उक्रांद ने उत्तराखंड के पांचों सीटों के लिए घोषित किए प्रत्याशी
उक्रांद से पौड़ी गढ़वाल से शांति प्रसाद भट्ट टिहरी से डीडी शर्मा हरिद्वार से सुरेंद्र कुमार उपाध्याय नैनीताल से चौधरी विजय पाल व अल्मोड़ा से केएल आर्य प्रत्याशी होंगे।
देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) ने प्रदेश की पांचों लोकसभा सीट के लिए प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है। पौड़ी गढ़वाल से शांति प्रसाद भट्ट, टिहरी से डीडी शर्मा, हरिद्वार से सुरेंद्र कुमार उपाध्याय, नैनीताल से चौधरी विजय पाल व अल्मोड़ा से केएल आर्य दल के प्रत्याशी होंगे। इनमें शांति प्रसाद भट्ट नामांकन कर चुके हैं।
रविवार को प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में उक्रांद के अध्यक्ष दिवाकर भट्ट ने कहा कि दल राज्य के बुनियादी सवालों को लेकर जनता के बीच जाएगा। जल जंगल जमीन, परिसंपत्तियों का बंटवारा, राज्य का 70 प्रतिशत क्षेत्र वनाच्छित होने के कारण ग्रीन बोनस, रोजगार, धारा 370 आदि मुद्दों को लेकर चुनाव लड़ेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा-कांग्रेस ने बारी-बारी से सत्ता सुख भोगा है। पर इन राष्ट्रीय दलों ने केवल राज्य के संसाधनों का दोहन किया है। जिस उद्देश्य से राज्य गठन की लड़ाई लड़ी गई, वह आज भी अधूरा है। गांव के गांव आज पलायन के कारण खाली हो चुके हैं।
ये दल आज तक स्थायी राजधानी तक घोषित नहीं कर पाए हैं। ऐसे में राज्य को बचाने के लिए वह तमाम शक्तियां साथ आएं, जिन्होंने राज्य गठन की लड़ाई लड़ी थी। उन्होंने बताया कि टिहरी लोकसभा के लिए बीडी रतूड़ी व जेपी उपाध्याय, पौड़ी के लिए त्रिवेंद्र पंवार व देवेश्वर भट्ट, अल्मोड़ा के लिए पुष्पेश त्रिपाठी व हरीश पाठक और नैनीताल के लिए डॉ. नारायण सिंह जंतवाल व अशोक सिंधु प्रभारी व सह प्रभारी बनाए गए हैं। हरिद्वार लोकसभा की जिम्मेदारी वह स्वयं संभालेंगे। इसके अलावा चुनाव प्रबंधन समिति व केंद्रीय चुनाव संचालन समिति की भी गठन कर दिया गया है। प्रेस वार्ता में बीडी रतूड़ी, त्रिवेंद्र सिंह पंवार, पंकज व्यास, हरीश पाठक, सुनील ध्यानी, बहादुर सिंह रावत, जेपी उपाध्याय, डीके पाल आदि उपस्थित रहे।
उक्रांद अध्यक्ष बोले, राज्य के बुनियादी सवालों को लेकर जाएंगे जनता के बीच
उक्रांद को कुर्सी चुनाव चिह्न् वापस मिल गया है। निर्वाचन आयोग में पैरवी के बाद दल को ये कामयाबी मिली है। अब लोकसभा चुनाव में यूकेडी प्रत्याशियों को कुर्सी चुनाव चिह्न् ही आवंटित होगा। वर्ष 2012 से पहले दल में विघटन होने के कारण निर्वाचन आयोग ने कुर्सी चुनाव चिह्न् को फ्रीज कर दिया था। त्रिवेंद्र पंवार और दिवाकर भट्ट गुट में पार्टी दो धड़ों में विभाजित हो गई थी। 2012 के विधानसभा चुनाव में पार्टी का चुनाव निशान फ्रीज होने से पंवार गुट को कप प्लेट और दिवाकर गुट को कटी पंतग चुनाव चिह्न् मिला था। 2017 के विधानसभा चुनाव में पुष्पेश त्रिपाठी नेतृत्व वाली उत्तराखंड क्रांति दल को निर्वाचन आयोग ने कुर्सी चुनाव चिह्न् आवंटित किया, लेकिन निकाय चुनाव में चिन्ह के लिए समय पर आवेदन न करने के कारण राज्य निर्वाचन आयोग ने पार्टी को कुर्सी निशान नहीं दिया। लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी की ओर से पैरवी के बाद निर्वाचन आयोग ने दल को कुर्सी चुनाव चिह्न् आवंटित किया है।
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