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ऊर्जा संविदा संयुक्त मोर्चा की मांग, सीधी भर्ती से पहले नियमित हों उपनल कर्मी

ऊर्जा संविदा संयुक्त मोर्चा की ऑनलाइन बैठक में ऊर्जा के तीनों निगमों में सीधी भर्ती पर कड़ा एतराज जताया गया।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Tue, 07 Jul 2020 03:44 PM (IST)Updated: Tue, 07 Jul 2020 03:44 PM (IST)
ऊर्जा संविदा संयुक्त मोर्चा की मांग, सीधी भर्ती से पहले नियमित हों उपनल कर्मी
ऊर्जा संविदा संयुक्त मोर्चा की मांग, सीधी भर्ती से पहले नियमित हों उपनल कर्मी

देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड ऊर्जा संविदा संयुक्त मोर्चा की ऑनलाइन बैठक में ऊर्जा के तीनों निगमों में सीधी भर्ती पर कड़ा एतराज जताया गया। मोर्चा ने कहा कि पहले उपनल के माध्यम से भर्ती संविदा कर्मियों को नियमित किया जाए, नहीं तो मोर्चा आंदोलन को विवश होगा।

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मोर्चा के अध्यक्ष और राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस (इंटक) के राष्ट्रीय महामंत्री राकेश शर्मा ने कहा कि जिन पदों पर पहले से ही उपनल के माध्यम से संविदाकर्मी पिछले 15 से 20 वर्षो से कार्य कर रहे हैं। उन पदों पर संविदा कर्मियों को नियमित नहीं किया जा रहा है, जबकि नैनीताल हाईकोर्ट ने संविदा कर्मियों को नियमित करने और समान कार्य के बदले समान वेतन देने का आदेश दिया है। संविदा कर्मियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। 

मोर्चा निगम की कार्मिक विरोधी नीति का विरोध करते हुए मांग करता है कि ऊर्जा के तीनों निगमों में वर्षों से कार्यरत संविदा कर्मियों को श्रम न्यायालय और हाईकोर्ट के आदेश का पालन करते हुए समान कार्य के लिए समान वेतन दिया जाए। उपनल के माध्यम से भर्ती संविदा कर्मियों को नियमित किया जाए। बैठक में पदाधिकारियों ने कहा कि वर्षों से कर्मचारी उपनल के माध्यम से काम कर रहे हैं, लेकिन आज तक पक्के नहीं किए गए हैं।

बैठक में योगेंद्र विशाल, नागेंद्र प्रसाद, सुनील चौहान, विपिन नेगी, जगराम भट्ट, अनिल जुयाल, प्रदीप कश्यप, विकास सूर्या, विनय प्रसाद, पंकज रावत, विकास पुंडीर, अरविंद बिष्ट, संदीप रावत, मधुसुधन नौटियाल और अन्य शामिल हुए।

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तकनीकी संवर्ग समिति गठित

ऊर्जा निगम तकनीकी संवर्ग संघर्ष समिति की आराघर विद्युत उपकेंद्र परिसर में हुई बैठक में तकनीकी कर्मचारियों की अनदेखी पर रोष व्यक्त किया गया। कहा कि टीजी-वन और टीजी-टू के कर्मचारी आठ वर्ष से पदोन्नति की राह देख रहे हैं, लेकिन निगम कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। इसके संघर्ष के लिए संघर्ष समिति का गठन किया गया। आशीष सती को संयोजक नियुक्त किया गया। बैठक में दीपक शैली, अनिल उनियाल, दीपक मधवाल, सुनील मधवाल, परम सिंह चौहान, त्रिभुवन सिंह, खड़क बहादुर थापा, योगेश पांडे, सुशील धीमान और अन्य मौजूद रहे।

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