Chutney Recipes: मुंह का स्वाद ही नहीं भूख बढ़ाती है ये चटनियां, जल्दी से नोट कर लें इन्हें बनाने के तरीके
Uttarakhand Food Recipes खान-पान (Indian Cuisine) चटनी का अलग महत्व है। आमतौर पर घरों में हरा धनिया पुदीना टमाटर-प्याज नारियल या कच्चे आम की चटनी ही बनाई जाती है। यहां हम उत्तराखंड की कई प्रकार की चटनियों के बारे में बताएंगे।
जागरण संवाददाता, देहरादून। खान-पान में चटनी का विशेष महत्व है। उत्तराखंड पहाड़ी प्रदेश होने से यहां कई प्रकार की चटनियां प्रचलन में हैं। इनमें हरी पत्तियों की चटनी, भड़पकी चटनी, फलों की चटनी और दलहन-तिलहन की चटनी खास है। आइए, हम आपको कुछ खास तरह की चटनियों के बारे में बताते हैं।
1 हरी चटनी
हरी चटनी की खुशबू मनमोहक होती है। इस बनाने के लिए हरा धनिया, पुदीना और लहसुन के पत्तों की जरूरत पड़ती है। इसमें अदरक भी मिला सकते हैं। इन्हें धोकर सिल बट्टे में पीस लें। इसमें टमाटर, लहसुन और प्याज भी मिला सकते हैं। इसमें स्वादानुसार नमक, हरी मिर्च को मिला लें।
2 भट की चटनी (घुरयुंट)
लोहे की कढ़ाई को गैस में गर्म कर उसमें एक मुट्ठी काले भट डाल लें। उन्हें सूती कपड़े से हिलाते रहें । भट भुनने के बाद इन्हें नीचे उतार लें। इन्हें सिल-बट्टे या मिक्सी में पीस लें। इसमें हरा पुदीना भी मिला सकते हैं। स्वाद के अनुसार, नमक-मिर्च को मिलाएं। इसमें खट्टापन लाने को नींबू डाल सकते हैं।
3 तिल की चटनी
तिल की चटनी भी भट की तरह कढ़ाई या तवे में भूनकर बनाई जाती है। यहां ध्यान देने वाली बात है कि भूनने में सावधानी बरतें। क्योंकि ज्यादा देर भूनने पर चटनी कड़वी हो जाएगी। स्वाद के लिए इसमें हरा धनिया व पुदीना भी मिला सकते हैं।
4 भंगजीर की चटनी
भंगजीर तिलहन प्रजाति में आती है। इसकी चटनी भी भूनकर बनाई जाती है। यह पीसने में भी आसन होती है। देखने में यह नारियल की चटनी की तरह लगती है। हरा धनिया, पुदीना या अन्य पत्ते डालने पर चटनी का कलर चेंज हो जाता है।
5 भांग की चटनी
भांग भूनने में तिल या भंगजीर की अपेक्षा ज्यादा वक्त लगता है। भांग के दाने को अच्छी तरह से पीस लें। इसकी तासीर गर्म होती है। इस कारण भांग की चटनी सर्दियों के लिए ही ज्यादा फायदेमंद होती है।
6 चुलू की चटनी
चुलू की चटनी गर्मियों के मौसम में खाई जाती है। इसे बनाने के लिए पके हुए चुलू (खुमानी) का गूदा ढेलों से अलग कर लें। इसमें पुदीना, लहसुन ओर प्याज मिलाकर सिल-बट्टे में पीस लें। नमक और मिर्च स्वाद के अनुसार मिला लें।
7 भड़पकी चटनी
आलू के छोटे-छोटे दाने गर्म राख के अंदर ढक दें। करीब 20 मिनट तक इसमें रहने दें। आलू के 1/4 हिस्से के बराबर टमाटर को भी इसी तरह भून लें। अच्छी तरह दोनों के छिलके उतारकर उसमें हरी भुनी मिर्च और नमक को मिला लें। इसमें भुना हुआ अदरक भी मिला लें। अब सभी को सिल-बट्टे में पीस लें। लीजिए तैयार हो गई भड़पकी की चटनी।
8 सुंट्या
सुंट्या की चटनी बनाने के लिए पहले गर्म तेल में धनिया या लाल मिर्च तलकर उसमें गुड़ या इमली का पानी उबाल लें। साथ ही छुआरा, अदरक, नारियल गिरी व किशमिश को मिला दें। इसे तब तक कौंचे से घुमाते रहें, जब तक कि मिश्रण गाढ़ा न हो जाए।
9 काली खटाई
गलगल के रस को खूब पकाकर रख लेते हैं। यह रस पकाने पर जम जाता है। इसी को काली खटाई कहते हैं। इसे वक्त तक रखा जा सकता है। खट्टे की जरूरत पड़ने पर इसके छोटे टुकड़े प्रयोग किए जाते हैं।
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