बीस करोड़ का बिल देख कैफे संचालक के उड़े होश
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: बीस करोड़ रुपये का बिजली का बिल देखकर बड़े से बड़े उद्योगपति क
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: बीस करोड़ रुपये का बिजली का बिल देखकर बड़े से बड़े उद्योगपति के भी होश उड़ जाएं। मगर, यह बिल यदि किसी छोटे से कैफे के संचालक के नाम कटा हो तो उपभोक्ता की हालत क्या होगी समझा जा सकता है। ऊर्जा निगम की ऐसी ही एक लापरवाही ने एक कैफे संचालक के होश उड़ा दिए। हालांकि विभागीय अधिकारी इसे सॉफ्टवेयर की त्रुटि मान रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक गीता नगर आइडीपीएल निवासी राकेश कुमार तपोवन में एक छोटी सी दुकान पर फोटो स्टेट और साइबर कैफे का संचालन करते हैं। इस दुकान पर लगा बिजली का कनेक्शन उनके भाई देव प्रकाश के नाम पर है। शुक्रवार की सुबह राकेश कुमार के मोबाइल पर ऊर्जा निगम की ओर से एक मैसेज आया, जिसमें उनकी दुकान का एक माह का बिजली का बिल 19 करोड़ 84 लाख 59 हजार 959 रुपये बताया गया। राकेश कुमार ने कंप्यूटर खोलकर जब ऑनलाइन बिल देखा तो वास्तव में उनके नाम पर करीब 19.84 करोड़ रुपये का बिल जारी हुआ था। बिजली के बिल की इतनी भारी-भरकम राशि देखकर राकेश के होश उड़ गए। उन्होंने बताया कि वह कई वर्षों से इसी दुकान का बिजली का बिल एक हजार से पंद्रह सौ रुपये चुकाते आ रहा हैं। राकेश ने दुकान पहुंचने के बाद मीटर की री¨डग चैक की तो बिल में दर्ज री¨डग भी सही थी। उन्होंने ऊर्जा निगम के मुनिकीरेती स्थित उपखंड कार्यालय में जब इस बिल के संबंध में पता किया तो अधिकारियों ने उन्हें ¨प्र¨टग में गड़बड़ी की बात बताई। कुछ देर बाद फिर से राकेश कुमार के मोबाइल पर 1690 रुपये का बिजली के बिल का मैसेज आया। जिसके बाद उन्होंने राहत की सांस ली। इस संबंध में उपखंड अधिकारी मुनिकीरेती वैभव चमोली ने बताया कि हाल में ही विद्युत बिल मशीन के सॉफ्टवेयर में कुछ बदलाव हुआ है, जिस वजह से बिजली के बिलों में इस तरह की त्रुटियां आ रही हैं। उन्होंने बताया कि इस तरह के बिलों को दुरुस्त किया जा रहा है। बहरहाल, ऊर्जा निगम की ओर से जारी यह बिल सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।