Uttarakhand Lockdown Day 5: दो पुलिस अधिकारियों ने 65 गरीब परिवारों को दिया दो माह का राशन
दो पुलिस अधिकारियों ने अपने पैतृक गांव के 65 परिवारों के लिए दो महीने का राशन देकर मिसाल पेश की है।
देहरादून, जेएनएन। आज जब कोराना महामारी से बचाव के लिए पूरा प्रदेश लॉकडाउन है। ऐसे में कई लोग जरूरतमंदों की मदद को आगे आ रहे हैं। सबसे बड़ी बात ये है कि शहरी क्षेत्र में तो मददगारों की फेरिहस्त लंबी है, लेकिन पहाड़ी गांवों की सुध लेने वालों की संख्या बेहद कम है। इसको देखते हुए दो पुलिस अधिकारियों ने अपने पैतृक गांव के 65 परिवारों के लिए दो महीने का राशन देकर मिसाल पेश की है।
ग्रामप्रधान जगदीश ने बताया कि दिल्ली पुलिस में तैनात सब-इंस्पेक्टर देवघार खत के अटाल निवासी संजय शर्मा ने अटाल और सैंज-तराणू दोनों पंचायत के करीब पचास परिवारों के लिए पचास हजार रुपये की मदद मुहैया कराई। इन रुपयों से सभी के लिए दो महीने की राशन और अन्य खाद्य सामग्री बांटी गयी है। वहीं, प्रधान सुरेश सिंह ने बताया कि जौनसार के ककाड़ी निवासी उत्तर-प्रदेश के गाजियाबाद में तैनात पुलिस अधिकारी दलीप सिंह बिष्ट ने की ओर से भेजी गई आर्थिक सहायता से पंद्रह गरीब परिवारों को दो माह का राशन कोटा वितरित किया गया। वहीं मदद से गदगद ग्रामीणों ने दोनों पुलिस अधिकारियों की जमकर सराहना की है।
मजदूरों को दिया खाना
शनिवार को सीमांत क्षेत्र के नया बाजार त्यूणी में गरीब मजदूरों को थानाध्यक्ष संदीप पंवार की पहल से स्थानीय व्यापारियों और थाना पुलिस टीम ने संयुक्त प्रयास से दिन का भोजन कराया। थानाध्यक्ष संदीप पंवार ने कहा बार्डर क्षेत्र से आने-जाने वाले सभी मजदूरों का स्वास्थ्य विभाग टीम के सहयोग से मेडिकल चेकअप कराने के बाद सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है।
गोवंश के चारे का भी ध्यान रखे सरकार
छरबा स्थित गौशला में सरकारी उपेक्षा के कारण पहले से ही चारे की कमी से जूझ रहे गोवंश के लिए लॉकडाउन गम्भीर समस्या बन गया है। लॉकडाउन से पहले चारे का जैसे-तैसे इंतजाम कर रहे गोशाला संचालक के सामने चारे की व्यवस्था करना एक बड़ी चुनौती बना हुआ है। छरबा स्थित गोशला में ऐसे तमाम गोवंश को लाकर रखा गया है, जो पुलिस करवाई के दौरान बरामद किए जाते हैं।
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फिलहाल गोशाला में 103 गोवंश मौजूद हैं। शुक्रवार की देर रात किसी अज्ञात वाहन की टक्कर लगने से घायल हुए गोवंश को भी यहीं पर रखा गया है। बड़ी संख्या में यहां रखे गए गोवंश के चारे की व्यवस्था को लेकर गोशाला संचालक रूमीराम जसवाल सरकार से मांग करते रहे हैं। लेकिन लॉकडाउन के समय में उनके चारे की व्यवस्था करना मुश्किल हो गया है।
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