CBSE Class 12th result toppers: अपने हौसले से शिखर पर पहाड़ के होनहार, जानें- कहां-किसने पाए शानदार अंक
सीबीएसई के बारहवीं के नतीजों में उत्तराखंड का दबदबा कायम है। अगर राज्यभर का आकलन किया जाए तो मैदानी इलाकों से लेकर पहाड़ के दूरस्थ क्षेत्रों तक का प्रदर्शन बेहतर रहा है।
देहरादून, जेएनएन। सीबीएसई के बारहवीं के नतीजों में उत्तराखंड का दबदबा कायम है। अगर राज्यभर का आकलन किया जाए, तो मैदानी इलाकों से लेकर पहाड़ के दूरस्थ क्षेत्रों तक का प्रदर्शन बेहतर रहा है। सीबीएसई के देहरादून रीजन में उत्तराखंड के अलावा उत्तर प्रदेश के भी आठ जिले शामिल हैं।
उत्तीर्ण प्रतिशत के हिसाब से देखा जाए तो प्रदेश की स्थिति बेहतर दिखती है। उत्तरप्रदेश के पांच जिलों में जहां अस्सी फीसद से कम छात्र उत्तीर्ण हुए हैं, उत्तराखंड के छह जिलों में यह 90 फीसद से ऊपर है। बल्कि मैदान की तुलना में पहाड़ की स्थिति कई बेहतर दिखाई पड़ रही है। जिन छह जिलों में पास प्रतिशत नब्बे फीसद से ऊपर है उनमें पांच विशुद्ध रूप से पहाड़ी जिले हैं। यानि पहाड़ के नौजवान अपने पहाड़ जैसे हौसलों के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
कहां-किसने पाए शानदार अंक
अल्मोड़ा: भव्या पांडे-आर्मी स्कूल रानीखेत-491/500
बागेश्वर: अविकल्प मिश्र-कंट्री वाइड पब्लिक स्कूल ¨पडारी रोड-487/500
चंपावत: खुशी अग्रवाल-सेंट फ्रांसिस स्कूल टनकपुर-489/500
चमोली: आयुषी खंडूरी-जवाहर नवोदय विद्यालय पीपीलकोटी-478/500
हरिद्वार: आयुष शर्मा-आचार्यकुलम पतंजलि योगपीठ हरिद्वार-497/500
पिथौरागढ़: प्रणव पंत-जनरल बीसी जोशी आर्मी पब्लिक स्कूल- 489/500
पौड़ी: शिवम सिंह असवाल-केंद्रीय विद्यालय लैंसडौन-492/500
नैनीताल: ईशान जैन-सेंट थेरेसा स्कूल काठगोदाम-497/500
रुद्रप्रयाग: भूमिका सेमवाल-केंद्रीय विद्यालय अगस्त्यमुनि-483/500
ऊधमसिंहनगर: प्रथा विश्नोई-जेनेसिस इंटरनेशनल स्कूल जसपुर-497/500टिहरी गढ़वाल: मोहित राणा-न्यू टिहरी इंटरनेशनल स्कूल बौराड़ी-482/500
उत्तरकाशी: प्राची राणा-ऋषिराम शिक्षण संस्थान-490/500
देहरादून: देवज्योति चक्रवर्ती-द टौंस ब्रिज स्कूल देदून-498/500, सागर गर्ग-डीएसबी इंटरनेशनल ऋषिकेश-498/500
आइएएस अधिकारी बनना चाहती हैं गार्गी
सीबीएसई बोर्ड में कक्षा 12 में 99.2 प्रतिशत अंक हासिल कर रुड़की का नाम रोशन करने वाली केंद्रीय विद्यालय नंबर-1 की छात्र गार्गी अंथवाल का सपना आइएएस अधिकारी बनना है। दिल्ली-हरिद्वार हाईवे स्थित ईशान एनक्लेव निवासी गार्गी की मां कंचन अंथवाल केंद्रीय विद्यालय में शिक्षिका हैं। जबकि, पिता सुधीर अंथवाल रामनगर स्थित पोस्ट ऑफिस में पोस्टमास्टर हैं। गार्गी ने बताया कि वो बचपन से ही प्रशासनिक सेवा में जाना चाहती हैं। गार्गी ने बताया कि वह प्रतिदिन स्कूल के बाद पांच-छह घंटे पढ़ती थी।
मोटी फीस लेने वाले निजी स्कूल रहे फिसड्डी
(सीबीएसई) 12वीं के परिणाम में इस बार केंद्रीय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने बाजी मारी। वहीं, मोटी फीस वसूलने वाले निजी स्कूल एक बार फिर फिसड्डी रहे। हर साल की तरह इस बार भी केंद्रीय विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने बेहतर प्रदर्शन कर प्रदर्शित किया कि कम फीस और बेहतर पढ़ाई का माहौल ने उन्हें इस मुकाम पर पहुंचाया।
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सोमवार को सीबीएसई का परिणाम जारी होते ही केंद्रीय विद्यालयों के लिए राहत वाला परिणाम रहा, जबकि निजी स्कूलों के परिणाम देख इस बार चिंता ज्यादा बढ़ गई। केंद्रीय विद्यालय में 3238 पंजीकृत छात्रों में से 3232 छात्रों ने परीक्षा दी, जबकि 3201 छात्रों को सफलता मिली। केवि में इस बार का परिणाम 99.4 रहा। इसके बाद सेंट्रल तिब्बतन स्कूल का प्रदर्शन बेहतर रहा। यहां 316 में से 311 पास हुए और परिणाम 98.41 रहा। वहीं, अभिभावकों से मोटी फीस लेने वाले स्कूल इस बार भी 82.77 फीसद के साथ सबसे पीछे रहे। इन स्कूलों में 51,160 छात्रों ने पंजीकरण किया था। जिसमें से 50,836 ने परीक्षा दी और 42081 पास हुए।
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