन लगते हैैं।
मानसून के विलंब से आने के प्रमुख कारण
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, मानसून के विलंब से पहुंचने के तीन प्रमुख कारण हैैं। देशभर में बड़े क्षेत्र में थंडरस्ट्राम का धीमा होना। जून के दूसरे पखवाड़े में भी सामान्य से कम बारिश होना। चक्रवाती परिसंचरण में कमी आना। इन कारणों से मानसून की गति धीमी पड़ी।
इस बार सामान्य रहेगा मानसून
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार इस बार मानसून सामान्य रहेगा। पिछले साल मानसून में 20 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई थी। इस बार इसमें बढ़ोतरी की उम्मीद है। राज्य में आमतौर पर औसतन 1229 मिलीमीटर बारिश दर्ज की जाती है। मानसून की विदाई का समय सितंबर का अंतिम सप्ताह रहता है।
पिछले 14 वर्ष में मानसून के पहुंचने का लेखा-जोखा
- विलंब से पहुंचा
- वर्ष, दिनांक
- 2009, 29 जून
- 2010, 05 जुलाई
- 2012, 05 जुलाई
- 2014, 01 जुलाई
- 2017, 01 जुलाई
- 2018, 30 जून
- 2022, 29 जून
समय पर आया
- वर्ष, दिनांक
- 2008, 13 जून
- 2011, 20 जून
- 2013, 15 जून
- 2015, 24 जून
- 2016, 21 जून
- 2019, 24 जून
- 2020, 23 जून
- 2021, 13 जून