उत्तराखंड में अनलॉक 1.0 का संयम के साथ उठाया लुत्फ, पढ़िए पूरी खबर
जनजीवन को पटरी पर लाने के लिए केंद्र की ओर से जारी अनलॉक-वन की गाइडलाइन के मुताबिक लागू व्यवस्था का सोमवार को पहले दिन प्रदेश में मिलाजुला असर देखने को मिला।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। कोरोना संक्रमण के बीच आर्थिक और सामान्य जनजीवन को पटरी पर लाने के लिए केंद्र की ओर से जारी अनलॉक-वन की गाइडलाइन के मुताबिक लागू व्यवस्था का सोमवार को पहले दिन प्रदेश में मिलाजुला असर देखने को मिला। बाजारों में जहां अन्य दिनों की अपेक्षा भीड़ अधिक नजर आई, वहीं सार्वजनिक परिवहन में रोडवेज, निजी बसों और टैक्सी-मैक्सी का संचालन नहीं हुआ। नैनीताल और रुड़की को छोड़ मैदानी जिलों में विक्रम, ऑटो व ई-रिक्शा सीमित संख्या में चलते नजर आए। दून व हरिद्वार से ट्रेन का संचालन शुरू होने के कारण यहां लंबे समय बाद चहल-पहल दिखी।
सोमवार को अनलॉक वन में मिली ढील का फायदा उठाते हुए बाजार में सुबह से ही अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक लोग खरीददारी करते नजर आए। इस दौरान दुकानदारों के साथ ही पुलिस ने सुरक्षित शारीरिक दूरी के मानकों का अनुपालन कराने पर जोर दिया। बाजारों में भीड़ होने से व्यापारियों के चेहरे भी खिले रहे। हालांकि, दोपहिया व निजी चार पहिया वाहनों में निर्धारित से अधिक सवारियां बैठी जरूर नजर आईं। इसका एक कारण सार्वजनिक परिवहन सेवाओं का न चलना भी रहा। रोडवेज व निजी बसों का संचालन पूरी तरह ठप रहा। रोडवेज प्रबंधन व निजी वाहन स्वामी अभी भी सरकार से किराया बढ़ाने और रोड टैक्स में अधिक छूट देने की मांग कर रहे हैं।
इस कारण ऋषिकेश सेंटर से संचालित होने वाली टिहरी-गढ़वाल मंडल बस सर्विस, देहरादून सिटी बस सेवा समेत दून-डाकपत्थर बस सेवाओं के पहिये थमे रहे। विक्रम, ऑटो व ई-रिक्शा जरूर सड़कों पर उतरे लेकिन सवारियों की कमी देखी गई। हरिद्वार में ऑटो-टेंपो चले मगर रुड़की में इनका संचालन थमा रहा। गढ़वाल में व्यावसायिक वाहन नहीं चले मगर दुकानों में काफी रौनक रही। कुमाऊं मंडल में रेड जोन घोषित नैनीताल जिले को छोड़ सभी जिलों में तिपहिया वाहन और टैक्सी संचालन होता रहा, लेकिन यात्रियों की संख्या न के बराबर रही। चंपावत, पिथौरागढ़ में लंबे समय बाद निकले टैक्सी संचालक भी मायूस रहे। हल्द्वानी, रामनगर, नैनीताल, रुद्रपुर में बाजार दोपहर बाद सुनसान रहे।