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जागरण असर: ऑनलाइन बिल भरने वालों की अब ली सुध, नई व्यवस्था से भी कराया रूबरू

ऊर्जा निगम ने ऑनलाइन बिल जमा करने वालों की सुध अब जाकर ली है। जागरण में खबर प्रकाशित होने के बाद निगम ने न सिर्फ नई व्यवस्था से उपभोक्ताओं को रूबरू कराया है बल्कि उन्हें इलेक्ट्रिसिटी अकाउंट नंबर का पता करने के बारे में भी बताया।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Fri, 20 Nov 2020 08:10 AM (IST)Updated: Fri, 20 Nov 2020 08:10 AM (IST)
जागरण असर: ऑनलाइन बिल भरने वालों की अब ली सुध, नई व्यवस्था से भी कराया रूबरू
ऑनलाइन बिल भरने वालों की अब ली सुध।

देहरादून, जेएनएन। जो उपभोक्ता ऑनलाइन बिजली बिल का भुगतान करते हैं, उनकी सुध ऊर्जा निगम ने अब जाकर ली है। 'जागरण' में खबर प्रकाशित होने के बाद निगम ने न सिर्फ नई व्यवस्था से उपभोक्ताओं को रूबरू कराया है, बल्कि उन्हें इलेक्ट्रिसिटी अकाउंट नंबर का पता करने के बारे में भी बताया।

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ऊर्जा निगम पहले सर्विस नंबर के आधार पर बिजली बिल का भुगतान प्राप्त करता था, जो उपभोक्ता पेटीएम, गूगल-पे और अन्य ऑनलाइन माध्यम से भुगतान करते थे, उन्हें दोबारा से सर्विस नंबर दर्ज नहीं करना पड़ता था। सर्विस नंबर संबंधित ऑनलाइन माध्यम में पहले से दर्ज मिलता था और उपभोक्ताओं को बिल जारी होते ही उसकी जानकारी स्वत: ही मिल जाती थी। उन्हें सिर्फ ऑनलाइन माध्यम में जाकर भुगतान की प्रक्रिया पूरी करनी होती थी। कुछ समय पहले ऊर्जा निगम ने बिना पूर्व सूचना के सर्विस नंबर की जगह इलेक्ट्रिसिटी अकाउंट नंबर से भुगतान प्राप्त करना शुरू कर दिया। इससे ऑनलाइन माध्यम में सर्विस नंबर हट गया और उपभोक्ता यह नहीं समझ पा रहे थे, उन्हें अब कौन सा नंबर दर्ज करना है।

अकाउंट नंबर का उल्लेख बिल में भी नहीं था। जो अकाउंट नंबर होता है, उसकी जानकारी बिल में 'ग्रुप' के रूप में दर्ज की गई थी। यहां तक बिल की जो जानकारी एसएमएस से भेजी जाती है, उसमें भी अकाउंट नंबर का उल्लेख नहीं किया जा रहा था। 'जागरण' ने 18 नवंबर के अंक में उपभोक्ताओं की इस परेशानी को लेकर प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। खबर का संज्ञान लेकर अब ऊर्जा निगम ने उपभोक्ताओं की परेशानी का समाधान करने का प्रयास किया है। ऊर्जा निगम के निदेशक (परियोजना) जगमोहन रौथाण की तरफ से जारी की गई जानकारी में कहा गया है कि उपभोक्ताओं के बुक नंबर, श्रेणी, वितरण खंड आदि में बदलाव होने के चलते पूर्व के 13 अंकों के सर्विस (संयोजन) नंबर में भी बदलाव हो जाता था। अब जिस अकाउंट नंबर से भुगतान प्राप्त किया जा रहा है, वह स्थायी रहेगा।

एक बार यदि ऑनलाइन भुगतान के माध्यम में यह दर्ज कर दिया जाता है तो भविष्य के लिए भी नंबर सुरक्षित हो जाएगा। अकाउंट नंबर बिल में खाता संख्या के कॉलम में दर्ज किया जा रहा है और यह संख्या 11 अंकों की होगी। निदेशक ने यह भी बताया कि बिल में अकाउंट नंबर अस्पष्ट होने पर उसे किस तरह पता लगाया जा सकता है।

टोल फ्री का भी विकल्प

इसके अलावा ऊर्जा निगम के टोलफ्री नंबर 1912 पर कॉल करके भी अकाउंट नंबर जाना जा सकता है।

वेबसाइट से पता करें अकाउंट नंबर

इलेक्ट्रिसिटी अकाउंट नंबर पता करने के लिए ऊर्जा निगम की वेबसासट www.upcl.org पर जाकर इंस्टेंट बिल पेमेंट के लिंक पर क्लिक करें। इसमें पूर्व का संयोजन नंबर डालकर अकाउंट नंबर पता किया जा सकता है।

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एसएमएस में दर्ज होगा नंबर

ऊर्जा निगम ने अपनी खामी दूर करते हुए भरोसा दिलाया है कि अब से बिजली के बिल की जानकारी देने वाले एसएमएस में भी संबंधित उपभोक्ता का इलेक्ट्रिसिटी नंबर दर्ज किया जाएगा।

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