उक्रांद ने कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष धस्माना के बयान का किया पलटवार
उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) ने कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना के उस बयान की निंदा की है जिसमें उन्होंने उक्रांद के अस्तित्व पर सवाल उठाए थे।
देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) ने कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना के उस बयान की निंदा की है, जिसमें उन्होंने उक्रांद के अस्तित्व पर सवाल उठाए थे। इसके पलटवार में उक्रांद ने कहा कि कांग्रेस को पहले अपने गिरेबान में झांककर देखना चाहिए। दल के पूर्व केंद्रीय प्रवक्ता सुनील ध्यानी ने कहा कि कांग्रेस का वजूद पूरे देश से मिट रहा है। कांग्रेस को पहले खुद का वजूद बचाने पर मंथन करना चाहिए।
पूर्व केंद्रीय प्रवक्ता ध्यानी ने कहा कि उक्रांद का उदय पृथक राज्य के लिए हुए आंदोलन से है। दल के नेतृत्व में जो आंदोलन हुआ था, उसके परिणामस्वरूप अलग राज्य की मांग हुई। दुर्भाग्य रहा कि राज्य गठन के बाद भाजपा व कांग्रेस ने इसे बरबादी के गर्त में धकेलने का काम किया है। ध्यानी ने दावा किया कि उक्रांद का कुनबा लगातार बढ़ रहा है। तमाम नौजवान दल की सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं। आगामी विधानसभा, नगर निगम व पंचायत चुनाव में उक्रांद मजबूती से उभर का आएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा व कांग्रेस एक सिक्के के दो पहलू हैं। उक्रांद के वजूद पर सवाल उठाने के बजाय दोनों राष्ट्रीय पार्टयिों को अपने भविष्य की चिंता करनी चाहिए। आम आदमी पार्टी के सभी 70 विधान सभा सीटों पर चुनाव लड़ने के दावे पर कहा कि राज्य की जनता आप को इसका माकूल जबाव देगी, क्योंकि दिल्ली विस चुनाव में आप ने उत्तराखंड के निवासियों का अपमान किया है।
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राज्य आंदोलनकारियों के प्रति गंभीर नहीं सरकार
चिह्नित राज्य आंदोलनकारी समिति के केंद्रीय मुख्य संरक्षक धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलनकारियों की मांगों पर सरकार गंभीर नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार से आंदोलनकारियों के 10 फीसद आरक्षण, आंदोलनकारियों को समान पेंशन की मांग की जा रही है, मगर सरकार ध्यान नहीं दे रही है।