Uttarakhand Lockdown के दौरान एक शिक्षक की नियुक्ति को खोल दिए स्कूल, नोटिस
एक शिक्षक की ज्वाइनिंग के लिए दो स्कूलों के खुलने पर शिक्षा विभाग ने सख्त रवैया अपनाते हुए दोनों स्कूलों को नोटिस भेज दिया है।
देहरादून, जेएनएन। लॉकडाउन के बीच एक शिक्षक की ज्वाइनिंग के लिए दो स्कूलों के खुलने पर शिक्षा विभाग ने सख्त रवैया अपनाते हुए दोनों स्कूलों को नोटिस भेज दिया है। नोटिस भी व्हॉट्सएप के माध्यम से भेजा गया है। मुख्य शिक्षा अधिकारी ने दोनों स्कूलों से जवाब तलब किया है।
मामला महेश्वरानंद इंटर कॉलेज माजरा का है। यहां एक सहायक अध्यापक को रिलीव करने के लिए स्कूल खोला गया। इसके बाद अंबावती दून वैली पब्लिक स्कूल, पंडितवाड़ी में ज्वाइन भी करा दिया गया। इस पूरी प्रक्रिया को गुपचुप तरीके से अंजाम दिया गया। लॉकडाउन के बीच जब सभी स्कूल बंद हैं, ऐसे में मामला सामने आने से दोनों स्कूलों की कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में आ गई है।
मुख्य शिक्षा अधिकारी आशारानी पैन्यूली ने बताया कि स्कूल प्रबंधकों ने उनसे ऐसा करने के लिए कोई मौखिक या लिखित अनुमति नहीं ली। दोनों स्कूलों को ऐसा करने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया जा चुका है। जवाब संतोषजनक ना होने पर दोनों स्कूलों पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। बताया कि अंबावती दून वैली स्कूल की वरिष्ठ अध्यापिका को ही प्रधानाचार्य का कार्यभार सौंपने के निर्देश भी दिए गए हैं।
गुरुराम राय विवि में चलेंगी ऑनलाइन कक्षाएं
श्री गुरुराम राय विश्वविद्यालय प्रबंधन लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन करेगा। विवि प्रबंधन का कहना है कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि छात्र-छात्रओं की पढ़ाई प्रभावित न हो। ऑनलाइन कक्षाओं में छात्रों की शंकाओं का समाधान करने के साथ उन्हें गुणवत्तायुक्त अध्ययन सामग्री आदि प्रेषित करना शामिल है। इसके माध्यम से ही छात्रों को असाइनमेंट देने के साथ उनका मूल्यांकन भी किया जाएगा। विवि के कुलपति डॉ. यूएस रावत ने कहा कि शिक्षकों को तकनीकी का प्रयोग कर विश्वविद्यालय को हाईटेक बनाने की हरसंभव कोशिश करनी चाहिए।
विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक और आइटी विशेषज्ञ डॉ. संजय पोखरियाल ने बताया कि ऐसे बहुत से टूल हैं, जिनकी मदद से ऑनलाइन कक्षाएं ली जा सकती हैं। गूगल क्लासेज एप डाउनलोड करके भी ऑनलाइन क्लास शुरू की जा सकती है।
नौवीं और 11वीं के कमजोर छात्रों को देनी होगी परीक्षा
लॉकडाउन के चलते सीबीएसई ने 9वीं और 11वीं के छात्र-छात्रओं को भी बिना मुख्य परीक्षा के अगली कक्षा में प्रवेश देना तय किया है। हालांकि प्रवेश के लिए पूर्व में अर्जित अंक, असाइनमेंट आदि को आधार बनाया जाएगा। लेकिन, वे छात्र जो अपने विषयों में कमजोर हैं उनके लिए स्कूलों को परीक्षा आयोजित करनी होगी। सीबीएसई ने सकरुलर जारी कर स्कूलों को कमजोर छात्र-छात्रओं को लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन माध्यम से अतिरिक्त कक्षाएं देने के निर्देश दिए हैं।
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सीबीएसई का कहना है कि ऐसे छात्र-छात्रओं को ऑनलाइन पढ़ाई का मेटेरियल उपलब्ध कराया जाए। बाद में ऑनलाइन या स्कूल खुलने पर अगली कक्षा में प्रवेश के लिए इन छात्र-छात्रओं को परीक्षा देनी होगी। उधर, सीबीएसई के निर्देश जारी होने के बाद से कई स्कूलों ने फोन पर मैसेज भेजकर छात्र-छात्रओं के पास होने के संदेश भेजना शुरू कर दिए हैं।
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