Lockdown में ई-लर्निंग ने आसान की छात्रों की राह, जानिए किन माध्यमों के जरिए पढ़ सकते हैं आप
प्रदेशभर के इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रमों के छात्र तैयारी में मशगूल हैं जिसमें उनकी मदद कर रही है ई-लर्निग।
देहरादून, जेएनएन। लॉकडाउन में भी प्रदेशभर के इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रमों के छात्र तैयारी में मशगूल हैं, जिसमें उनकी मदद कर रही है ई-लर्निग। विभिन्न ऑनलाइन माध्यमों से छात्र सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक पढ़ाई कर रहे हैं।
इसी क्रम में उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय (यूटीयू) से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे करीब 90 फीसद छात्र अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीईटी) के ऑनलाइन प्रोग्राम से जुड़े हुए हैं। विवि की कुलसचिव डॉ. अनीता रावत ने बताया कि इंजीनियरिंग संस्थानों के शिक्षक-शिक्षिकाएं भी विभिन्न ऑनलाइन टीचिंग टूल की मदद से छात्रों को घर बैठे पढ़ा रहे हैं। इतना ही नहीं ऑनलाइन असाइनमेंट, क्विज और टेस्ट के माध्यम से विद्यार्थियों का अवलोकन भी किया जा रहा है।
गूगल क्लासेज से करा रहे पढ़ाई
यूटीयू से संबद्ध डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम राजकीय प्रौद्योगिकी संस्थान के निदेशक डॉ. अमित अग्रवाल ने बताया कि संस्थान में ऑनलाइन शिक्षण व्यवस्था की गई है। फैकल्टी लगातार गूगल क्लासेज के माध्यम से विद्यार्थियों के संपर्क में रहकर उनकी मदद कर रही हैं ऑनलाइन क्विज के साथ टेस्ट भी लिया जाता है। संस्थान के तकरीबन तीन सौ छात्र 13 मार्च से ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं।
यूट्यूब से मिल रही मदद
राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज गोपेश्वर के तमाम छात्र यू-ट्यूब की मदद से पढ़ाई कर रहे हैं। सिविल इंजीनियरिंग के छात्र अभिषेक भट्ट, राहुल नेगी, पंकज बिष्ट, नितिन सजवाण ने बताया कि संस्थान की सिविल इंजीनियरिंग फैकल्टी यू-ट्यूब पर प्रतिदिन सुबह 10 बजे असाइंमेंट उपलब्ध कराती है। शाम को असाइंमेंट ऑनलाइन ही जमा होते हैं।
ऑनलाइन कक्षा से स्टडी मैटर
श्री गुरु राम राय विश्वविद्यालय भी ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन कर रहा है। शिक्षक सुबह 10 बजे से ऑनलाइन कक्षा में छात्रों की शंकाओं का समाधान करने के साथ ही उन्हें असाइनमेंट देते हैं। जिनका मूल्यांकन भी ऑनलाइन ही किया जाता है। विवि के कुलपति डॉ. यूएस रावत ने बताया कि बीते 18 मार्च से दो हजार छात्र ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं।
संस्कृत स्कूलों में जल्द शुरू होंगी ऑनलाइन कक्षाएं
प्रदेश के संस्कृत स्कूलों में भी जल्द नए सत्र के लिए ऑनलाइन कक्षाएं शुरू होंगी। संस्कृत शिक्षा निदेशालय ने बोर्ड कक्षाओं के इतर दूसरी कक्षाओं के छात्र-छात्राओं को पूर्व में अर्जित अंकों के आधार पर ही नई कक्षाओं में प्रवेश देने के निर्देश दिए हैं। नए सत्र की पढ़ाई के लिए ऑनलाइन माध्यम को विकल्प बनाने पर भी जोर दिया गया। बुधवार को संस्कृत शिक्षा निदेशक एसपी खाली ने इस बाबत आदेश जारी किए।
संस्कृत शिक्षा निदेशक एसपी खाली ने बताया कि शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम के आदेशानुसार संस्कृत स्कूलों में पहली से आठवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं को बिना परीक्षा के ही अगली कक्षा में प्रवेश दिया जा रहा है। इसके अलावा नवी और ग्यारहवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं को अर्जित पूर्व में अर्जित अंकों और असाइनमेंट में अर्जित अंकों के आधार पर अगली कक्षाओं में प्रवेश दिया जाएगा।
हालांकि, अधिकतर स्कूलों में नवी और ग्यारहवीं कक्षा के छात्रों की परीक्षा के बाद मूल्यांकन भी हो चुके हैं। बताया कि सभी स्कूलों को नए सत्र की प्रवेश प्रक्रिया जल्द से जल्द पूरी करने के निर्देश दिए हैं। जिससे जल्द से जल्द छात्र-छात्राओं की नए सत्र की पढ़ाई शुरू हो सके। बताया कि संस्कृत शिक्षकों को ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई सुचारू रूप से संचालित करने के निर्देश भी दिए गए हैं। जल्द संस्कृत स्कूल और कॉलेजों में भी ऑनलाइन पढ़ाई शुरू हो जाएगी।