Move to Jagran APP

पुरुष प्रधान परम्पराओं को तोड़ सिमरन ने की अनोखी शादी, पगड़ी पहन बग्गी पर हुई सवार, मंडप में ली राजशाही एंट्री

Unique Marriage in Kashipur सिमरन पुरुष प्रधान परम्पराओं को पीछे छोड़ते हुए घोड़ी पर सवार होकर अपने मंडप में पहुंचकर नया संदेश देने का काम किया। सिमरन वर्तमान में दुबई में एक कंपनी में नौकरी करती हैं।

By Jagran NewsEdited By: Nirmala BohraPublished: Fri, 02 Dec 2022 01:39 PM (IST)Updated: Fri, 02 Dec 2022 01:39 PM (IST)
पुरुष प्रधान परम्पराओं को तोड़ सिमरन ने की अनोखी शादी, पगड़ी पहन बग्गी पर हुई सवार, मंडप में ली राजशाही एंट्री
Unique Marriage in Kashipur : सिमरन वर्तमान में दुबई में एक कंपनी में नौकरी करती हैं।

टीम जागरण, काशीपुर : Unique Marriage in Kashipur : भारतीय समाज में वैसे तो अनेक परंपराएं और रीति-रिवाज प्रचलित हैं, लेकिन अनेक बार इस के किस्से देखने और सुनने को मिलते हैं। जो रूढ़ियों को तोड़ते हुए नई सृजन की तरफ समाज को लेकर बढ़ती है।

loksabha election banner

ऐसा ही एक किस्सा हुआ है काशीपुर में रहने वाले दुष्यंत चौधरी और मुजफ्फरनगर की रहने वाली सिमरन चौधरी की के विवाह समारोह का। जिसमें सिमरन पुरुष प्रधान परम्पराओं को पीछे छोड़ते हुए घोड़ी पर सवार होकर अपने मंडप में पहुंचकर नया संदेश देने का काम किया।

दुबई में एक कंपनी में नौकरी करती हैं सिमरन

उत्तराखंड के काशीपुर में रहने वाले केपी सिंह के पुत्र दुष्यंत चौधरी का विवाह मूल रूप से पड़ोसी राज्य उत्तर-प्रदेश के मुजफ्फरनगर के खतौली भैंसी गांव रहने वाले तथा वर्तमान में खतौली की जगत कॉलोनी में रहने वाले कृषक पिंटू चौधरी की इकलौती बेटी सिमरन चौधरी के साथ तय हुआ था। दुष्यंत पेशे से पेट्रोलियम इंजीनियर हैं, जबकि बीटेक कर चुकी सिमरन वर्तमान में दुबई में एक कंपनी में नौकरी करती हैं।

रिश्तेदारों ने बैंड बाजे के साथ जमकर किया डांस

सिमरन के फूफा प्रदीप धामा ने बताया कि सिमरन ने अपने दीदी और जीजा से प्रेरणा लेते हुए तथा परिवार की सहमति से यह सब किया।

प्रदीप धामा ने बताया कि सिमरन की बीते 27 नवंबर को मुजफ्फरनगर के खतौली में जगत कॉलोनी स्थित निवास पर घुड़चढ़ी हुई, जिसमें वह बग्गी पर सवार हुई और परिजन तथा सब रिश्तेदारों ने इस दौरान बैंड बाजे के साथ जमकर डांस किया।

यह भी पढ़ें : Unique Marriage: भिलाई के आसमान में अनोखी शादी, 70 फीट की ऊंचाई पर हुई वरमाला की रस्म, चौंक गए बराती

इस दौरान 25 वर्षीय सिमरन ने खुद को दूल्हे से कम नहीं आका और बारात में राजशाही अंदाज में एंट्री ली। बग्गी पर सवार सिमरन ने दूल्हे की तरह सज धज कर पगड़ी पहनी और अपने परिवार व दोस्तों के साथ शादी की रस्म के लिए चली गई।

इसके बाद 28 नवंबर को काशीपुर से केपी सिंह अपने बेटे दुष्यंत चौधरी को अन्य परिजनों तथा संगी साथियों के साथ खतौली पहुंचे। जहां खतौली के हवेली बैंकट हॉल में वैवाहिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा सिमरन की घुड़चढ़ी का वीडियो

29 नवंबर को सिमरन की विदाई हुई और वह काशीपुर आई तथा काशीपुर में 30 नवंबर को जसपुर रोड स्थित पवार रिजॉर्ट में प्रीतिभोज का आयोजन किया गया। सिमरन की घुड़चढ़ी का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।

सिमरन के फूफा प्रदीप धामा ने बताया कि समाज में एक संदेश देने के मकसद से यह सब किया गया है। क्योंकि, समाज में शादी की सभी रस्में लड़के और लड़की दोनों तरफ निभाई जाती हैं, जबकि घुड़चढ़ी की रस्म केवल वर पक्ष के द्वारा लड़के को घोड़ी पर बैठा कर निभाई जाती है।

समाज में लड़कियां हर क्षेत्र में लड़कों से कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करती हैं। इसीलिए इस परंपरा में भी लड़की को लड़के के बराबर तवज्जों देते हुए इस परंपरा का आयोजन किया गया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.