Uttarakhand Lockdown: दूसरे गांवों में आवाजाही पर लगी रोक, बिस्सू और गनियात पर्व भी स्थगित
कालसी ब्लॉक में हर गांव के स्याणा की मौजूदगी में हुई बैठक में तय किया गया कि जब तक कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा है तब तक कोई भी व्यक्ति एक गांव से दूसरे गांव में नहीं जाएगा।
देहरादून, जेएनएन। कालसी ब्लॉक की खत अठगांव (चंदौ) की बैठक में कई अहम फैसले लिए गए। हर गांव के स्याणा की मौजूदगी में हुई बैठक में तय किया गया कि जब तक कोरोना वायरस संक्रमण का खतरा है, तब तक कोई भी व्यक्ति एक गांव से दूसरे गांव में नहीं जाएगा। बैठक के दौरान अप्रैल में जौनसार बावर में मनाए जाने वाले बड़े पर्व बिस्सू और गनियात को स्थगित कर दिया गया।
आयोजित बैठक में कहा गया कि बिस्सू पर्व और मेले में हजारों की संख्या में लोग आते हैं, ऐसे में एक दूसरे के बीच पर्याप्त दूरी बनाना संभव नहीं होगा, साथ ही लॉकडाउन के चलते घरों से बाहर निकलना भी मुनासिब नहीं है। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि साहिया बाजार मंडी में मटर की फसल के साथ हर गांव से एक या दो व्यक्ति जाएंगे। यदि इससे अधिक बाजार गए तो उसके ऊपर दंड लगा दिया जाएगा। बाहरी के प्रवेश पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। इस दौरान स्याणा गजेंद्र सिंह तोमर, रणवीर सिंह तोमर, दीवान सिंह तोमर, रूपराम बिष्ट, दर्शन नेगी, आदि मौजूद रहे।
मलेथा और सकनी में किया सैनिटाइज
ग्राम प्रधान सकनी बनीता बिष्ट और ग्राम प्रधान मलेथा पुष्पा नेगी ने गांव में सैनिटाइजर का छिडकाव कराया, साथ ही ग्रामीणों को मास्क भी बांटे। ग्राम प्रधानों ने ग्रामीणों को घर में ही रहने व साफ सफाई का विशेष ध्यान रखने को कहा। उन्होंने समझाया कि जब भी सामान खरीदने जाएं, एक दूसरे के बीच पर्याप्त दूरी बनाकर रखें, जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा जा सके।
बाहर से लौटे 27 लोगों को किया क्वारंटाइन
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 27 लोगों को क्वारंटाइन किया। केदारावाला में एक को आइसोलेट, दो विशेष निगरानी में, छह को होम क्वारंटाइन किया गया है, जबकि बुलाकीवाला में 13 और जमनीपुर में 15 को क्वारंटाइन किया गया। इन लोगों की जिम्मेदारी ग्राम प्रधान को सौंपी गई है।
बुधवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ग्राम पंचायत केदारावाला पहुंची व जमात से लौटे सदस्यों के स्वास्थ्य की जांच की। जांच के उपरांत 9 व्यक्तियों को होम क्वारंटाइन किया गया। बदायूं से आए एक व्यक्ति को आइसोलेट किया गया, दो को विशेष निगरानी में रखा गया है, बाकी छह को होम क्वारंटाइन किया गया है। नौ लोगों में से 4 लोग रुड़की, चार गंगोह सहारनपुर व एक बदायूं से आया था। आइसोलेट किए गए व्यक्ति को पीएचसी डाकपत्थर भेजा गया। फिलहाल किसी में भी खासी, बुखार के लक्षण नहीं मिले हैं।
कालसी में मिले 32 श्रमिकों को किया क्वारंटाइन
लॉकडाउन के चलते पैदल मार्ग से अपने घरों के लिए जा रहे उत्तर-प्रदेश के करीब 32 श्रमिकों को स्थानीय पुलिस-प्रशासन ने कालसी में क्वारंटाइन किया है। एसडीएम डॉ. अपूर्वा सिंह ने कहा कि अलग-अलग जगह से चकराता व कालसी के रास्ते घरों के लिए निकले इन लोगों को राइंका कालसी में ठहराया गया है। जहां इनके खाने की व्यवस्था स्थानीय प्रशासन ने की है। इनके भोजन व्यवस्था का खर्च उठाने के लिए हनोल मंदिर समिति ने भी सहयोग देने का आश्वासन दिया है।
देशव्यापी लॉक डाउन के चलते दैनिक श्रमिक इन दिनों पैदल मार्ग से अपने घरों के लिए निकल पड़े हैं। कामकाज के लिए आए श्रमिक त्यूणी, हनोल, अटाल, कथियान, केराड़, सावड़ा, कोटी-कनासर, लाखामंडल, क्वांसी, चकराता, नागथात, कनासर, लखवाड़, क्वानू, साहिया, पजिटीलानी, कोटी-कॉलोनी, हरिपुर व कालसी के रास्ते अपने घरों की तरफ जा रहे हैं। लॉक डाउन के चलते पैदल मार्ग से घरों को जा रहे इन श्रमिकों को कई जगह पुलिस चेक पोस्ट पर रोक कर स्थानीय प्रशासन इनके बारे में जानकारी जुटा रहा है। जिलाधिकारी के निर्देशन में एसडीएम चकराता डॉ. अपूर्वा सिंह ने पैदल मार्गो से निकले सभी श्रमिकों को स्थानीय स्तर पर क्वारंटाइन करने के लिए कहा है।
इसके लिए तहसीलदार कालसी, तहसीलदार चकराता व तहसीलदार त्यूणी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। एसडीएम ने कहा कि लॉक डाउन के दौरान किसी को भी सीमा क्षेत्र से बाहर जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। जो लोग जौनसार-बावर के त्यूणी, चकराता व कालसी तीनों तहसील के सीमा क्षेत्र से होकर निकलने का प्रयास कर रहे हैं उनके अलग-अलग जगह स्कूलों में ठहरने की व्यवस्था की जा रही है। स्थानीय पुलिस-प्रशासन टीम ने पिछले चार दिनों में बाहरी क्षेत्र के करीब 32 गरीब मजदूरों को राइंका कालसी में क्वारंटान किया है। जहां उनके खाने व रहने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा क्षेत्र में अन्य जगह मजदूरों को स्कूलों में क्वारंटाइन करने के निर्देश संबंधित सभी क्षेत्रीय राज उपनिरीक्षकों व थाना पुलिस टीम को दिए गए हैं।
एसडीएम ने कहा कि कालसी में क्वारंटाइन किए गए अधिकांश मजदूर उत्तर-प्रदेश के रहने वाले हैं। बाहरी क्षेत्र के इन मजदूरों को मेडिकल चेकअप कराने के लिए संबंधित अस्पताल के स्वास्थ्य विभाग टीम को कहा गया है। गरीब मजदूरों की संख्या बढ़ने पर इनके भोजन व्यवस्था के लिए श्री महासू देवता मंदिर प्रबंधन समिति हनोल ने लॉक डाउन की अवधि तक सहयोग करने का प्रस्ताव पुलिस-प्रशासन के पास रखा है।
चकराता में 168 परिवारों के 630 लोगों की हुई जांच
जौनसार-बावर के चकराता क्षेत्र में तैनात सूबेदार के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने से स्वास्थ्य विभाग टीम हरकत में आ गई। बुधवार को स्वास्थ्य विभाग टीम ने छावनी बाजार चकराता में तीन अलग-अलग टीमें बनाकर 168 परिवारों के कुल 630 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केशर सिंह चौहान ने कहा कि स्वास्थ्य परीक्षण के बाद किसी में कोरोना वायरस के कोई लक्षण नहीं मिले। स्वास्थ्य जांच आगे भी जारी रहेगी।
बुधवार को सीएचसी चकराता के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केशर सिंह चौहान के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग टीम ने छावनी बाजार चकराता क्षेत्र में घर-घर जाकर स्वास्थ्य परीक्षण अभियान चलाया। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की तीन टीमों ने प्रत्येक परिवार में जाकर घर के सभी सदस्यों के स्वास्थ्य की जांच की। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केएस चौहान ने कहा कि लोगों में सामान्य बुखार, जुकाम व खांसी की शिकायत मिली, उन्हें दवा बांटी गई। सामान्य रूप से बीमार हैं उनका उपचार चल रहा है। टीम निरंतर जांच करती रहेगी।
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सूबेदार के संपर्क में आए तीस के सैंपल जांच को भेजे
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केशर सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना पॉजिटिव सूबेदार के संपर्क में आए करीब तीस लोगों के सैंपल एमएच ने जांच के लिए भेज दिए हैं। इन सभी लोगों को एमएच में स्वास्थ्य विभाग टीम की देखरेख में आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। इसके अलावा संपर्क में आने वाले करीब पचास अन्य लोगों को भी आइसोलेशन वार्ड में क्वारंटाइन किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम इनके संपर्क में आए अन्य लोगों का भी पता लगा रही है।
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